नई दिल्ली : राष्ट्रपति ने छत्तीसगढ़ और आंध्र प्रदेश में नए राज्यपालों की नियुक्ति की है. अनुसुइया उइके को छत्तीसगढ़ का राज्यपाल नियुक्त किया गया है और विस्वाभूषण हरिचंदन को आंध्र प्रदेश की जिम्मेदारी सौंपी गई है.
राष्ट्रपति भवन ने जब आंघ्र प्रदेश और छत्तीसगढ़ में नियुक्त किए गए दो नए राज्यपाल की नियुक्ति की अधिसूचना जारी की तो दिल्ली में बैठे बीजेपी के नई पीढ़ी के नेताओं को भी विकिपीडिया करना पड़ा आखिर मोदी शाह के द्वारा चुने गए राज्यपाल आखिर हैं कौन ? यह यह जानने के लिए आपको गूगल करना पड़ सकता है और दिल्ली की मीडिया के साथ भी यही हुआ.
President of India, Ram Nath Kovind appoints Anusuiya Uikey as Governor of Chhattisgarh & Biswa Bhusan Harichandan as Governor of Andhra Pradesh. pic.twitter.com/diLaJQJ2hz
— ANI (@ANI) July 16, 2019
कौन हैं विस्वाभूषण हरिचंदन
84 साल के विस्वाभूषण हरिचंदन उड़ीसा बीजेपी के सबसे वरिष्ठ नेताओं में से एक हैं. वाजपेयी आडवाणी की पीढ़ी के साथ काम किए विस्वाभूषण हरिचंदन को जब पीएम मोदी ने फोन किया, तो उन्हें विश्वास नहीं हुआ. मोदी ने कहा कि आपको बड़ी ज़िम्मेदारी दे रहें हैं पर उसके लिए आपको उड़ीसा छोड़ना पड़ेगा. 1977 में जब केन्द्र में जनता पार्टी की सरकार बनी, तो जनता पार्टी के उड़ीसा में मुख्यमंत्री नीलमणि राउत्रे की सरकार में वे मंत्री बने थे. जब 1980 में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी बीजेपी के पहले राष्ट्रीय अध्यक्ष बने, तो विस्वाभूषण हरिचंदन उड़ीसा बीजेपी के अध्यक्ष बने. तब से उड़ीसा में बरगद के पेड़ की तरह बीजेपी की जड़ें ज़माते रहे. वर्ष 2000 में बीजेडी-बीजेपी की संयुक्त सरकार जब बनी तो विस्वाभूषण हरिचंदन नवीन पटनायक सरकार में बीजेपी विधायक दल के नेता चुने गए और सरकार में राजस्व मंत्रालय को संभाला था.
कौन हैं अनुसुइया उइके ?
राज्यसभा सांसद रही अनुसुइया उइके वर्तमान में अनुसूचित जनजाति आयोग की उपाध्यक्ष थी. मध्यप्रदेश की पिछड़ी जाति के समुदाय से आने वाली अनुसुइया उइके की छत्तीसगढ़ में नियुक्ति आदिवासी समुदाय में संदेश देने के लिहाज़ से मुफ़ीद है. अभी छत्तीसगढ़ के राज्यपाल पद का ज़िम्मा मध्यप्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के पास था. कभी मध्यप्रदेश के अर्जुन सिंह की सरकार में सबसे युवा मंत्री रही अनुसुइया उइके जब बीजेपी में शामिल हुई, तो इन्हें महिला आयोग का अध्यक्ष बनाया गया बाद में राज्यसभा का टिकट दिया गया.
कलराज मिश्र ,अनुसुइया उइके और हरिश्चंद्रन की नियुक्ति के साथ तीन राज्यपालों की नियुक्ति हो चुकी है, पर बीजेपी के 75 पार के नेताओं को इंतजार है उनका नंबर भी आएगा पीएम मोदी और शाह जिस तरह से राज्यों से जातिगत समीकरणों का ध्यान करते हुए पुराने नेताओं की सूची खंगाल रहे है. उससे 16वीं लोकसभा से रिटायर हुए मार्गदर्शक मंडल के सांसदों को अभी और इंतजार करना पड़ सकता है.