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Thursday, 26 December, 2024
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चंद्रबाबू नायडू की पत्नी आज से राज्यव्यापी दौरे पर निकलेंगी, ‘अवैध गिरफ्तारी’ के खिलाफ छेडे़ंगी अभियान

नारा भुवनेश्वरी सीएम जगन की 'प्रतिशोध की राजनीति' के बारे में भी जनता को बताएगी और नायडू की गिरफ्तारी के बाद कथित तौर पर सदमे से मरने वाले लोगों के परिवारों से मिलेगी और उन्हें सांत्वना देंगी.

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हैदराबाद: तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) के प्रमुख चंद्रबाबू नायडू की पत्नी नारा भुवनेश्वरी जेल में बंद अपने पति के प्रति सहानुभूति बढ़ाने और पार्टी कार्यकर्ताओं में जोश भरने के लिए बुधवार से आंध्र प्रदेश के राज्यव्यापी दौरे पर निकल रही है. आंध्र प्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं.

उन्होंने इस दौरे का नाम निज़ाम गेलावली (सच्चाई की जीत होनी चाहिए) दिया है. भुवनेश्वरी चंद्रबाबू नायडू की “अवैध गिरफ्तारी” और मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी की ‘प्रतिशोध की राजनीति’ के बारे में जनता को बताएगी. इसकी जानकारी टीडीपी सूत्रों ने दिप्रिंट को दी.

आंध्र प्रदेश के पूर्व सीएम नायडू कथित कौशल विकास निगम घोटाले के सिलसिले में गिरफ्तार होने के बाद 10 सितंबर से राजमुंदरी केंद्रीय जेल में कैद हैं.

अपने दौरे के दौरान भुवनेश्वरी उन टीडीपी समर्थक और नायडू के प्रशंसकों के परिवारों से भी मिलेंगी, जिनकी कथित तौर पर पूर्व सीएम की गिरफ्तारी के बाद सदमे से मौत हो गई थी.

टीडीपी नेताओं का दावा है कि राज्य भर में कम से कम 150 ऐसे मामले या परिवार हैं, जिनसे भुवनेश्वरी मिलेंगी और सांत्वना देंगी.

वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) के प्रमुख जगन अपने पिता वाई.एस. राजशेखर रेड्डी के नाम पर इसी तरह की राज्य यात्रा पर निकले थे, जिसे ओडारपु यात्रा के नाम से जाना जाता है. सितंबर 2009 में एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में राजशेखर रेड्डी की मृत्यु हो गई थी. इस दौरे ने जगन, जो उस समय कांग्रेस सांसद थे, को जनता से जुड़ने और अपने पिता की विरासत पर सफलतापूर्वक दावा करने में मदद की थी.

दशहरा के अवसर पर लोगों को शुभकामनाएं देते हुए, नायडू ने जनता के नाम एक खुला पत्र जारी किया, जिसे उन्होंने कथित तौर पर रविवार को जेल में मुलाकात के दौरान अपने परिवार को सौंपा. इसमें उन्होंने लिखा है कि उनकी पत्नी भुवनेश्वरी, उनके अनुरोध पर, “निजाम गेलावली अभियान के माध्यम से लोगों के साथ जुड़ेंगी, उनकी गलत गिरफ्तारी से प्रभावित परिवारों को सांत्वना देंगी और वर्तमान समय के अराजक शासन को समाप्त करेंगी”.

मीडिया को जारी किए गए पत्र में विपक्षी नेता ने यह भी लिखा कि वह “जेल में नहीं बल्कि आंध्र प्रदेश के लोगों के दिलों में हैं”.

टीडीपी सूत्रों ने दिप्रिंट से कहा कि भुवनेश्वरी का दौरा स्थानीय मंदिर में प्रार्थना के साथ, तिरूपति के पास नायडू के पैतृक गांव नरवरिपल्ले से शुरू होगा. भुवनेश्वरी सांत्वना देने के लिए पकाला गांव में पहली बार परिवारों से मिलेगी.

सूत्रों ने बताया कि अभी गाड़ियों को यात्रा में शामिल का कोई निश्चित कार्यक्रम नहीं है.

भुवनेश्वरी ने मंगलवार को तिरुमाला के प्रसिद्ध वेंकटेश्वर मंदिर में पूजा-अर्चना भी की.

वाईएसआरसीपी नेताओं ने इस दौरे का मज़ाक उड़ाते हुए कहा है कि यह “(नायडू के बेटे और टीडीपी महासचिव) नारा लोकेश की युवा गलाम पदयात्रा और टीडीपी द्वारा शुरू की गई अन्य रैलियों और प्रदर्शनों की तरह” लंबे समय तक नहीं चलेगा.

वाईएसआरसीपी एमएलसी तलसीला रघुराम ने सोमवार को मीडिया से कहा, “हम भी चाहते हैं कि सच्चाई की जीत हो, लेकिन भुवनेश्वरी को पहले तथ्य जानना चाहिए. कनिपकम विनायक मंदिर में शपथ लेने के बाद यात्रा शुरू होनी चाहिए कि उनके पति निर्दोष हैं और उन्होंने सब कुछ (कौशल विकास परियोजना और अन्य मामलों में जब नायडू सीएम थे) ईमानदारी के साथ किया गया था.”

उन्होंने राज्य सरकार और जेल अधिकारियों से यह जांच करने को भी कहा कि नायडू का पत्र कथित तौर पर आधिकारिक मंजूरी के बिना जेल से कैसे बाहर आया.

टीडीपी प्रमुख की गिरफ्तारी के बाद से भुवनेश्वरी और नायडू की बहू ब्राह्मणी (लोकेश की पत्नी) सार्वजनिक रूप से नजर आ रही हैं और जगन सरकार पर राजनीतिक टिप्पणियां और खूब हमले कर रही हैं.

पूर्व केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी की आंध्र इकाई की वर्तमान प्रमुख, अपनी बहन दग्गुबाती पुरंदेश्वरी के विपरीत, भुवनेश्वरी ने अपने पति की गिरफ्तारी तक खुद को ब्राह्मणी के साथ पारिवारिक व्यवसाय, हेरिटेज फूड्स के प्रबंधन तक ही सीमित रखा था.

पुरंदेश्वरी और भुवनेश्वरी दोनों दिवंगत मैटिनी आइडल, टीडीपी संस्थापक और आंध्र के पूर्व सीएम एन.टी. रामाराव की बेटियां हैं.


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टीडीपी और जन सेना पार्टी की बैठक

नायडू की अब तक रिहाई नहीं होने के कारण, टीडीपी अब उनके बेटे लोकेश के नेतृत्व में चुनावी तैयारियों में जुट गई है.

विजयदशमी से पहले सोमवार को टीडीपी और जन सेना पार्टी (जेएसपी) ने राजमुंदरी में अपनी पहली समन्वय बैठक की.

नायडू की गिरफ्तारी के कुछ दिनों बाद, जेएसपी प्रमुख पवन कल्याण ने उस शहर से घोषणा की थी – जहां नायडू जेल में हैं – कि दोनों दल 2024 के चुनावों में जगन को सीएम की सीट से हटाने के लिए मिलकर लड़ेंगे.

यह दोहराते हुए कि वह सत्ता विरोधी वोटों को विभाजित नहीं होने देंगे, कल्याण ने कहा कि दोनों दल एक संयुक्त रणनीति और एक संयुक्त कार्य योजना बना रहे हैं.

लोकेश के साथ मौजूद कल्याण ने बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा, “जन सेना-टीडीपी गठबंधन वाईएसआरसीपी वायरस को खत्म करने का टीका है जो राज्य सरकार को परेशान कर रहा है.”

दोनों नेताओं में से किसी ने भी सीट बंटवारे के किसी भी फॉर्मूले पर कोई टिप्पणी नहीं की.

लोकेश ने कहा कि दोनों पार्टियों के बीच कोई टकराव नहीं होगा और विश्वास जताया कि टीडीपी-जनसेना गठबंधन राज्य में अगली सरकार बनाएगा.

लोकेश ने कहा कि एक साझा घोषणापत्र 1 नवंबर को जारी किया जाएगा और साथ ही टीडीपी और जेएसपी नेता साथ मिलकर घर-घर जाकर प्रचार करेंगे.

सोमवार की संयुक्त बैठक में तीन प्रस्ताव पारित किए गए और इसमें एक में “चंद्रबाबू नायडू की अवैध गिरफ्तारी की कड़ी निंदा” की गई. बाकी दो में टीडीपी-जेएसपी गठबंधन का समर्थन और आंध्र के लोगों की भलाई के लिए प्रतिबद्धता जताई  गई.

(संपादन : ऋषभ राज)

(इस ख़बर को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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