scorecardresearch
Friday, 22 November, 2024
होमराजनीतिकोविड19: संक्रमितों की संख्या 600 के पार, लॉकडाउन में 80 करोड़ राशन कार्ड धारकों को 2 किलो अधिक अनाज देगी सरकार

कोविड19: संक्रमितों की संख्या 600 के पार, लॉकडाउन में 80 करोड़ राशन कार्ड धारकों को 2 किलो अधिक अनाज देगी सरकार

अभी तक संक्रमितों की संख्या 600 को पार कर चुकी है. जिसमें 553 अभी संक्रमित हैं और 42 ठीक हो चुके हैं. जबकि इस संक्रमण से मरने वालों की संख्या  10 है.

Text Size:

नयी दिल्ली: देशभर में तेजी से कोरोनावायरस संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है. अभी तक संक्रमितों की संख्या 600 को पार कर चुकी है. जिसमें 553 अभी संक्रमित हैं और 42 ठीक हो चुके हैं. जबकि इस संक्रमण से मरने वालों की संख्या  10 है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह जानकारी दी है. बता दें इस महामारी ने धीरे धीरे पूरे देश में पैर पसार लिया है. देशव्यापी कोरोना पाबंदियों के बीच आम लोंगों को किसी प्रकार की परेशानी न हो इसलिए सरकार हर संभव प्रयास में जुटी है. इसी कड़ी में 80 करोड़ राशन के लाभार्थियों को राशन की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए, सरकार ने बुधवार को राशन की दुकानों के माध्यम से सब्सिडी-प्राप्त खाद्यान्नों का मासिक कोटा दो किलोग्राम बढ़ाकर सात किलोग्राम प्रति व्यक्ति करने का फैसला किया.

इस संबंध में फैसला, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीईए) द्वारा लिया गया.

सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने बैठक के बाद मीडिया को बताया, ‘सरकार ने सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) के तहत 80 करोड़ लोगों को 7 किलोग्राम प्रति व्यक्ति खाद्यान्न उपलब्ध कराने का फैसला किया है.’

उन्होंने कहा कि गेहूं की कीमत 27 रुपये किलो है, जो दो रुपये किलो की रियायती दर पर प्रदान की जायेगी, जबकि चावल की लागत लगभग 32 रुपये किलो है, लेकिन राशन की दुकानों के माध्यम से इसे तीन रुपये किलो की दर से आपूर्ति की जाएगी.

उन्होंने कहा कि सभी राज्यों को पीडीएस के माध्यम से वितरण के लिए केंद्र से खाद्यान्न लेने के लिए कहा गया है.

राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम कानून (एनएफएसए) के तहत, सरकार 80 करोड़ से अधिक लोगों को अत्यधिक रियायती मूल्य पर प्रति माह पांच किलोग्राम खाद्यान्न की आपूर्ति कर रही है.

पीडीएस के माध्यम से अतिरिक्त खाद्यान्न आवंटित करने का निर्णय लिया गया है क्योंकि भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) गेहूं और चावल के अधिक स्टॉक होने की स्थिति से जूझ रहा है. कुछ खाद्यान्नों के स्टॉक खुली जगह में रखे गए हैं और एफसीआई मानसून से पहले इस स्टॉक को खत्म करने के दबाव में है.

बता दें कि देश में तेजी से संक्रमण फैल रहा है जिसे रोकने के लिए देशभर में लॉकडाउन किया गया है. यहां तक की रेल, बस और घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय हवाई यात्राओं पर भी रोक लगा दी गई है.

share & View comments

1 टिप्पणी

  1. Main sarkar se nivedan karta hun sabhi driver bhaiyon ko apne apne Ghar pahunch ne ki ijazat DJ kab tak driver bhai kitne din Bahar pade rahenge lockdown mein

Comments are closed.