लखनऊ : बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने जी-20 रात्रिभोज के आधिकारिक निमंत्रण में ‘भारत’ शब्द के इस्तेमाल पर मचे बवाल को लेकर बुधवार को इंडिया गुट और एनडीए दोनों पर निशाना साधा और कहा कि बीजेपी के विरोधी दलों के समूह ने केंद्र में सत्तारूढ़ दल को अपने गठबंधन का नाम INDIA रखकर संविधान में बदलाव करने मौका दे दिया है.
बसपा प्रमुख ने इसे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और विपक्ष की संविधान के साथ छेड़छाड़ करने की ‘सोची-समझी रणनीति और षड्यंत्र’ करार दिया. साथ ही उन्होंने उच्चतम न्यायालय से इसका स्वत: संज्ञान लेकर देश के नाम पर बने सभी संगठनों, पार्टियों और गठबंधनों पर तुरंत बैन लगने की भी मांग की.
#WATCH | Lucknow, Uttar Pradesh: On the 'Bharat', BSP Chief Mayawati says, "…The fact is, that under a well-fabricated conspiracy, the opposition has given the opportunity to BJP-NDA to make changes in the Constitution by keeping the name of their alliance as INDIA…This is a… pic.twitter.com/rIXgxj9TEa
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) September 6, 2023
मायावती ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘भारत अर्थात इंडिया का चिर परिचित और गरिमामय संवैधानिक नाम है. बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर के पवित्र मानवतावादी और जनकल्याणकारी संविधान से अपने देश की सभी जातियों एव धर्मों को मानने वाले लोगों का अपार प्रेम, बेहद लगाव और सम्मान है. इसे बदलकर या इसके साथ छेड़छाड़ करके उनकी भावना के साथ कोई भी खिलवाड़ करना घोर अनुचित है.’’
मायावती ने कहा कि बीजेपी-एनडीए गठबंधन को गठबंधन के ‘इंडिया’ नाम के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाना चाहिए था या देश के नाम के समान गठबंधन का नाम रखने पर रोक लगाने वाला कानून बनाना चाहिए था.
राष्ट्रपति भवन द्वारा ‘प्रेसीडेंट ऑफ भारत’ की ओर से 9 सितंबर को जी20 रात्रिभोज के लिए निमंत्रण भेजे जाने के बाद विपक्षी दलों ने मुद्दा बना दिया है और आरोप लगाया है कि सरकार सिर्फ इसलिए “नाटक” का सहारा ले रही है क्योंकि वे (विपक्ष) एकजुट हुए हैं और अपने गुट का नाम INDIA रखा है.
आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को मात देने के लिए पिछले दिनों एकजुट हुए विपक्षी दलों ने अपने गठबंधन का नाम ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इनक्लूसिव अलांयस’ यानी ‘इंडिया’ रखा था.
सत्तापक्ष और विपक्ष की मिली-जुली साजिश करार दिया
उन्होंने कहा, ‘‘इस बारे में सच्चाई तो यह है कि देश के नाम को लेकर अपने संविधान के साथ छेड़छाड़ करने का मौका खुद विपक्ष ने भाजपा को दिया है वह भी एक सोची-समझी रणनीति और षड्यंत्र के तहत अपने गठबंधन का नाम ‘इंडिया’ रखकर. या फिर यह कहा जाए कि यह सब कुछ सत्ता पक्ष और विपक्ष की अंदरूनी मिली भगत से हो रहा है.’’
उन्होंने कहा कि लोगों में यह आशंका है कि इस मुद्दे पर सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों एक-दूसरे से मिले हुए हैं और उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से स्वत: संज्ञान लेकर देश के नाम पर बने संगठनों, पार्टियों और गठबंधनों पर प्रतिबंध लगाने का आग्रह किया.
मायावती ने कहा कि उनकी पार्टी की दोनों गठबंधनों से समान दूरी की नीति सही साबित हो रही है.
उन्होंने कहा, “लोग चुनाव से पहले की गई राजनीति को समझते हैं…उन्होंने बेरोजगारी, गरीबी और महंगाई के महत्वपूर्ण मुद्दों को दरकिनार कर दिया है.”
मायावती ने उच्चतम न्यायालय से अपील की कि वह ‘भारत’ और ‘इंडिया’ को लेकर की जा रही ‘संकीर्ण राजनीति’ का स्वत: संज्ञान ले और देश के नाम पर बने सभी संगठनों, पार्टियों और गठबंधनों पर तुरंत रोक लगाये.
मायावती ने हाल ही में स्पष्ट किया है कि उनकी पार्टी आगामी लोकसभा अपने बलबूते लड़ेगी और वह ना तो राजग और ना ही विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ का हिस्सा होगी.
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