हैदराबाद: भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के नेता के.चंद्रशेखर राव (केसीआर) की बेटी के.कविता ने सोशल मीडिया पर अयोध्या के राम मंदिर उद्घाटन की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह “एक धन्य कर देने वाली घटना है जो लाखों हिंदुओं की इच्छाओं को पूर्ति करेगी.” इस पोस्ट ने तेलंगाना के राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है.
“शुभ परिणाम. अयोध्या में श्री सीता रामचन्द्र स्वामी की स्थापना. इन शुभ क्षणों का, जब लाखों हिंदुओं के सपने सच होंगे, तेलंगाना सहित देश के सभी लोगों द्वारा स्वागत किया जाना चाहिए, सराहना की जानी चाहिए. जय सीताराम.” कविता ने रविवार को अयोध्या के राम मंदिर के एक वीडियो के साथ एक्स पर पोस्ट किया.
శుభ పరిణామం..
అయోధ్యలో శ్రీ సీతారామ చంద్ర స్వామి వారి ప్రతిష్ట,
కోట్లాది హిందువుల కల నిజం కాబోతున్న శుభ సమయంలో…
తెలంగాణతో పాటు దేశ ప్రజలందరూ స్వాగతించాల్సిన శుభ ఘడియలు..జై సీతారామ్ pic.twitter.com/qzH7M32cQJ
— Kavitha Kalvakuntla (@RaoKavitha) December 10, 2023
राजनीतिक विश्लेषक कविता की पोस्ट को एक शीर्ष बीआरएस नेता द्वारा भाजपा समर्थित राम मंदिर मुद्दे का पहला समर्थन और “कांग्रेस की जीत के बाद भाजपा के खिलाफ अपना रुख नरम करने की बीआरएस नेतृत्व की कोशिश” बताते हैं. इस बीच, भाजपा ने कविता के बयान का स्वागत करते हुए कहा है, “कम से कम अब उनकी आंखें खुल गई हैं.”
भव्य अयोध्या मंदिर निर्माण और भगवान राम की मूर्ति प्रतिष्ठा का समर्थन करने वाली कविता का यह नया विचार कांग्रेस द्वारा उनके पिता की सत्ता को छीने जाने के कुछ दिनों बाद आया है. तेलंगाना में सत्ता परिवर्तन हुआ और कांग्रेस ने विधानसभा की 119 सीटों में से 64 सीटें जीत लीं.
भगवान राम की मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा 22 जनवरी को होनी है और पीएम नरेंद्र मोदी को गर्भगृह में स्थापना अनुष्ठान में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया है. यह आयोजन आम चुनावों से ठीक तीन महीने पहले हो रहा है, जहां मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा केंद्र में हैट्रिक यानी तीसरे कार्यकाल के लिए प्रयास कर रही है.
जब दिप्रिंट ने कविता से फोन पर इस कदम के पीछे का कारण पूछा, तो उन्होंने कहा, “अभी इस मामले पर बात नहीं कर सकती. मैं केसीआर के साथ अस्पताल में हूं. प्रतिक्रिया मिलते ही रिपोर्ट अपडेट कर दी जाएगी.
पूर्व सीएम शुक्रवार को हिप रिप्लेसमेंट सर्जरी के बाद हैदराबाद के एक कॉर्पोरेट अस्पताल में स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं. केसीआर को पिछले हफ्ते अपने एर्रावल्ली फार्महाउस के बाथरूम में फिसलकर गिरने के कारण कूल्हे की हड्डी में फ्रैक्चर हो गया था. चुनाव के नतीजों के तुरंत बाद वह अपने निर्वाचन क्षेत्र गजवेल में अपने प्रसिद्ध फार्महाउस में चले गए.
रविवार को, मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने राजनीतिक विद्वेष को किनारे रखते हुए, अस्पताल में केसीआर से मुलाकात की और अपने उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की और अपनी सरकार से हर संभव मदद का आश्वासन दिया.
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कविता के यू-टर्न का स्वागत किया गया
कविता की पोस्ट रविवार को ट्रेंड कर रही थी, वहीं इस मामले पर उनके पहले के रुख की एक पुरानी क्लिप सोशल मीडिया पर सामने आई. वहां उन्होंने कहा था कि “जब भी चुनाव आते हैं तो बीजेपी मंदिर का मुद्दा उठाती है.”
कविता ने जनवरी 2019 में जब वह निज़ामाबाद की सांसद थीं, कहा था, ”राम मंदिर को एक चुनावी मुद्दा बनाकर रख दिया गया है और इसका जमकर फायदा उठाया गया है. भाजपा ने विशेष रूप से भगवान को धोखा दिया, यह दावा करके कि वे मंदिर का निर्माण करेंगे. जब भी चुनाव होते हैं, मंदिर का मुद्दा सामने आता है,” उन्होंने एक लाइव ‘ट्विटर’ सत्र #AskMPKavitha पर जनता के सवालों का जवाब देते हुए कहा, “मैं देश के लोगों से इस मंदिर-मस्जिद की राजनीति से आगे बढ़ने का अनुरोध करती हूं.”
कविता के रुख का स्वागत करते हुए, तेलंगाना भाजपा के प्रवक्ता एन.वी. सुभाष ने सोमवार को दिप्रिंट से कहा, “यह जानकर खुशी हुई कि कविता को पता चला है कि हिंदू अपने दिल और जीवन में भगवान राम को कितना महत्व देते हैं. भाजपा दृढ़ प्रतिज्ञ रही है और राष्ट्र से अपना वादा पूरा किया है.”
एक बीजेपी नेता ने कहा, ”हो सकता है कि वह हमारे लिए कुछ विचार रख रही हों.”
क्या हैं राजनीतिक मायने
दिप्रिंट ने जिन राजनीतिक पर्यवेक्षकों से बात की, उन्होंने भी कविता की पोस्ट को एक महत्वपूर्ण बदलाव के रूप में देखा – विशेष रूप से आम चुनावों से पहले के महीनों में और राज्य चुनावों में बीआरएस की हार के बाद.
राजनीतिक विश्लेषक भंडारू श्रीनिवास राव ने दिप्रिंट को बताया कि पार्टी की चुनावी हार के कुछ दिनों बाद कविता की पोस्ट, “बीआरएस नेतृत्व के भाजपा के खिलाफ अपने रुख को नरम करने के इरादे के बारे में दिखाती है.”
“वे शायद चाहेंगे कि राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता कुछ समय के लिए कम हो जाए, यह देखते हुए कि कांग्रेस दोनों के लिए एक बड़ी दुश्मन है. राव ने कहा, ”अयोध्या मंदिर का अभिषेक एक अच्छा बहाना है.”
हैदराबाद स्थित एक अन्य राजनीतिक टिप्पणीकार पापा राव का मानना है कि दिल्ली की उत्पाद शुल्क नीति की जांच और तेलंगाना में मोदी सहित भाजपा का यह कहना कि भ्रष्टाचारियों को कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा, के बीच एक संबंध है.
पापा राव ने कहा, “पता नहीं किस बात ने उन्हें इस मामले में पलटने पर मजबूर कर दिया. एक संभावित कारण दिल्ली उत्पाद शुल्क घोटाला हो सकता है जिसमें उन्हें केंद्रीय एजेंसियों की जांच का सामना करना पड़ा.”
दिल्ली उत्पाद शुल्क नीति घोटाले में कथित संलिप्तता को लेकर कविता से सीबीआई और ईडी ने पूछताछ की थी, लेकिन तेलंगाना भाजपा के कई शीर्ष नेताओं के दावों के विपरीत, उन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया था.
पर्यवेक्षकों ने कहा कि कार्यवाही न किए जाने की वजह से बीजेपी की चुनावी जीत की संभावनाओं में कमी आई.
केसीआर ने पिछले महीने निज़ामाबाद में कांग्रेस नेताओं से सवाल किया था, “किसकी निगरानी में बाबरी मस्जिद को ध्वस्त किया गया? यदि आप धर्मनिरपेक्ष हैं, तो आपके कार्यों में यह दिखना चाहिए”
केसीआर ने कैंपेन के अंतिम दिन हैदराबाद के पास विधानसभा क्षेत्रों में रैलियों में भाजपा पर परोक्ष हमला करते हुए कहा, “यह एक कट्टर पार्टी है, जो (सांप्रदायिक) आग भड़काने के लिए मस्जिदों, दरगाहों को खोदने के बारे में सोचती रहती है.”
(संपादनः शिव पाण्डेय)
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