गुरुग्राम: विश्व मुक्केबाजी चैंपियन स्वीटी बूरा ने आगामी हरियाणा विधानसभा चुनाव में हिसार की बरवाला विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने की घोषणा की है.
बूरा ने यह बात रविवार को अपने ननिहाल सरसौद में एक कार्यक्रम के दौरान कही. सरसौद बरवाला विधानसभा सीट के तहत आता है. उनका पैतृक गांव घिराय हिसार की हांसी विधानसभा सीट के अंतर्गत आता है.
बूरा की उपलब्धियों के सम्मान में सरसौद और कुछ पड़ोसी गांवों के लोगों ने यह कार्यक्रम आयोजित किया था.
इस कार्यक्रम के दौरान उन्होंने राजनीति में उतरने की अपनी मंशा ज़ाहिर की और कहा कि अगर भाजपा उन्हें टिकट देती है तो वे ज़रूर जीतेंगी.
उन्होंने कहा, “मैं एक किसान की बेटी हूं और किसान अपनी बेटी को ज़रूर आशीर्वाद देंगे. मैं भाजपा की नियमित कार्यकर्ता हूं और पार्टी मुझे जो भी जिम्मेदारी देगी, मैं उसे पूरा करूंगी. अगर मुझे टिकट नहीं भी मिला तो भी मैं पार्टी के लिए काम करती रहूंगी.”
जनवरी 2024 में रोहतक में भाजपा में शामिल हुईं बूरा ने कहा, “जिस तरह मैंने खेलों में देश का नाम रोशन किया और देश के हित को ध्यान में रखकर काम किया, उसी तरह मैं राजनीति में भी देश के हित को ध्यान में रखकर काम करूंगी. मैं महिलाओं और बेटियों की आवाज बनने के लिए तैयार हूं.”
सोमवार को दिप्रिंट द्वारा संपर्क किए जाने पर बूरा ने कहा कि उनसे ज्यादा बरवाला विधानसभा सीट के लोग चाहते हैं कि वे चुनाव लड़ें.
उन्होंने कहा, “सरसौद और पड़ोसी गांवों बिचपड़ी, जेवरा और जुगलान द्वारा आयोजित कार्यक्रम में 36 बिरादरी (हरियाणा में रहने वाले सभी 36 समुदाय) के सदस्य मौजूद थे, साथ ही बरवाला विधानसभा सीट के 22 गांवों के पंच और सरपंच भी मौजूद थे. वे सभी चाहते थे कि मैं बरवाला से आगामी विधानसभा चुनाव लड़ूं.”
बरवाला से मैदान में उतरने पर जीत का भरोसा जताते हुए बॉक्सिंग चैंपियन ने कहा कि वास्तव में वे भारी अंतर से चुनाव जीतेंगी.
भाजपा ने बरवाला विधानसभा सीट कभी नहीं जीती है. 2019 के विधानसभा चुनाव में यह सीट जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) के जोगी राम सिहाग के खाते में गई थी. हालांकि, हरियाणा सरकार से बाहर होने के बाद जेजेपी नेता दुष्यंत चौटाला के साथ सिहाग का मनमुटाव हो गया और उन्होंने 2024 के संसदीय चुनावों में भाजपा के हिसार उम्मीदवार को अपना समर्थन दे दिया. इन चुनावों में कांग्रेस उम्मीदवार जय प्रकाश ने हिसार के नौ विधानसभा क्षेत्रों में से छह में अपने भाजपा प्रतिद्वंद्वी रणजीत सिंह पर बढ़त हासिल की. हालांकि, सिंह को प्रकाश से 11,657 वोट अधिक मिले, जिससे सिहाग का भाजपा टिकट पर दावा मजबूत होगा.
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बूरी की ज़िंदगी और उपलब्धियां
स्वीटी बूरा का जन्म 10 जनवरी, 1993 को हिसार के एक किसान परिवार में हुआ था. वे अपने ननिहाल के गांव सरसौद में पली-बढ़ीं और सरसौद और बिचपड़ी गांवों के बीच स्थित एक सरकारी स्कूल में उन्होंने पढ़ाई की.
खेलों के प्रति उनका झुकाव बचपन से ही था. बूरा ने शुरुआत में कबड्डी में बेहतरीन प्रदर्शन किया और राज्य स्तर की खिलाड़ी बनीं. हालांकि, 2009 में अपने पिता महेंद्र सिंह बूरा के कहने पर स्वीटी ने कबड्डी छोड़ दी और बॉक्सिंग में उतर गईं और तब से उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा.
बॉक्सिंग में बूरा की उपलब्धियों के लिए उन्हें 2017 में हरियाणा सरकार से भीम पुरस्कार मिला.
उनके बॉक्सिंग करियर में कोरिया के जेजू शहर में 2014 विश्व बॉक्सिंग चैंपियनशिप में रजत पदक; जॉर्डन के अम्मान में 2022 एशियाई चैंपियनशिप में रजत; चीन के वुलंचाबू में 2015 एशियाई चैंपियनशिप में रजत और 2021 में दुबई में कांस्य पदक जीतना शामिल है. उनकी यात्रा के बारे में एक डॉक्यूमेंट्री, जिसका शीर्षक छोरी मुक्केबाज़ है, ओटीटी प्लेटफॉर्म स्टेज पर रिलीज़ की गई, जो हरियाणवी और राजस्थानी बोलियों में कंटेंट बनाते हैं.
2023 में उन्होंने लाइट हैवीवेट वर्ग में चीन की वांग लीना को हराकर महिला मुक्केबाज़ी चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता. उनकी जीत के कुछ दिनों बाद, तत्कालीन मुख्यमंत्री खट्टर ने उन्हें 40 लाख रुपये का चेक और राज्य सरकार में ग्रुप बी की नौकरी का प्रस्ताव दिया. वे आयकर विभाग में एक अधिकारी हैं.
उनकी शादी रोहतक के चमारिया गांव के कबड्डी खिलाड़ी दीपक हुड्डा से हुई है. दीपक 2016 के दक्षिण एशियाई खेलों में स्वर्ण जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा थे और उन्होंने प्रो कबड्डी लीग के सभी सीज़न में भाग लिया है.
कांग्रेस को उनका समर्थन और भाजपा में जाना
बूरा के भाजपा में शामिल होने से पहले, वे पार्टी की आलोचना में मुखर थीं.
पिछले साल, जब उनके पैतृक गांव घिराय के निवासियों ने एक कार्यक्रम में उनके प्रदर्शन का सम्मान किया था, तो उन्होंने लोगों से कांग्रेस को वोट देने और अगले चुनावों में “हुड्डा साहब को सत्ता में लाने” के लिए कहा था, और खट्टर सरकार की खेल नीति की आलोचना की थी.
उन्होंने भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व प्रमुख बृज भूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न के आरोपों के खिलाफ महिला पहलवानों के विरोध का भी समर्थन किया था. 28 अप्रैल को, उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा मंत्रियों किरेन रिजिजू और अनुराग ठाकुर के साथ-साथ पहलवान विनेश फोगट और बजरंग पुनिया को टैग करते हुए एक्स पर एक मैसेज भी पोस्ट किया था, जिसमें देश में पदक जीतने वाले एथलीटों के साथ किए जा रहे व्यवहार पर अपनी पीड़ा व्यक्त की थी. इससे पहले, वह जनवरी में हरियाणा में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हुई थीं.
हालांकि, इस साल जनवरी में, बूरा अपने पति के साथ खट्टर की मौजूदगी में भाजपा में शामिल हुईं और पार्टी के तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष नायब सैनी और कैबिनेट मंत्री जे.पी. दलाल ने उनका पार्टी में स्वागत किया.
भाजपा में शामिल होते समय बूरा ने कहा कि वह सत्तारूढ़ पार्टी में शामिल होने के लिए पीएम मोदी से प्रभावित थीं.
बूरा ने तब कहा था, “चाहे वो अनुच्छेद 370 को हटाना हो, राम मंदिर का निर्माण हो, चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न देना हो या फिर खेलों के लिए सुविधाएं और बजट बढ़ाना हो, मैं भाजपा की नीतियों से प्रभावित हूं.”
(इस रिपोर्ट को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)
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