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Sunday, 3 November, 2024
होमराजनीति'बूथ विजय अभियान', गांवो और दलितों तक पहुंच- नड्डा ने तैयार की 2022 UP चुनाव में BJP के जीत की योजना

‘बूथ विजय अभियान’, गांवो और दलितों तक पहुंच- नड्डा ने तैयार की 2022 UP चुनाव में BJP के जीत की योजना

उत्तर प्रदेश के दो दिवसीय दौरे पर आए हुए बीजेपी अध्यक्ष जे पी नड्डा ने सीएम योगी आदित्यनाथ, मंत्रियों और बीजेपी की राज्य इकाई की कोर कमेटी के सदस्यों से मुलाकात कर आगामी चुनावों के लिए पार्टी की तैयारियों पर ध्यान केंद्रित किया.

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लखनऊ: राज्य के दो दिवसीय दौरे पर शनिवार को लखनऊ पहुंचे भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पार्टी के नेताओं से 2022 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले नियमित रूप से गांवों और दलित कॉलोनियों में पहुंचने के लिए कहा. उन्होंने उनसे यह भी कहा कि अपने जिला प्रवास के दौरान वे स्थानीय मंदिरों में दर्शन-पूजन करे.

इस शनिवार को राज्य की भाजपा सरकार के मंत्रियों, पूर्व सांसदों और पार्टी की कोर कमेटी के सदस्यों के साथ भाजपा प्रमुख की बैठकों में मुख्य रूप से आगामी विधानसभा चुनावों के लिए पार्टी की तैयारियों पर ध्यान केंद्रित किया गया.

नड्डा ने राज्य में नव-निर्वाचित जिला पंचायत और क्षेत्रीय पंचायत अध्यक्षों से भी मुलाकात की तथा उन्हें केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार और राज्य की योगी आदित्यनाथ सरकार द्वारा शुरू की गई पहलों और उनकी उपलब्धियों के बारे में एक महा-जागरूकता अभियान शुरू करने का काम सौंपा. यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी इस बैठक में मौजूद थे.

पहले इस बात के कयास लगाए जा रहे थे कि नड्डा के उत्तर प्रदेश दौरे के दौरान राज्य में संभावित कैबिनेट फेरबदल पर कोई फैसला लिया जा सकता है, लेकिन पार्टी सूत्रों के मुताबिक अभी तक इस बारे में ऐसी कोई चर्चा नहीं हुई है. भाजपा के एक सूत्र ने यह भी कहा कि राज्य विधान परिषद में खाली पड़ी चार एमएलसी सीटों के लिए उम्मीदवारों के चयन पर भी चर्चा होनी अभी बाकी है.

भाजपा अध्यक्ष नड्डा की वर्तमान यात्रा के दौरान यदि दोनों में से किसी भी विषय पर कोई चर्चा होनी है, तो संभावना इस बात की है कि रविवार को सीएम के साथ भाजपा प्रमुख की अलग से होने वाली बैठक के दौरान ऐसा हो सकता है. हालांकि, सूत्रों ने यह भी संकेत दिया कि राज्य में आसन्न चुनावों के कारण कैबिनेट फेरबदल को फिलहाल टाला जा सकता है.

मुख्यमंत्री योगी के अपनी बैठक के बाद, नड्डा आगरा के लिए रवाना होने वाले हैं, जहां वह ‘ब्रज क्षेत्र’ के पार्टी के पदाधिकारियों, विधायकों और एमएलसी की एक बैठक को संबोधित करेंगे. पार्टी के एक पदाधिकारी के अनुसार, नड्डा आगरा में डॉक्टरों की एक बैठक को भी संबोधित करेंगे, जो वहाँ कोविड के खिलाफ जंग में अग्रिम मोर्चे पर रहे हैं.

स्थानीय पहुंच और संतों के साथ संपर्क

यूपी बीजेपी के एक अन्य पदाधिकारी ने दिप्रिंट को बताया कि नड्डा, महासचिव (संगठन) बी.एल. संतोष और यूपी भाजपा प्रभारी राधा मोहन सिंह ने शनिवार को आगामी विधानसभा चुनाव हेतु पार्टी की राज्य इकाई के संगठन के लिए योजना तैयार की. उन्होंने कहा कि यह तय किया गया है कि पार्टी अपने पुराने फॉर्मूले ‘बूथ विजय अभियान’ पर ध्यान देना जारी रखेगी, जिसके तहत बूथ प्रबंधन पर विशेष ध्यान दिया जाता है.

एक तीसरे पदाधिकारी ने बताया, ‘नड्डा जी ने मुख्य रूप से ‘लोगो तक पहुंचने’ से संबंधित योजनाओं पर अपना ध्यान केंद्रित किया. उन्होंने पार्टी नेताओं से नियमित रूप से ‘गांवों और दलित बस्तियों’ का दौरा करने एवं पार्टी के उन नेताओं और कार्यकर्ताओं पर ध्यान केंद्रित करने के लिए कहा जो किसी कारण से नाखुश हैं – विशेष रूप से वे नेता और कार्यकर्ता जो या तो राज्य सरकार द्वारा राज्य में कोविड की महामारी वाली स्थिति से निपटने के प्रयासों से खुश नहीं हैं और या फिर इसलिए नाराज हैं क्योंकि उन्हें राज्य या जिला स्तर पर सक्रिय भूमिका निभाने का अवसर नहीं मिल रहा है.’

पार्टी के इस पदाधिकारी के अनुसार, ‘पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने प्रदेश आलाकमान से ‘हर कार्यकर्ता को जिम्मेदारी बांटने’ के लिए भी कहा, ताकि वे बेकार न बैठे रहें. साथ ही उन्होने आने वाले चुनावों के लिए गति निर्माण का कार्य भी शुरू करने की कहा.’ .

इस बैठक के दौरान यह भी सुझाव दिया गया कि पार्टी के नेताओं और मंत्रियों को जिलों में अपने ‘प्रवास’ के दौरान इलाके के प्रसिद्ध मंदिरों का दौरा करना चाहिए. ऐसा माना जा रहा है कि नड्डा का कहना है कि ‘ यह संतों और (इलाके के अन्य लोगों) के साथ हमारे जुड़ाव को और बढ़ाएगा और साथ हीं हमारे समर्थकों को एक संदेश भी देगा.’

किसानों का गुस्सा और सीटें का बँटवारा

उपर उल्लिखित एक सूत्र, जो नड्डा के साथ बैठक में भाग लेने वालों मे से एक थे, के अनुसार पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने केंद्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ पश्चिम यूपी में किसानों के बीच बढ़ते गुस्से पर भी चिंता जताई.

उन्होंने नड्डा और पार्टी के अन्य वरिष्ठ पदाधिकारियों से इस मुद्दे का जल्द से जल्द समाधान निकालने का अनुरोध किया और उन्हें आगाह किया कि इस के बिना यह समस्या ‘जाटलैंड’ में वोट जुटाने की पार्टी की संभावनाओं को प्रभावित करेगी. उनकी चिंता का जवाब देते हुए नड्डा ने कहा, ‘हम इसका समाधान खोजने की कोशिश कर रहे हैं, चीजें जल्द ही ठीक होंगी.’

यूपी बीजेपी के एक अन्य वरिष्ठ नेता ने दिप्रिंट को बताया, ‘इस बैठक के दौरान बी एल संतोष ने कहा कि विधानसभा की सभी 403 सीटों के लिए विधानसभा प्रभारी के नाम जल्द ही तय किए जाएंगे. इस पर नड्डा ने कहा कि जिन नेताओं को प्रभारी नियुक्त किया जाएगा उन्हें पार्टी का टिकट नहीं मिलेगा. अगर किसी को इस बारे में आपत्ति है तो वे राज्य के महासचिव (संगठन) से बात कर सकते हैं.’

इस नेता ने आगे बताया, ‘यह भी तय किया गया है कि सितंबर में यूपी बीजेपी एक ‘पन्ना प्रमुख सम्मेलन’ (ज़मीनी स्तर के बूथ कार्यकर्ताओं की सभा) आयोजित करेगी जहां नड्डा उन्हें संबोधित करेंगे. यह आयोजन उस महीने के अंतिम सप्ताह में होने की उम्मीद है.‘

(इस खबर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)

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