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Thursday, 25 April, 2024
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BJP के राहुल नारवेकर बने महाराष्ट्र विधानसभा के स्पीकर, 164 वोट हासिल किए

गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी (सपा) ने भाजपा उम्मीदवार के खिलाफ मतदान से परहेज किया. उसके दोनों विधायक अबू आजमी और रईस शेख मतगणना के दौरान बैठे रहे.

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नई दिल्ली: बीजेपी उम्मीदवार राहुल नारवेकर रविवार को महाराष्ट्र विधानसभा के स्पीकर चुने गये हैं. उन्होंने कुल 164 वोट हासिल किए जबकि विरोध में 107 वोट पड़े. एकनाथ शिंदे सरकार के गठन के लिए स्पेशल सत्र बुलाया गया था.

इस दौरान जब राहुल नारवेकर ने महाराष्ट्र विधानसभा का स्पीकर का चार्ज संभाला तो जय भवानी, जय शिवाजी, जय श्रीराम, भारत माता की जय और वंदे मातरम के नारे लगे.

सत्र के दौरान, समाजवादी पार्टी (सपा) ने भाजपा उम्मीदवार के खिलाफ मतदान से परहेज किया. उसके दोनों विधायक अबू आजमी और रईस शेख मतगणना के दौरान बैठे रहे.

गौरतलब है कि एआईएमआईएम भी बीजेपी के नारवेकर के खिलाफ वोटिंंग से परहेज किया.

कुल तीन विधायक विधानसभा में वोटिंग से परहेज किए जिसमें एआईएमआईएम के शाह फारूख अनवर सपा के दो विधायक जबकि एआईएमआईएम के एक एमएलए अनुपस्थित रहे.

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दो दिन के विशेष सत्र की शुरुआत रविवार से हुई, शिंदे-फडणवीस सरकार को सदन में सोमवार को विश्वास मत के लिए अपना बहुमत साबित करना होगा.

गौरतलब है कि शिंदे जिन्होंने शिवसेना प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ बगावत की, मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली जबकि पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस जो टॉप पोस्ट के लिए मुख्य दौड़ में थे उपमुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली.

एमवीए ने शिवसेना एमएलए राजन साल्वी को स्पीकर के तौर पर अपना उम्मीदवार बनाया था जबकि बीजेपी एमएलए राहुल नारवेकर को महाराष्ट्र विधानसभा का स्पीकर चुना गया.

कांग्रेस के नाना पटोले के फरवरी 2021 में पार्टी की राज्य इकाई के प्रमुख के रूप में पद से इस्तीफा देने के बाद विधानसभा में अध्यक्ष का पद खाली हो गया था. अध्यक्ष की अनुपस्थिति में, उपाध्यक्ष नरहरि जिरवाल सदन में एक कार्यवाहक अध्यक्ष की भूमिका निभा रहे थे.

इस बीच ठाकरे मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद शिंदे और बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मिले और राज्य में सरकार गठन का दावा पेश किया था.

फडणवीस जो कि 2014-19 तक मुख्यमंत्री थे, ने बृहस्पतिवार को संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की घोषणा की थी कि वह सरकार के हिस्सा नहीं होंगे. हालांकि बाद में बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व के निर्देश के बाद उन्होंने उपमुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली.


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