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Monday, 30 December, 2024
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छत्तीसगढ़ में BJP की सोशल इंजीनियरिंग : OBC और ब्राह्मण डिप्टी CM के साथ आदिवासी मुख्यमंत्री

भाजपा के राज्य प्रमुख और ओबीसी नेता अरुण साव और एक ब्राह्मण विधायक विजय शर्मा डिप्टी सीएम होंगे. इसके अतिरिक्त, भाजपा का शीर्ष नेतृत्व पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह को स्पीकर बना सकता है.

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नई दिल्ली : बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव और पहली बार विधायक बने विजय शर्मा, छत्तीसगढ़ में दो उपमुख्यमंत्री होंगे, जबकि पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह स्पीकर बनेंगे, दिप्रिंट को यह जानकारी मिली है.

रविवार को, भाजपा विधायक दल ने छत्तीसगढ़ में अपने प्रमुख आदिवासी चेहरे, पूर्व केंद्रीय मंत्री विष्णु देव साय को अगले मुख्यमंत्री के तौर पर चुना था.

बीजेपी के एक अंदरूनी सूत्र ने दिप्रिंट को बताया, “पार्टी ने जाति संतुलन और प्रभावी प्रशासन के लिए दो उपमुख्यमंत्रियों को चुना है. साव ने ओबीसी पृष्ठभूमि वाले एक प्रभावी नेता के तौर पर प्रदर्शन किया है और शर्मा सामान्य वर्ग की जाति से आते हैं. यह अनुभव, ऊर्जा और जातिगत मैट्रिक्स का मिश्रण है.”

उन्होंने कहा, ”हम भूपेश बघेल जैसी गलती नहीं करना चाहते, जिन्होंने टी.एस. सिंह देव को आखिर में राज्य की सेवा का मौका देने से इनकार कर दिया.”

राज्य में 42 प्रतिशत ओबीसी आबादी को देखते हुए, भाजपा ने बिलासपुर के पूर्व सांसद साव को पुरस्कृत करने का फैसला किया, जिन्होंने ओबीसी बेल्ट में पार्टी के प्रदर्शन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.

इसी तरह, पार्टी के हिंदुत्व की पिच को देखते हुए शर्मा को आगे लाए जाने की संभावना है, जिसके लिए अमित शाह और हिमंता बिस्वा सरमा जैसे दिग्गजों ने कवर्धा में ध्रुवीकरण का मुद्दा उठाया था.

एक ब्राह्मण को उपमुख्यमंत्री के रूप में चुनकर, भाजपा ने ओबीसी और आदिवासियों के साथ-साथ उच्च जातियों तक पहुंच के जातिगत संतुलित बनाने का काम किया है.

विधानसभा में अपने व्यापक अनुभव के लिए, भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रमन सिंह को अध्यक्ष की भूमिका के लिए आगे बढ़ाया जा रहा है. सिंह इससे पहले 2003 से 2018 तक तीन बार मुख्यमंत्री रह चुके हैं.

भाजपा के दिग्गज नेता ने 2008 से छत्तीसगढ़ विधानसभा में राजनांदगांव निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया है. 2008 और 2013 में, उन्होंने क्रमशः कांग्रेस उम्मीदवारों उदय मुदलियार और उनकी पत्नी अलका उदय मुदलियार को हराया. इसके बाद उन्होंने 2018 में कांग्रेस की करुणा शुक्ला को हराया. इस साल, उन्होंने इस निर्वाचन क्षेत्र से 45,000 से अधिक वोटों के अंतर से जीत हासिल की.

1999 में कांग्रेस के दिग्गज नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मोतीलाल वोरा को हराने के बाद सिंह ने राजनंदगांव लोकसभा क्षेत्र का भी प्रतिनिधित्व किया था. इसके बाद वह अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार में 1999 से 2003 तक वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री रहे.

(अनुवाद और संपादन : इन्द्रजीत)

(इस ख़बर को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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