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Saturday, 14 December, 2024
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तेलंगाना के गांवों में 2023 के चुनावों से पहले BJP की तैयारी, हर क्षेत्र में होगी ‘स्कूटर यात्रा’

राज्य इकाई विधानसभा चुनाव की तैयारियों के तहत दिसंबर तक सभी गांवों को कवर करने की योजना बना रही है. नेता निर्धारित निर्वाचन क्षेत्र में गांवों का दौरा करेंगे, और ग्रामीणों के साथ चर्चा-परिचर्चा करेंगे.

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नई दिल्ली/हैदराबाद: तेलंगाना में अपनी पैठ बढ़ाने की कवायद में जुटी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता हर निर्वाचन क्षेत्र तक लोगों के बीच पहुंचने के लिए ‘स्कूटर यात्रा’ शुरू करने जा रहे हैं.

2023 के विधानसभा चुनाव के मद्देनजर मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव (केसीआर) के नेतृत्व वाली सत्तारूढ़ तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के खिलाफ अपनी रणनीतिक तैयारी के तहत पार्टी की तेलंगाना इकाई इस साल दिसंबर तक राज्य के सभी गांवों को कवर करने का लक्ष्य लेकर चल रही है.

यात्रा के दूसरे चरण में शामिल होने वाले भाजपा के राज्यसभा सदस्य के. लक्ष्मण ने बताया, ‘हमने राज्य के 10 नेताओं का एक समूह बनाया है जो 10 निर्वाचन क्षेत्रों की जिम्मेदारी संभालेंगे और हमारे प्रजा गोसा—भाजपा भरोसा (जनता के मुद्दे—भाजपा पर विश्वास) कार्यक्रम के तहत इन सीटों के अंतर्गत आने वाले हर एक गांव का दौरा करेंगे. हम हर गांव में भाजपा का झंडा लगाएंगे. पहला चरण कल से शुरू हो रहा है और 14 अगस्त तक चलेगा.’

उन्होंने आगे कहा, ‘हर महीने, ये 10 समूह गांवों का दौरा करेंगे और ग्रामीणों से बातचीत करने के लिए चौपाल का आयोजन करेंगे. कम से कम समय में अधिक से अधिक गांवों तक पहुंचने के लिए हम स्कूटर पर घूमेंगे. हमारे नेता पदयात्रा पहले से ही कर रहे हैं और अब यह स्कूटर यात्रा शुरू होगी.

पार्टी के एक पदाधिकारी के मुताबिक, ‘स्कूटर यात्रा’ के दौरान नेता हर गांव में एक रात भी बिताएंगे. उन्होंने कहा, ‘हर नेता के साथ 100-150 कार्यकर्ता होंगे और एक चौपाल लगाई जाएगी. इसमें मोदी सरकार की सभी योजनाओं के बारे में बताया जाएगा, और हम यह भी रेखांकित करेंगे कि केसीआर सरकार विभिन्न मोर्चों पर कैसे नाकाम रही है.’

पार्टी के एक अन्य नेता ने कहा, ‘हमारा लक्ष्य हर दिन सात-आठ गांवों को कवर करना है और केंद्रीय नेतृत्व ने हमारे लिए दिसंबर का लक्ष्य तय किया है. अगर राज्य में चुनाव पहले हो जाते हैं, तो हम पूरी तरह तैयार रहना चाहते हैं, और इसीलिए ये कार्यक्रम तैयार किए जा रहे हैं.’

गांवों का दौरा करने वाले भाजपा नेताओं में पूर्व सांसद जी. विवेक वेंकटस्वामी और विधायक टी. राजा सिंह शामिल हैं.

लोकसभा सीटों को साधेंगे

2019 के आम चुनाव में भाजपा ने तेलंगाना की 17 लोकसभा सीटों में से चार—सिकंदराबाद, करीमनगर, निजामाबाद और आदिलाबाद—पर जीत हासिल की थी.

पिछली बार हारी लोकसभा सीटों को साधने के अपने राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम के तहत भाजपा ने तेलंगाना के 17 में से 16 निर्वाचन क्षेत्रों के लिए ‘प्रवास मंत्रियों’ को नियुक्त किया है. इनमें केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण, ज्योतिरादित्य सिंधिया, प्रह्लाद जोशी, पुरुषोत्तम रूपाला और महेंद्र नाथ पांडे आदि शामिल हैं.

इसके पीछे इरादा उन निर्वाचन क्षेत्रों का दौरा करना है जहां भाजपा हारी थी और मोदी सरकार की योजनाओं और कार्यक्रमों के बारे में मतदाताओं को विस्तार से बताना है. उन्हें यह समझाना है कि ये योजनाएं और कार्यक्रम प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से उन्हें कैसे लाभ पहुंचा रहे हैं.

ऊपर उद्धृत पार्टी नेता ने कहा, ‘(अगले) संसदीय चुनाव तक ये (प्रवास) मंत्री लोकसभा क्षेत्रों का दौरा करेंगे और शक्ति केंद्रों (ग्रामीण महिलाओं के लिए एक केंद्रीय योजना) के कामकाज समेत तमाम मुद्दों पर सभी से फीडबैक लेंगे, इसमें यह पता लगाना शामिल है कि क्या मतदान बूथ समितियों का गठन किया गया है, पन्ना प्रमुखों की स्थिति क्या है, क्या नेता नियमित रूप से प्रवास कर रहे हैं, और क्या लोगों को केंद्रीय योजनाओं का लाभ मिल रहा है और अगर नहीं मिल रहा है तो क्यों.’

पार्टी नेताओं के मुताबिक, प्रवास के दौरान मंत्री अधिक से अधिक दूरस्थ क्षेत्रों को कवर करने और राज्य चुनावों से पहले एक माहौल बनाने के उद्देश्य से ध्वजारोहण समारोह आयोजित करेंगे.

प्रवास मंत्रियों के दौरों से तेलंगाना विधानसभा चुनाव की तैयारियों में मदद मिलने की उम्मीद है, क्योंकि वे भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा और राष्ट्रीय महासचिव बी.एल. संतोष को इस संबंध में एक व्यापक रिपोर्ट भी सौंपेंगे.

पैठ बढ़ाने की कवायद

पहले तेलंगाना की राजनीति में एक मामूली खिलाड़ी मानी जाने वाली भाजपा ने पिछले कुछ सालों में राज्य में तेजी से पैठ बनाई है.

नवंबर 2020 में पार्टी ने राजनीतिक हलकों को हैरत में डाल दिया जब उसने दुब्बाका विधानसभा उपचुनाव में सत्तारूढ़ टीआरएस को हराया. बाद में, इसने ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम चुनावों में 150 में से 48 वार्डों में जीत हासिल की, जिससे राज्य में प्रतिद्वंद्वी खेमे में खतरे की घंटी बज गई.

फिर पिछले साल नवंबर में भाजपा ने हुजूराबाद विधानसभा उपचुनाव में जीत हासिल की, जिसे ‘कड़ा मुकाबला’ माना जा रहा था, खासकर यह देखते हुए कि उसके उम्मीदवार टीआरएस के पूर्व मंत्री एटाला राजेंदर थे. भाजपा उम्मीदवार ने टीआरएस के गढ़ में यह मुकाबला 23,000 से अधिक मतों के अंतर से जीता.

तेलंगाना पर खास ध्यान केंद्रित करते हुए भाजपा ने राज्य में अपनी पैठ बढ़ाने के लिए विभिन्न कार्यक्रम शुरू किए हैं. 2-3 जुलाई को राजधानी हैदराबाद में पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक तो आयोजित की ही गई थी, तमाम केंद्रीय नेता खासकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, राज्य में कार्यक्रमों में अक्सर हिस्सा ले रहे हैं.

तेलंगाना भाजपा प्रमुख बंडी संजय ने मंगलवार को ट्वीट किया कि ‘केंद्रीय गृह मंत्रालय की एक हाई-पावर कमेटी पिछले हफ्ते बारिश और बाढ़ के कारण नुकसान के आकलन के लिए तेलंगाना का दौरा करेगी.’ हैशटैग #BJPCaresForTelangana के साथ उन्होंने कहा कि पार्टी नेतृत्व ने इस मुद्दे पर ‘गहरी चिंता’ जताई है.

( इस खबर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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