नई दिल्ली: मंत्री, सांसद और विधायक कार्रवाइयों में मारे गए सैनिकों के परिवारों को अपनाएंगे, और उनके घरों को फिर से सजाने का संकल्प लेंगे- ये बीजेपी की उन योजनाओं में से एक है, जो मोदी सरकार के आठ वर्ष पूरे होने पर शुरू की जाएंगी.
मोदी सरकार ने अपने पहले कार्यकाल के लिए 26 मई 2014 को शपथ ली थी, जबकि उसका दूसरा कार्यकाल 30 मई 2019 को शुरू हुआ था.
बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं को जिन गतिविधियों में से चयन करने को कहा गया है, उनमें किसी स्थानीय प्रभावशाली व्यक्ति के साथ लंच करना और मोदी सरकार के आठ वर्षों के दौरान मोदी सरकार की कामयाबियों को उजागर करने के लिए घर-घर जाकर लोगों से संपर्क करना शामिल था.
ऐसा ज्ञात हुआ है कि बीजेपी सांसद, विधायक, एमएलसी, प्रदेश पदाधिकारी और मंडल-स्तर तथा उससे ऊपर के पदाधिकारियों को कहा गया है कि अपने-अपने बूथों में 75 घंटों के लिए जन-संपर्क गतिविधियों को अंजाम दें.
एक बीजेपी पदाधिकारी ने कहा, ‘पार्टी पिछले आठ सालों की राजनीतिक सफलता को लोगों के सामने लेकर जाएगी’.
इस कवायद के तहत बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा एक पुस्तिका और रिपोर्ट जारी करेंगे.
एक वरिष्ठ बीजेपी नेता ने दिप्रिंट को बताया, ‘कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे जिनमें कल्याण योजनाओं के लाभार्थियों से बातचीत भी शामिल है. पार्टी हर ज़िले में ‘विकास तीर्थ बाइक रैली’ के नाम से एक रैली शुरू करेगी और मोदी सरकार द्वारा शुरू की गई सभी प्रमुख इनफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं का दौरा करेगी’.
वरिष्ठ सरकारी पदाधिकारियों ने दिप्रिंट को बताया कि बीजेपी सबसे लंबे समय तक चलने वाली गैर-कांग्रेस सरकार की सफलताओं को उजागर करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ेगी लेकिन सरकारी जश्न थोड़े हल्के ही रहेंगे.
सरकारी स्तर पर अलग-अलग मंत्रालयों से कहा गया है कि अपने रिपोर्ट कार्ड्स जारी करें, जिनमें पिछले आठ वर्षों के दौरान उनकी सफलताओं पर रोशनी डाली जाए. मंत्रालयों से ये भी कहा गया है कि जहां तक संभव हो, अपनी सफलताओं की 2014 से पहले किए गए कार्यों से तुलना करें.
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‘उदास मनोदशा’
आठवीं वर्षगांठ ऐसे समय आई है जब पूरे देश में भारी महंगाई और बेरोज़गारी के आंकड़ों में उछाल है. संयोग से ये कोविड महामारी की दूसरी घातक लहर की बरसी के साथ भी आ रही है, जिसमें देश भर में हज़ारों लोग मारे गए थे.
एक वरिष्ठ सरकारी पदाधिकारी ने कहा, ‘सरकार इस बात को लेकर भी सचेत है कि उसका आठवां साल, दूसरी विनाशकारी कोविड लहर की पहली बरसी के साथ आ रहा है और उस मौके पर राष्ट्रीय मनोदशा बहुत उदासी भरी होगी’.
पदाधिकारी ने कहा कि शायद ही कोई ऐसा परिवार रहा होगा, जो महामारी से प्रभावित नहीं हुआ.
पदाधिकारी ने कहा, ‘हर दूसरा परिवार दूसरी लहर के दौरान मारे गए किसी न किसी प्रियजन की मौत को याद कर रहा होगा. आठवीं वर्षगांठ से जुड़े किसी भी संचार में ये संवेदनशीलता दिखनी चाहिए’.
पदाधिकारी के अनुसार, ‘सरकार राष्ट्रीय मूड और ऊंची महंगाई दर के प्रति खबरदार है जो ‘चिंताजनक’ हो गई है. वर्षगांठ समारोहों को इन वास्तविकताओं के साथ संतुलन बिठाना होगा. आप असंयमी नहीं हो सकते’.
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आठ वर्षों के लिए आठ विषय
आठवीं वर्षगांठ के अवसर पर सरकार ने अपनी सफलताओं को उजागर करने के लिए आठ व्यापक विषयों को अंतिम रूप दिया है.
इनमें से एक विषय होगा ‘जीने की आसानी’, जिसके अंतर्गत सरकार उज्ज्वला, डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर, पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना और पीएम आवास योजना जैसी स्कीमों पर रोशनी डालेगी, जिन्होंने गरीबों के जीवन-स्तर में सुधार किया है.
एक वरिष्ठ बीजेपी सदस्य ने कहा, ‘हालांकि पूरी दुनिया महामारी से उत्पन्न आर्थिक संकट से प्रभावित हुई है लेकिन मोदी सरकार ने मुफ्त टीकाकरण और राशन के जरिए भोजन और स्वास्थ्य सुरक्षा सुनिश्चित करके 1.5 अरब लोगों के कल्याण के लिए काम किया. इस भारी कामयाबी को उजागर करने के लिए ‘8 साल: सेवा, सुशासन और गरीब कल्याण के नाम से एक विशेष अभियान शुरू करने का फैसला किया गया है’.
जैसा कि ऊपर कहा जा चुका है पार्टी ने नेताओं और कार्यकर्त्ताओं को गतिविधियों की एक सूची उपलब्ध कराई है, जिनमें से वो अपनी पसंद का कोई काम चुन सकते हैं.
अन्य चीज़ों के अलावा, इनमें कामयाबी की रिपोर्ट्स के साथ घर-घर जाकर संपर्क करना, लाभार्थियों के साथ बातचीत, विश्व पर्यावरण दिवस (5 जून) के मौके पर लाभार्थियों को एक गमला और पौधा दान करना और बीजेपी युवा ब्रिगेड की ओर से एक ‘प्रभात फेरी’ आदि शामिल हैं.
एक बीजेपी नेता ने कहा, ‘इस सब के अलावा अल्पसंख्यकों के बीच भी एक आउटरीच कार्यक्रम चलाया जाएगा, जिसमें बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रमुख विशेष रूप से अल्पसंख्यकों के लिए सरकार द्वारा की पहलकदमियों पर बात करेंगे’.
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