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Thursday, 21 November, 2024
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कोरोना का प्रकोप कम होते ही अपने दल-बल के साथ अयोध्या कूच करने की तैयारी में जुटे हैं भाजपा के सांसद

बिहार, असम, गुजरात सहित कई राज्यों के भाजपा सांसद ने अयोध्या जाने की तैयारियां शुरू कर दी हैं,साथ ही जो क्षेत्रवासी सक्षम नहीं हैं उनके जाने के इंतजाम में भी लेंगे बढ़चढ़ कर हिस्सा.

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नई दिल्ली: देश में कोरोना का प्रकोप कम होने के साथ ही राम नाम की गूंज तेज हो जाएगी. इसकी तैयारियां शुरू हो गई हैं. अयोध्या जाने और राम नाम के जाप में सबसे आगे भाजपा सासंद नजर आ रहे है.

भाजपा सांसद राम लला का दर्शन करना चाहते हैं.वे अपने क्षेत्र के लोगों से भी अयोध्या कूच करने का आह्वान करेंगे. राम जन्मभूमि की ब्रांडिंग की ये मुहिम देश के हर कोने में शुरु होगी, इंतजार है तो बस कोरोना के संक्रमण के कम होने का.

नाम न छापने के अनुरोध पर दिप्रिंट से भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव ने कहा, ‘ये आस्था का विषय है. कोई भी सांसद अयोध्या जाकर राम लला का दर्शन करता है तो इसमें किसी को क्या आपत्ति हो सकती है. लेकिन जो भी राम लला का दर्शन करने जा रहा हो उसे कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना चाहिए. जिसमें परिवार और अन्य लोग भी स्वस्थ्य रहे.’

बिहार से पश्चिमी चंपारण (बेतिया) से भाजपा सांसद डॉ.संजय जायसवाल दिप्रिंट से कहा, ‘राम मंदिर आंदोलन के दौरान जब जेल जाने की जरुरत पड़ी थी तब लोग जेल भी गए थे. मैं भी उस आंदोलन से जुड़ा रहा हूं.’

वह आगे कहते हैं, ‘मेरे क्षेत्र के कई लोग अयोध्या आंदोलन ने दौरान जेल में थे, उनकों मैं खाना पहुंचाने का काम करता था.अगर हम लोगों की वहां किसी काम व कार सेवा के लिए जरूरत होगी तो जरुर अयोध्या जाएंगे.’

उन्होंने कहा, ‘अयोध्या ऐसा धार्मिक स्थान है वहां कौन नहीं जाना चाहेगा. कोविड-19 के बाद अगर कारसेवा के लिए भी बुलाया जाएगा तो जरूर जाएंगे. नहीं तो दर्शन के लिए तो 100 प्रतिशत जाएंगे ही जाएंगे.’


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अयोध्या मामले में गुजरात के सूरत से भाजपा सांसद दर्शना जरदोष ने दिप्रिंट से कहा,’मेरे क्षेत्र से भी कई लोग मंदिर आंदोलन के दौरान जेल में रहे थे. आज वे खुश हैं कि मंदिर निर्माण होने जा रहा है. अब उनके मन में भी है हम अयोध्या जाकर राम के दर्शन कर सकेंगे.’

दर्शना ने बताया, ‘आज लोग खुद ही राम भगवान के दर्शन करने के लिए बहुत उत्सुक हैं. राम मंदिर एक विषय है कि हमें किसी को ले जाने की जरुरत नहीं होगी. लेकिन कुछ लोग किसी कारणों से नहीं जा पाते हैं तो फिर हमें ही उनकी व्यवस्था करनी होती है.’

उन्होंने कहा, ‘अयोध्या दर्शन के लिए तो जरुर जाना है लेकिन फिलहाल इसे कोरोना के चलते इसे टाला है. ट्रेनें अभी पूरी तरह से शुरु नहीं हुई है. बस से इतनी दूरी का लंबा सफर फिलहाल संभव नहीं है. हालांकि मौका मिलते ही राम मंदिर दर्शन के लिए जरुर जाएंगे.’

मध्यप्रदेश के खंडवा से भाजपा के वरिष्ठ सांसद नंदकुमार सिंह चौहान ने दिप्रिंट से कहा राम मंदिर निर्माण लिए हजारों लोगों ने संघर्ष किया और बलिदान दिया. 500 वर्ष के लंबे संघर्ष के बाद लोकतांत्रिक तरीके से अयोध्या में भगवान राम का भव्य मंदिर निर्माण होने जा रहा है.

नंद कुमार ने यह भी कहा, ‘निश्चित तौर पर दर्शन के लिए मैं जाउंगा. वहीं क्षेत्र की जनता से भी अयोध्या जाने का आह्वान भी करेंगे और प्रेरित भी करेंगे.


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असम के जोरहाट संसदीय क्षेत्र से भाजपा सांसद तपन कुमार गोगोई ने भी अयोध्या जाने की पूरी तरह तैयारी कर ली है. उन्होंने दिप्रिंट से कहा,’असम के कई लोग राम मंदिर के निर्माण में सहयोग करने और दर्शन के लिए जरुर जाएंगे. मैं भी जाने के लिए तैयार हूं और मैं जरूर जाऊंगा. अगर क्षेत्र के रामभक्त अगर जाना चाहते हैं उसमें जो भी मदद होगी वह भी करेंगे.’

गौरतलब है कि पीएम नरेंद्र मोदी ने पांच अगस्त को अयोध्या में श्रीराम मंदिर का भूमिपूजन किया था. कोरोनावायरस की महामारी के कारण सीमित मात्रा में लोग ही इस कार्यक्रम का हिस्सा बन सके थे. कार्यक्रम में भाजपा के पदाधिकारी भी मौजूद नहीं थे. देशभर के अधिकांश लोगों ने इस भूमि पूजन का टीवी के माध्यम से ही देखा था.

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