मुंबई: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता संजय शामराओ धोत्रे ने कहा है कि महाराष्ट्र में बहुत जल्द सरकार का गठन हो जाएगा. 50-50 फॉर्मूले पर भाजपा और शिवसेना में छिड़ी जंग कुछ हद तक सुलझ गई है. उन्होंने आगे कहा कि हमारा शिवसेना के साथ जितना भी साथ रहा है उसमें मतभेद कुछ हद तक सुलझते रहे हैं और मुझे ऐसा लगता है कि एक दो दिनों में महाराष्ट्र में सरकार का गठन हो जाएगा. हम दोनों साझेदार हैं और सभी को देश और जनता के बारे में सोचना होगा.
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भाजपा का ही होगा. हर किसी को अपनी पार्टी को बढ़ाने का अधिकार है लेकिन यहां यह होने नहीं जा रहा है.
वहीं दूसरी तरफ आदित्य ठाकरे समेत शिवसेना के नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मिलने गुरुवार को राजभवन जाएगा. शिवसेना के प्रवक्ता संजय राउत ने कहा कि हमारा एक दल शाम छह बजे कोशियारी से मिलने जाएगा. इस मुलाकात के दौरान प्रतिनिधिमंडल, ‘असमय वर्षा से हुए किसानों के नुकसान की भरपाई के लिए तुरंत मुआवजा दिए जाने की मांग करेगा.’
प्रतिनिधिमंडल के अन्य सदस्यों में महाराष्ट्र के विधायक एकनाथ शिंदे भी शामिल होंगे, जिन्हें आज विधानसभा में पार्टी का नेता चुना गया है. उनके अलावा सुभाष देसाई भी शामिल होंगे.
Sanjay Raut, Shiv Sena: We are meeting the Governor regarding the losses faced by farmers due to heavy rain in the state. https://t.co/YGzyFWROa4
— ANI (@ANI) October 31, 2019
एकनाथ शिंदे शिवसेना के नेता
इससे पहले पार्टी की बैठक में महाराष्ट्र के विधायक एकनाथ शिंदे को गुरुवार को विधानसभा में शिवसेना का नेता चुना गया. उनके नाम का प्रस्ताव पार्टी नेता आदित्य ठाकरे ने रखा था. खुद ठाकरे का नाम भी इस पद के लिये चर्चा में था.
दादर इलाके में स्थित पार्टी दफ्तर ‘सेना भवन’ में नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक में शिंदे के नाम की घोषणा की गई. पार्टी सूत्रों ने बताया कि पार्टी प्रमुख और आदित्य के पिता उद्धव ठाकरे अपने बेटे को शिवसेना विधायक दल का प्रमुख बनाए जाने के इच्छुक नहीं थे.
संजय राउत ने शिवसेना के रुख में नरमी की खबरों को बताया अफवाह
शिवसेना सांसद संजय राउत ने भाजपा के प्रति उनकी पार्टी के रुख में नरमी की खबरों को अफवाह बताया है. गौरतलब है कि महाराष्ट्र में शिवसेना भाजपा के साथ सत्ता में बराबरी की हिस्सेदारी की मांग कर रही है. राउत ने कहा है कि शिवसेना के इस रुख में नरमी के लेकर मीडिया के एक वर्ग में आईं खबरें अफवाह हैं.
उन्होंने बृहस्पतिवार को ट्वीट किया, ‘ऐसी खबरें आ रही हैं कि शिवसेना के रुख में नरमी आई है, उसने समझौता कर लिया है और सत्ता में पदों के वितरण में बराबरी की हिस्सेदारी की मांग त्याग दी है. यह सब अफवाह है. यह जनता है जो सब कुछ जानती है. (भाजपा और शिवसेना के बीच) जो कुछ भी तय हुआ था वह होगा.’
उन्होंने शिवसेना में संभावित फूट की खबरों को भी निराधार बताया. राउत ने कहा, ‘जो लोग अफवाहें फैला रहे हैं कि शिवसेना के 23 विधायक भाजपा के संपर्क में हैं तो वे शायद आदित्य ठाकरे का नाम लेना भूल गए होंगे… और वे केवल 23 विधायकों का नाम ही क्यों ले रहे हैं, पूरे 56 विधायकों के नाम क्यों नहीं ले रहे?’
बुधवार को एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे राउत ने यह कहते हुए शिवसेना के रुख में नरमी का संकेत दिया था कि महाराष्ट्र के व्यापक हित को देखते हुए पार्टी को भाजपा नीत गठबंधन में रहना जरूरी है.
राज्यसभा में शिवसेना के सदस्य राउत ने कहा था कि व्यक्ति महत्वपूर्ण नहीं है बल्कि राज्य के हित महत्वपूर्ण हैं. उन्होंने कहा था ‘शांतिपूर्वक निर्णय करने और राज्य के हित को ध्यान में रखते हुए निर्णय करने की जरूरत है.’