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Sunday, 24 November, 2024
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एकनाथ शिंदे लेंगे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की शपथ, फडणवीस ने कहा- हिंदुत्व के लिए समर्थन करेगी BJP

फडणवीस ने कहा कि एकनाथ शिंदे को शिवसैनिकों का समर्थन हासिल है. उन्होंने कहा, 'हिंदुत्व के लिए एकनाथ शिंदे का समर्थन कर रहे हैं.'

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नई दिल्ली: भाजपा नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और एकनाथ शिंदे ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश किया. शाम 7:30 बजे एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद का शपथ लेंगे.

फडणवीस ने कहा कि आज सिर्फ शिंदे ही शपथ लेंगे. उन्होंने कहा, ‘इस सरकार के मैं बाहर रहूंगा और इसे सफल बनाने की कोशिश करूंगा.’

फडणवीस ने कहा कि एकनाथ शिंदे को शिवसैनिकों का समर्थन हासिल है. उन्होंने कहा, ‘हिंदुत्व के लिए एकनाथ शिंदे का समर्थन कर रहे हैं.’

उन्होंने कहा कि सत्ता के लिए एकनाथ शिंदे का समर्थन नहीं कर रहे हैं.

राज्यपाल कोश्यारी से मिलने के बाद फडणवीस ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘भाजपा और शिवसेना की राज्य में सरकार बननी थी. दोनों पार्टियां गठबंधन में चुनाव लड़ी थी.’

उन्होंने कहा, ‘उद्धव ठाकरे ने लेकिन अलग फैसला किया और दूसरी पार्टियों के साथ सरकार बनाई. जनादेश महाविकास अघाड़ी को नहीं मिला था. उनकी सरकार ने जनादेश का अपमान किया.’

उन्होंने कहा कि बाला साहेब हमेशा उन पार्टियों के खिलाफ थे जिनके साथ उद्धव ठाकरे ने सरकार बनाई. फडणवीस ने कहा कि बाला साहेब ने हमेशा दाऊद का विरोध किया लेकिन सरकार ने दाऊद से जुड़े मंत्री को पद से नहीं हटाया. और उनका समर्थन किया जो सावरकर का विरोध करते हैं.

उन्होंने कहा कि महाविकास अघाडी सरकार में न तो गति थी और न ही प्रगति हुई है.


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‘फडणवीस ने बड़ा दिल दिखाया’

एकनाथ शिंदे ने कहा कि महाराष्ट्र के विकास के लिए भाजपा के साथ आए हैं. उन्होंने कहा, ‘सरकार में रहते हुए काम नहीं कर पा रहे थे.’

उन्होंने कहा, ‘जो हमने फैसला किया है वो बाला साहेब के हिंदुत्व के प्रति प्रतिबद्ध है. हमारे पास 50 विधायकों का समर्थन है.’

शिंदे ने कहा कि भाजपा के साथ हमारा स्वाभाविक गठबंधन था और जनता की भावना को देखते हुए हमने ये फैसला लिया. उन्होंने कहा, ‘फडणवीस ने बड़ा दिल दिखाया है. बड़ी पार्टी होते हुए भी भाजपा ने मुझे मौका दिया.’

शिंदे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को भी धन्यवाद दिया.


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‘मी पुन्हा ये’

बुधवार को सुप्रीम कोर्ट की तरफ से फ्लोर टेस्ट को न रोकने के फैसले के बाद शिवसेना नेता उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे का ऐलान किया था और महाराष्ट्र विधान परिषद से भी इस्तीफा दिया था.

पणजी में शिवसेना विधायक दीपक केसरकर ने कहा, ‘कल मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने इस्तीफा दे दिया था. हम किसी भी तरह के जश्न में शामिल नहीं हुए क्योंकि उन्हें हटाना हमारा इरादा नहीं था. हम अभी भी शिवसेना में हैं और उद्धव ठाकरे को चोट पहुंचाना और उनका अपमान करना हमारा इरादा नहीं है.’

बता दें कि 2019 में पूर्ण बहुमत नहीं होने की स्थिति में फडणवीस ने विश्वास मत से एक दिन पहले अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. और कहा था कि ‘मी पुन्हा ये’ (मैं वापस आऊंगा).

फडणवीस पहली बार 2014 में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बने थे और धीरे-धीरे राज्य में भाजपा का प्रमुख चेहरा बन गए. दिप्रिंट ने बताया था कि पिछले आठ वर्षों के दौरान, फडणवीस ने विनोद तावड़े, एकनाथ खडसे और पंकजा मुंडे जैसे पुराने नेताओं, जो पार्टी के भीतर उनकी स्थिति को संभावित रूप से चुनौती दे सकते थे, को किनारे करते हुए महाराष्ट्र भाजपा पर अपनी पकड़ मजबूत कर ली है.


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