नई दिल्ली: चुनाव आयोग द्वारा कोरोना के चलते चुनाव प्रचार को लेकर रैलियों, सभाओं, रोड शो पर पाबंदी लगाने के बाद पार्टियों ने डिजिटल माध्यम, सोशल माध्यम के अलावा डोर टू डोर कैपनिंग की रणनीति बनाई है. शनिवार को केंद्रीय गृहमंत्री और भाजपा नेता अमित शाह ने यूपी के कैराना में घर-घर संपर्क अभियान चलाया. उन्होंने कानून व्यवस्था को मुद्दा बनाया.
बता दें कि सात चरणों में होने वाले पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव की शुरुआत 10 फरवरी से होगी. यूपी में पहले चरण में पश्चिमी यूपी सीटों पर मतदान होंगे.
#WATCH उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश चुनाव को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कैराना में डोर-टू-डोर कैंपेन किया। pic.twitter.com/ZTRQ6NN8Rs
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 22, 2022
उन्होंने कहा, ‘आज अभी मैं मित्तल परिवार के साथ बैठा था, एक समय इनकों भी पलायन करना पड़ा था. बड़े आराम से परिवार के सभी सदस्य मेरे साथ बैठे और उन्होंने बताया कि अब हमें कोई भय नहीं है, सब शांति से यहां अपना व्यापार और कारोबार कर रहे हैं.’
अमित शाह ने कहा, ‘अगर उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति को बरकरार रखना है, यहां से तुष्टीकरण को समाप्त करना है, जाति विशेष के लिए काम करने वाली सरकार की प्रथाओं को समाप्त करना है, यूपी में एक बार फिर योगी जी के नेतृत्व वाली भाजपा की सरकार बनानी है.’
‘ये जो आत्मविश्वास उत्तर प्रदेश की जनता में मैं देख रहा हूं, मुझे लगता है कि आने वाले दिनों में उत्तर प्रदेश भारत का सबसे विकसित राज्य बनने जा रहा है.’
शाह ने कहा 2014 के बाद प्रधानमंत्री मोदी जी ने उत्तर प्रदेश के विकास की कमान अपने हाथ में लिया. 2017 में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने के बाद योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री बने. उन्होंने विकास की गति को और तेज किया. समग्र प्रदेश में विकास के उत्साह की एक नई लहर दिखाई पड़ती है.
गृहमंत्री ने कहा कि ढेर सारी रोड, मेडिकल कालेज, एयरपोर्ट, गरीब के घर में गैस और शौचालय, लाइट, हर गरीब को प्रधानमंत्री आयुष्मान योजना का कार्ड, कोरोना के समय में हर व्यक्ति को मुफ्त टीका, हर व्यक्ति को मुफ्त राशन, ये सारी योजनाएं उत्तर प्रदेश में मोदी जी ने जो भेजी है, योगी जी ने नीचे तक इसको लागू किया है.
उन्होने कहा कि लेकिन कोई भी प्रदेश हो उसके विकास की शर्त होती है कि वहां कानून व्यवस्था ठीक हो. ये वही कैराना है जहां पहले लोग पलायन करते थे. यहां के लोगों ने कहा कि योगी ने कानून व्यवस्था इस तरह सुधारी है कि हमें पलायन करने वाले पलायन कर गए.
शाह ने कहा कि 10 फरवरी को पश्चिम उत्तर प्रदेश में चुनाव है. यहां के सभी लोगों से करबद्ध निवेदन करता हूं कि कोरोना के कारण हमारे कार्यकर्ता जहां न पहुंच पाए वे सब योगी जी और मोदी के परिश्रम पर सुबह-सुबह ही कमल के बटन दबाकर प्रचंड बहुमत से भारतीय जनता पार्टी को जिताएं. पूरे उत्तर प्रदेश में चाहे गन्ना किसान हो, मजदूर हो, चाहे व्यापारी हो या मध्यम वर्ग हो, या नोएडा में रहने वाले लोग हों एक ही आवाज सुनाई पड़ती है इस बार भाजपा 300 पार.
सात चरणों में होंगे चुनाव
सभी पांचों राज्यों के लिए विधानसभा चुनाव सात चरणों 10 फरवरी से लेकर 7 मार्च के बीच में होंगे. उत्तर प्रदेश में 10 फरवरी से लेकर 7 मार्च के बीच सात चरणों में चुनाव को कंप्लीट किया जाएगा. वहीं पंजाब, उत्तराखंड और गोवा में 14 फरवरी को एक चरण में जबकि मणिपुर में 27 फरवरी और 3 मार्च को दो चरणों में वोटिंग की प्रक्रिया पूरी की जाएगी.
10 फरवरी को यूपी के पहले चरण का मतदान होगा. 14 फरवरी को यूपी के दूसरे चरण और पंजाब, गोवा व उत्तराखंड के पहले चरण का चुनाव होगा. इसके बाद 20 फरवरी को यूपी के तीसरे चरण का चुनाव और 23 फरवरी को चौथे चरण का चुनाव होगा. पांचवें चरण का चुनाव 27 फरवरी को होगा जिसमें यूपी के पांचवे चरण और मणिपुर के पहले चरण का मतदान होगा. छठें चरण में 3 मार्च को यूपी के छठें चरण और मणिपुर के दूसरे चरण का मतदान होगा. 7 मार्च को सातवें चरण के दौरान यूपी के सातवें चरण का मतदान होगा.
10 मार्च को होगी मतगणना
7 मार्च को वोटिंग की प्रक्रिया पूरी होने के बाद, सभी राज्यों के लिए मतगणना 10 मार्च को की जाएगी और इसी दिन रिजल्ट की घोषणा की जाएगी.