नई दिल्ली : डीएमके के मंत्री उदयनिधि स्टालिन के सनातन धर्म पर टिप्पणी विवाद को लेकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने डीएमके नेता की तुलना नाजी तानाशाह एडॉल्फ हिटलर से की.
भाजपा ने, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे पर परोक्ष रूप से निशाना साधा, कहा कि नेता की टिप्पणी “निर्विवाद घृणास्पद भाषण” है और आरोप लगाया कि उनकी टिप्पणी देश में सनातन धर्म को मानने वाले 80 फीसदी लोगों के ‘नरसंहार’ का आह्वान है.
पार्टी ने ‘एक्स’ पर अपने आधिकारिक अकाउंट लिखा, “पार्टी ने अपने आधिकारिक हैंडल एक्स पर ट्वीट किया है, “हिटलर ने यहूदियों का जिस प्रकार वर्णन किया और जिस तरह उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म का वर्णन किया, उनमें अद्भुत समानता है. हिटलर की तरह स्टालिन जूनियर ने भी आह्वान किया कि सनातन धर्म को ख़त्म कर दिया जाए… हम जानते हैं कि कैसे नाज़ी नफरत की परिणति नरसंहार में हुई, जिसमें लगभग 6 मिलियन यूरोपीय यहूदियों और कम से कम 5 मिलियन अन्य सोवियत युद्धबंदियों और अन्य की हत्या हुई.”
इसके अलावा, नये बने विपक्षी गुट पर निशाना साधते हुए पार्टी ने कहा कि ‘स्टालिन की कड़वाहट’ के लिए कांग्रेस और भारतीय गठबंधन का समर्थन सबसे ज्यादा निराशाजनक है.
भाजपा ने कहा, “उदय स्टालिन की टिप्पणी सोची-समझी है, शुद्ध घृणास्पद भाषण है और सनातन धर्म को मानने वाली भारत की 80% आबादी के नरसंहार का आह्वान है. कांग्रेस और इंडिया गठबंधन का स्टालिन का समर्थन सबसे ज्यादा निराशाजनक है.”
इससे पहले, 2 सितम्बर को उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म को ‘खत्म करने’ का आह्वान किया था और इसकी तुलना डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों से की, जिसकी भाजपा नेताओं ने तीखी आलोचना की है.
हालांकि, उदयनिधि स्टालिन ने बाद में बीजेपी पर उनके बयान को तोड़-मड़ोकर पेश करने और फेक न्यूज फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा कि वह अपने खिलाफ दायर मामलों का सामना करने के लिए तैयार हैं.
पत्रकारों से बात करते हुए उदयनिधि स्टालिन ने कहा, “वे जो जो भी मामले मेरे खिलाफ दायर कर रहे हैं, उसका सामना करने के लिए तैयार हैं. बीजेपी इंडिया गठबंधन से डर गई है और ये सब ध्यान भटकाने के लिए कह रही है. डीएमके की नीति एक परिवार, एक भगवान मानने की है.”
डीएमके नेता उदयनिधि स्टालिन ने कहा कि उन्होंने केवल सनातन धर्म की आलोचना की, उन्होंने कहा कि बीजेपी उनके बयान के तोड़-मरोड़कर पेश कर रही है और इस मुद्दे पर फेक न्यूज फैला रही है.
उन्होंने कहा, “मैं फिर से कहा रहा हूं कि मैंने केवल सनातन धर्म की आलोचना की और कि सनातन धर्म को खत्म किया जाना चाहिए. मैं इसे लगातार कहता रहूंगा. कुछ लोग बचकानी हरकतें कर रहे हैं कि मैंने नरसंहार की बात की, जबकि बाकी कह रहे हैं कि द्रविणम को खत्म किया जाना चाहिए, तो क्या इसका मतलब ये है कि डीएमकेयन्स को मार दिया जाना चाहिए?”
उन्होंने कहा, “जब पीएम मोदी कहते हैं कि ‘कांग्रेस मुक्त भारत’ तो क्या इसका मतलब कांग्रेसियों को मारने की बात करते हैं? सनातन क्या है? सनातन का मतलब कुछ भी नहीं बदला जाना चाहिए और सब साश्वत है. लेकिन द्रविड़ मॉडल बदलाव और समानता की बात करता है. बीजेपी मेरे बयान को तोड़-मड़ोकर कर पेश कर रही है और फेक न्यूज फैला रही है, यह उनका रोज का काम है.”
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