नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी ने एक बार फिर चौंकाने वाला फैसला किया है. गुजरात में विजय रूपाणी के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के अगले ही दिन विधायक दल की बैठक में पहली बार विधायक बने भूपेंद्र पटेल को राज्य का मुख्यमंत्री चुना गया है. इसी के साथ इस बहस का अंत हो गया कि गुजरात में विजय रूपाणी का उत्तराधिकारी कौन होगा.
बीते दो महीनों में भाजपा ने अपने तीन मुख्यमंत्रियों को बदला है. उत्तराखंड में त्रिवेंद्र सिंह रावत के बाद दो मुख्यमंत्री कुछ ही महीने के अंतराल में बनाए गए वहीं कर्नाटक में बीएस येदियुरप्पा की जगह बोम्मई को राज्य की जिम्मेदार सौंपी गई है.
रविवार को गांधीनगर में हुई भाजपा विधायक दल की बैठक में भूपेंद्र पटेल को नया मुख्यमंत्री चुना गया.
बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने पटेल की नियुक्ति को सर्वसम्मति से लिया फैसला बताया वहीं विजय रूपाणी ने कहा कि वो सक्षम नेता हैं और उनके नेतृत्व में पार्टी चुनाव जीतेगी.
केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने बताया, ‘आज शाम 6 बजे राजभवन जाने का कार्यक्रम है. वहां जाकर राज्यपाल को नए मुख्यमंत्री की नियुक्ति की जानकारी दी जाएगी.’
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह समेत कई पार्टी नेताओं ने भूपेंद्र पटेल को बधाई दी है. गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह भी गुजरात से ताल्लुक रखते हैं और दोनों ने काफी सालों तक मिलकर राज्य में सरकार चलाई है.
श्री @Bhupendrapbjp जी को @BJP4Gujarat विधायक दल का नेता चुने जाने पर हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं। मुझे विश्वास है कि आदरणीय प्रधानमंत्री @narendramodi जी के नेतृत्व में आप पूरी निष्ठा व समर्पण भाव से गुजरात की विकास यात्रा और जनकल्याण के कार्यों को नई ऊर्जा व गति प्रदान करेंगे।
— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) September 12, 2021
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कौन हैं भूपेंद्र पटेल
भूपेंद्र पटेल गुजरात की घाटलोडिया विधानसभा सीट से विधायक हैं. 2017 में उन्होंने कांग्रेस पार्टी के शशिकांत पटेल को एक लाख से ज्यादा मतों से हराया था. गुजरात में हुए 2017 विधानसभा में ये सबसे बड़ी जीत थी.
पटेल ने 2017 में पहली बार विधानसभा का चुनाव जीता था. पहली बार बने विधायक का मुख्यमंत्री बनना राजनीति में बड़ी घटना के तौर पर देखा जा सकता है.
एक रिपोर्ट के अनुसार घाटलोडिया से विधायक भूपेंद्र पटेल अहमदाबाद में मेमनगर नगर निगम के अध्यक्ष भी रह चुके हैं. इसी के साथ उन्होंने अहमदाबाद नगर निगम और अहमदाबाद अर्बन डेवलपमेंट अथॉरिटी के स्टैंडिंग कमिटी के चैयरमैन भी रह चुके हैं.
पटेल ने सिविल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा किया है. उन्हें पूर्व मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल का करीबी माना जाता है. वर्तमान में आनंदीबेन पटेल उत्तर प्रदेश की राज्यपाल हैं.
भूपेंद्र पटेल पर राज्य में विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र पाटीदार समुदाय को साधने की अहम जिम्मेदारी होगी.
गौरतलब है कि अगले साल गुजरात विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में मुख्यमंत्री बदलना भाजपा का एक बड़ा फैसला माना जा रहा है. नए मुख्यमंत्री के सामने चुनौती होगी कि वो राज्य में दशकों से चली आ रही भाजपा की सत्ता को बरकरार रखें.
2001 में नरेंद्र मोदी के गुजरात के मुख्यमंत्री बनने के बाद से भाजपा की राज्य में पकड़ मजबूत हुई है. मोदी खुद 3 बार वहां से जीते हैं लेकिन प्रधानमंत्री बनने के बाद राज्य की जिम्मेदारी आनंदीबेन पटेल को दे दी गई थी. मोदी के दिल्ली आने के कुछ महीनों बाद ही राज्य में पाटीदार आंदोलन हुआ था जिसने वहां की राजनीति को काफी प्रभावित किया. आनंदीबेन पटेल को हटाकर विजय रूपाणी को वहां मुख्यमंत्री बनाया गया था और तब से लेकर अब तक ये तीसरी बार राज्य में मुख्यमंत्री का चेहरा बदला है.
2017 में हुए चुनाव में भाजपा को 99 सीटें मिली थीं वहीं कांग्रेस ने अच्छा प्रदर्शन करते हुए 77 सीटें जीती थीं. राज्य में कुल 182 विधानसभा सीटें हैं.
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