लखनऊ: उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले के हैदरगढ़ निर्वाचन क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के विधायक दिनेश रावत ने बुलडोजर को लेकर एक और विवाद खड़ा कर दिया है. उन्होंने शनिवार को पार्टी की स्थानीय इकाई के नेताओं को चेतावनी देते हुए कहा था कि अगर वे टिकट न मिलने के बाद आगामी नगरपालिका चुनावों में भाजपा उम्मीदवार का विरोध करते हैं, तो ‘बुलडोज़र चलना शुरू हो जाएगा’.
नगर निकाय चुनाव की अधिसूचना 15 दिसंबर के बाद जारी होने की उम्मीद है.
रावत नगर पंचायत सुबेहा में भाजपा की स्थानीय इकाई की बैठक को संबोधित कर रहे थे. बैठक में बाराबंकी जिला अध्यक्ष शशांक कुशमेश भी मौजूद थे. उनके इस बयान का एक वीडियो सोमवार को सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है.
रावत ने कहा था कि ‘बेहतर है कि अपनी बात को स्पष्ट रूप से कहा जाए.’ और ‘निर्दलीय के रूप में लड़ने की ज़रूरत नहीं है.’
रावत ने कहा था, ‘सबसे पहले, आपको एक निर्दलीय के रूप में लड़ने की ज़रूरत नहीं है … (अगर आप) भाजपा के साथ हैं…. अगर आप निर्दलीय चुनाव लड़ना चाहते हैं तो भाजपा से टिकट मत मांगिए. इसके लिए हमसे मत कहो. हम आपको (चुनाव लड़ने से) रोकने नहीं आएंगे. अगर आप टिकट मांगते हैं और फिर हमारे उम्मीदवार का विरोध करते हैं, तो फिर हमारा बुलडोजर चलेगा.’ उनके इतना बोलते ही तालियां बजने लगीं और फिर थोड़ी ही देर बाद चुप्पी छा गई.
अंदरूनी सूत्रों ने बताया कि विधायक के बयान को लेकर पार्टी में खुले तौर पर कोई आलोचना नहीं की गई है. लेकिन विधायक को इस तथ्य से अवगत करा दिया गया है कि पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ यह ठीक नहीं हुआ है और उनकी टिप्पणी कार्यकर्ताओं का ‘मनोबल गिरा’ सकती है.
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दिप्रिंट से बात करते हुए बाराबंकी भाजपा इकाई के एक पार्टी नेता ने बताया, ‘उनसे कहा गया है कि लोकतंत्र में सभी पार्टी कार्यकर्ता एक पद के लिए उम्मीदवारी की मांग कर सकते हैं. कार्यकर्ता सालों से मेहनत कर रहे हैं और अब जब चुनाव नजदीक आ रहे हैं तो स्वाभाविक है कि वे टिकट की तलाश में रहेंगे. इस तरह की टिप्पणियों से पार्टी कार्यकर्ताओं का मनोबल गिरता है और विधायक को इसके बारे में बता दिया गया है.
दिप्रिंट ने फोन और मैसेज के जरिए रावत से प्रतिक्रिया लेने की कोशिश की थी. लेकिन इस रिपोर्ट के प्रकाशित होने तक उनकी तरफ से कोई जवाब नहीं आया है. उनकी प्रतिक्रिया मिलने के बाद रिपोर्ट को अपडेट कर दिया जाएगा.
दरअसल बुलडोजर, सीएम योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार के शासन मॉडल का प्रतीक बन गया है. योगी सरकार के पहले कार्यकाल में बुलडोजर का काफी शोर मचा था. उनके दूसरे कार्यकाल में राज्य सरकार ने दावा किया कि वे इसका इस्तेमाल माफियाओं, अपराधियों, दंगों के आरोपियों, बलात्कार के आरोपियों और अवैध रूप से बनी इमारतों के खिलाफ कर रही है.
बुलडोजर के साथ विवादों का नाम जुड़ा रहा है. कुछ पर्यवेक्षक इसे अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ सरकारी हथकंडे के तौर पर देखते हैं.
अपनी ही पार्टी के नेताओं को भाजपा विधायक की धमकी को लेकर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश विधानसभा में विपक्ष के नेता अखिलेश यादव ने पार्टी की आलोचना की. उन्होंने अपनी काव्य शैली में भाजपा पर तंज कसा था.
दिनेश रावत के वीडियो पर अखिलेश यादव ने ट्वीट कर लिखा, ‘ सारे जहां को मालूम है उनके हुक्म की मंशा, नौकर मजबूर हैं क्योंकि मिलती है तनख्वाह.’
सारे जहां को मालूम है उनके हुक्म की मंशा
नौकर मजबूर हैं क्योंकि मिलती है तनख़्वाह pic.twitter.com/yO4GNLMoPp— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) December 12, 2022
सूत्रों ने कहा कि शनिवार को हुई बैठक में सुबेहा नगर पंचायत के अध्यक्ष और वार्ड सदस्यों के पदों के लिए कई संभावित उम्मीदवारों के साथ जिला अध्यक्ष कुशमेश और स्थानीय भाजपा इकाई के अन्य नेताओं ने भाग लिया था.
नगर पंचायत में हाल ही में विस्तार करते हुए 11 वार्ड के स्थान पर कुल 14 वार्ड बनाए गए है. यहां पिछले तीन नगरपालिका चुनावों में भाजपा के किसी उम्मीदवार को जीतते नहीं देखा गया है. इस बार जीत सुनिश्चित करने के बारे में चर्चा करने के लिए बैठक आयोजित की गई थी.
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(अनुवाद: संघप्रिया मौर्य )
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