नई दिल्ली: छत्तीसगढ़ में विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने रायपुर में मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) के पास शिकायत दर्ज कराकर 83 कांग्रेस उम्मीदवारों पर आरोप लगाया है कि उन्होंने अपने चयन के 48 घंटे के भीतर निर्वाचन आयोग को अपने आपराधिक रिकॉर्ड की जानकारी नहीं दी.
दूसरी ओर, कांग्रेस ने भाजपा पर सत्तारूढ़ पार्टी के उम्मीदवारों पर झूठे आरोप लगाने का दावा किया है.
कांग्रेस के एक प्रवक्ता ने कहा कि उन्होंने ‘आपराधिक प्रवृत्ति’ वाले लोगों को टिकट नहीं दिया है और वे निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित मापदंडों को पूरा करेंगे.
कांग्रेस ने राज्य की कुल 90 सीट में से अब तक 83 सीट पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. राज्य में सात और 17 नवंबर को दो चरण में मतदान होगा.
भाजपा के राज्य विधि प्रकोष्ठ के संयोजक जय प्रकाश चंद्रवंशी ने एक बयान में कहा कि शनिवार को सीईओ को सौंपी गई शिकायत में भाजपा ने उच्चतम न्यायालय के उस आदेश का हवाला दिया है, जिसके अनुसार राजनीतिक दलों को उम्मीदवारों के चयन के 48 घंटे के भीतर उनके आपराधिक इतिहास की जानकारी निर्वाचन आयोग को देनी होती है.
उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस ने अपने 83 उम्मीदवारों के आपराधिक रिकॉर्ड निर्वाचन आयोग को न तो सौंपे और न ही इसे पार्टी की वेबसाइट, सोशल मीडिया या एक राष्ट्रीय और एक स्थानीय सहित दो समाचार पत्रों में प्रकाशित कराया, जो कि शीर्ष अदालत के आदेश का उल्लंघन है.
चंद्रवंशी ने कहा कि जिन कांग्रेस उम्मीदवारों ने अपने आपराधिक रिकॉर्ड की जानकारी नहीं दी है, उनकी सूची शिकायत के साथ संलग्न है. उन्होंने बताया कि शिकायत में उच्चतम न्यायालय के आदेशों की कथित अवमानना के लिए उनके खिलाफ उचित कार्रवाई किए जाने की मांग की गई है.
कांग्रेस की राज्य इकाई के प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि उनकी पार्टी ने ‘‘आपराधिक प्रवृत्ति’’ वाले लोगों को टिकट नहीं दिया है. उन्होंने आरोप लगाया कि अपराधियों की रक्षा करना और उन्हें चुनाव में खड़ा करना भाजपा का चरित्र है.
उन्होंने कहा कि भाजपा उन कांग्रेस उम्मीदवारों के खिलाफ झूठे आरोप लगा रही है जिनकी ‘‘छवि साफ’’ है.
कांग्रेस नेता ने कहा, “हम निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित मानदंडों को पूरा करेंगे.”
कुल 90 में से 20 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान पहले चरण में सात नवंबर को होगा, जिसके लिए नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया शुक्रवार को पूरी हो गई.
कांग्रेस, भाजपा और अन्य दलों के उम्मीदवारों ने पहले चरण के लिए अपना नामांकन दाखिल कर दिया है. यदि किसी उम्मीदवार का कोई आपराधिक रिकॉर्ड है, तो उसके लिए नामांकन पत्र में इसकी जानकारी देना अनिवार्य है.
मतदान की तारीखों की घोषणा के साथ ही आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है. ये चुनाव महत्वपूर्ण हैं क्योंकि ये अगले साल अप्रैल-मई में होने वाले लोकसभा चुनाव से कुछ महीने पहले हो रहे हैं.
सभी राज्यों में वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी.
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