scorecardresearch
Thursday, 21 November, 2024
होमराजनीतिबिहार चुनाववादों से भरा है RJD का मेनिफेस्टो 'हमारा प्रण'- बुजुर्ग, किसान, महिला से लेकर बेरोजगारों तक सबको साधने की है कोशिश

वादों से भरा है RJD का मेनिफेस्टो ‘हमारा प्रण’- बुजुर्ग, किसान, महिला से लेकर बेरोजगारों तक सबको साधने की है कोशिश

आरजेडी ने अपने मेनिफेस्टो को 'हमारा प्रण, संकल्प बदलाव का' नाम दिया है. उद्योग, उच्च शिक्षा, महिला सशक्तिकरण, स्मार्ट गांव और ग़रीबी उन्मूलन सहित कई मामलों को हाइलाइट किया है.

Text Size:

नई दिल्ली: बिहार विधानसभा के पहले फ़ेज़ की वोटिंग को महज तीन दिन रह गए हैं. सारी राजनैतिक पार्टियां मतदाताओं को लुभाने के लिए अपना विजन डॉक्यूमेंट जारी कर रही हैं. राष्ट्रीय जनता दल ने भी शनिवार को अपना चुनावी घोषणापत्र जारी कर दिया है. राजद ने अपने चुनावी घोषणापत्र बिहार की बेरोज़गारी को अहम मुद्दा बनाते हुए 10 लाख नौकरियां देने का वादा किया है. मेनिफेस्टो में किसान, युवा, रोजगार, महिला के साथ साथ पूरे बिहार के लिए कुछ न कुछ है.

बिहार की राजधानी पटना में पार्टी का घोषणापत्र जारी किए जाने के दौरान नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, राज्यसभा सांसद मनोज झा समेत पार्टी के कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे. पार्टी ने मेनिफेस्टो को ‘हमारा प्रण, संकल्प बदलाव का’ नाम दिया है.


यह भी पढ़ें: चिराग, नीतीश, जाति, नक्सल्स और भूमि सुधार- बिहार मतदाताओं के लिए मोदी के 5 संदेश


डोमेसाइल पॉलिसी- सरकारी नौकरियों में 85 फीसदी बिहारियों को आरक्षण

ग़ौरतलब है कि तेजस्वी यादव अपनी चुनावी जनसभाओं में लगातार दस लाख नौकरियों वाली बात दोहरा रहे हैं. इसके अलावा राजद ने बेरोज़गार युवाओं को 1500 रुपए का बेरोजगारी भत्ता देने का भी आश्वासन दिया है. इसका मतलब है कि सरकारी नौकरियों के अप्लाई करने वाले बिहार के युवाओं को फॉर्म भरने के लिए आवेदन शुल्क नहीं देना होगा.

घोषणा पत्र में ये भी कहा गया है कि सरकारी नौकरियों में बिहार के युवाओं को प्रेफ़्रेंस देने के लिए राज्य सरकार एक डोमेसाइल पॉलिसी भी लाएगी. राजद ने बड़ा दावा किया है कि सरकारी नौकरियों के 85 प्रतिशत पदों को बिहार के युवाओं के लिए आरक्षित किया जाएगा.

बेरोज़गारों के अलावा राजद ने किसानों को लेकर भी कई घोषणाएं की हैं. राजद की सरकार बनेगी तो किसानों के क़र्ज़ माफ़ किए जाएंगे. किसानों की फसलों को सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्यों पर ख़रीदेगी. पान की खेती को कृषि का दर्जा दिया जाएगा. प्रत्येक ब्लॉक में एक ई-हाट का निर्माण किया जाएगा. नई नहरों का जाल बिछाया जाएगा और पुरानी नहरों की मरम्मत की जाएगी.

शिक्षा-उद्योग से लेकर गरीब उन्मूलन तक

इसके साथ बिहार को बढ़ावा देने के लिए उद्योगों, शिक्षा, उच्च शिक्षा, महिला सशक्तिकरण, स्मार्ट गांव, स्वयं सहायता ग्रुप समूह, पंचायती राज संस्थान, सामुदायिक विकास और ग़रीबी उन्मूलन, पशुपालन एवं मत्स्यपालन, स्वास्थ्य सेवाएं, सरकारी सेवा से जुड़े मुद्दे, खेल नीति जैसे मामलों को भी हाइलाइट किया गया है.

नए उद्योगों को लेकर राजद ने वादा किया है कि नई उद्योग नीति लाई जाएगी. साथ ही नए उद्योग स्थापित करने के लिए टैक्स नहीं देगा पड़ेगा. ताड़ी उद्योग का व्यवसायीकरण किया जाएगा. बिहार में मौजूदा बिजली दरों को कम किया जाएगा. व्यवसायियों की सुरक्षा और भयमुक्त व्यापार को बढ़ावा देने के लिए ‘व्यापारी सुरक्षा दस्ता’ का गठन किया जाएगा.

इसके अलावा कुछ शिक्षा को लेकर भी बड़े वादे किए गए हैं. राजद ने कहा है कि स्कूलों में युद्धस्तर पर अध्यापकों की भर्ती की जाएंगी. शिक्षा के बजट को 22% किया जाएगा. सभी सरकारी और ग़ैर सरकारी स्कूलों में मातृभाषा के साथ साथ अंग्रेज़ी और कम्प्यूटर शिक्षा दी जाएगी. संविदा शिक्षकों और उर्दू शिक्षकों की स्थायी नियुक्ति की जाएगी.

राजद के विजन डॉक्यूमेंट में बुजुर्गों और गरीबों की पेंशन 400 रुपए प्रति महीने से बढ़ाकर 1000 रुपए प्रति महीने की करने की बात भी कही है. साथ ही किडनी मरीजों के लिए मुफ्त डायलासिस की व्यवस्था की जाएगी. प्रसव सहयोग मौजूदा दर 1400 रुपए को बढ़ाकर 4000 रुपए किया जाएगा.

आंगनवाड़ी और आशा वर्कर्स को मौजूदा दर से दुगुना मानोदय दिया जाएगा. हर टोला में पक्की सड़क और नाले की सुविधा की जाएगी. सोलर ट्यूबवेल का प्रबंध किया जाएगा. मुख्यमंत्री अंबेडकर आवास योजना शुरू की जाएगी. हर जिले में मेडिकल कॉलेज और अस्पताल का गठन किया जाएगा.


य़ह भी पढ़ें: बिहार विधानसभा चुनाव में कन्हैया कुमार के बदले-बदले सुर क्या इशारा करते हैं


 

share & View comments