नई दिल्ली : कथित जमीन के बदले नौकरी घोटाला मामले में बुधवार को लालू यादव, राबड़ी देवी, मीसा भारती को जमानत मिलने के बाद राजद विधायकों ने विधानसभा में भाजपा विधायकों को लड्डू ऑफर किए तो राजद और भाजपा विधायकों के बीच राज्य विधानसभा में हाथापाई हुई और लड्डू फेंक दिए.
बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय कुमार सिन्हा ने कहा, ‘हम सभी (भाजपा विधायक) यहां थे और हम उनके (राजद) लिए अंदर जगह खाली कर दिए थे, लेकिन वे बाहर आकर गुंडागर्दी कर रहे हैं. लड्डू देने के बहाने धक्का-मुक्की कर रहे हैं. राजद के विधायकों ने हमें परेशान किया, मैं राज्यपाल के पास जाऊंगा.’
गौरतलब है कि भाजपा विधायक सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे जबकि राजद विधायक मिठाई बांट रहे थे.
वहीं इससे पहले लालू यादव, राबड़ी देवी, मीसा भारती बुधवार को नौकरी के बदले जमीन में मामले दिल्ली की राउज एवेन्यु कोर्ट पहुंचे थे, कोर्ट ने उन्हें मामले में जमानत दे दी है और मामले में अगली सुनवाई 29 मार्च को तय की है. इस खुशी में राजद विधायकों ने बीजेपी विधायकों लड्डू ऑफर किए, जिसके बाद हाथापाई की नौबत आ गई.
#WATCH | Bihar: RJD & BJP MLAs enter into a scuffle at the state assembly after am RJD MLA offered the BJP MLAs sweets following the bail to Lalu Yadav, Rabri Devi, Misa Bharati in land-for-job case.
BJP MLAs were protesting against Govt while RJD MLAs were distributing sweets. pic.twitter.com/JqOp7pz1rk
— ANI (@ANI) March 15, 2023
बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि इस गलत व्यवहार में कई वरिष्ठ नेता शामिल हैं और उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाती है. बीजेपी के खिलाफ जानबूझकर यह कार्रवाई की गई है.
बता दें कि इससे पहले आज राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी और बेटी मीसा भारती को दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट ने ‘जमीन के बदले नौकरी’ मामले में जमानत दे दी है. कोर्ट में सीबीआई ने लालू परिवार के जमानत का विरोध नहीं किया. कोर्ट ने मामले की अगली सुनवाई 29 मार्च को तय की गई है. लालू परिवार को 50 हजार रुपए के निजी मुचलके पर जमानत दी गई है.
बीते दिनों कोर्ट ने सीबीआई द्वारा दायर की गई चार्जशीट पर संज्ञान लेते हुए सभी को कोर्ट में पेश होने का आदेश दिया था.
व्हीलचेयर से कोर्ट पहुंचे थे लालू यादव
कोर्ट में पेशी के लिए आरजेडी सुप्रीमो व्हीलचेयर पर बैठकर पहुंचे थे. उनके साथ उनकी पत्नी राबड़ी देवी और बेटी मीसा भारती थीं. कोर्ट के अंदर बहस के दौरान लालू प्रसाद मास्क लगाकर बैठे रहे और अपनी पत्नी के साथ बातचीत करते रहे. बहस के दौरान लालू के साथ उनके करीबी राजद नेता जयप्रकाश यादव और प्रेमचंद गुप्ता भी मौजूद थे.
क्या है पूरा मामला
सीबीआई ने 18 मई 2022 को जमीन के बदले नौकरी मामले को लेकर केस दर्ज किया था. उसके बाद सीबीआई ने जांच शुरू की. बीते साल अक्टूबर में सीबीआई ने सभी आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दायर की थी. 6 मार्च को सीबीआई ने राबड़ी देवी से पूछताछ की थी. उसके अगले दिन सीबीआई ने दिल्ली में मीसा भारती के आवास पर लालू प्रसाद यादव से पूछताछ की थी.
क्या है सीबीआई के चार्जशीट में
सीबीआई द्वारा दायर की गई चार्जशीट में कहा गया कि लालू प्रसाद ने रेलमंत्री रहते हुए रेलवे में भर्ती के मानदंडों, दिशा-निर्देशों की अवहेलना करते हुए कुछ लोगों की अवैध तरीके से नियुक्तियां की. जिन उम्मीदवारों को नौकरी दी गई थी उनके परिवार से काफी कम कीमत में लालू परिवार को जमीन दी गई.
यह मामला लगभग 14 साल पुराना है जब लालू प्रसाद यादव रेल मंत्री थे. सीबीआई का दावा है कि लोगों को पहले ग्रुप डी के पदों पर भर्ती किया गया था, जिसके बदले में उनसे जमीन ली गई थी.
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