लुधियाना: कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ विवादों में घिरती नजर आ रही है. और इस बार, इसका मुद्दा भगवा रंग की पगड़ी है जिसे राहुल गांधी ने इस सप्ताह की शुरुआत में पंजाब में प्रवेश करते समय पहना था.
बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने ट्विटर पर एक वीडियो पोस्ट किया है जिसमें कथित तौर पर वायनाड के सांसद को पगड़ी पहनने से इनकार करते हुए दिखाया गया है “जब वहां कैमरे नहीं थे”. मालवीय ने यह भी कहा कि “राजनीति के लिए धार्मिक भावनाओं का शोषण” “कांग्रेस के डीएनए” में है.
उसी क्लिप को साझा करते हुए, भाजपा नेता और दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के पूर्व अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा ने गांधी के इस एक्ट को “नौटंकी” करार दिया.
Everything is choreographed in Bharat Jodo Yatra including who should be called in to tie the turban and its colour. What is offensive though is Rahul Gandhi refusing to wear the turban when there were no cameras…Exploiting religious sentiments for politics is in Congress’s DNA. pic.twitter.com/PFTr5P68r4
— Amit Malviya (@amitmalviya) January 11, 2023
गांधी की कथित क्लिप के साथ अपना एक वीडियो पोस्ट करते हुए सिरसा ने कहा, “रंग केसरी बलिदान का प्रतीक है. राहुल गांधी पंजाब जा रहे हैं, गुरुद्वारों में जा रहे हैं, केसरी पगड़ी बांध रहे हैं और उन्हें केसरी रंग का मतलब भी नहीं पता है.”
एक अन्य ट्वीट में सिरसा ने कहा, ‘केसरी पवित्र निशान साहिब का रंग होने के साथ-साथ साहस और प्रतिबद्धता का रंग है और हमारे राष्ट्रीय ध्वज में भी एक रंग है! इस वीडियो में राहुल गांधी सहित हर कोई दस्तार के महत्व से अनभिज्ञ है. उन्होंने इसे बिना किसी भावना या सम्मान के पहना था. कितना फेक है सब !! (एसआईसी).”
“ अभी नहीं बाँधूँगा” – कैमरा और मीडिया वाले नहीं थे तो @RahulGandhi ने सिर पर दस्तार सजाने से मना कर दिया
भारत जोड़ो यात्रा में “टी-शर्ट” से लेकर “दस्तार” तक…हर हरकत एक नौटंकी और लिखी हुई स्क्रिप्ट का हिस्सा है
गांधी परिवार का सिख विरोधी चेहरा एक बार फिर बेनक़ाब@ANI @republic pic.twitter.com/9ioD3DoAJn
— Manjinder Singh Sirsa (@mssirsa) January 11, 2023
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हालांकि, कांग्रेस के सूत्रों ने दिप्रिंट को बताया कि गांधी ने पगड़ी पहनने से इनकार नहीं किया था और इसके बजाय वह उस महिला को मना कर रहे थे जिसने फोटो मांगी थी.
भाजपा खेमे पर पलटवार करते हुए पंजाब के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा कि गांधी की टी-शर्ट या उनकी भगवा पगड़ी कोई मुद्दा नहीं है और भारत जोड़ो यात्रा इन सबसे बड़ी है.
यात्रा के दौरान उन्होंने पत्रकारों से कहा, “जब पीएम मोदी और अमित शाह पंजाब आए, तो उन्हें भी पगड़ी पहने देखा गया था. पगड़ी पंजाबी गौरव और सम्मान का प्रतीक है. मैं हर दिन भगवा पगड़ी नहीं पहन सकता, किसी भी सिख से पूछ लो और वे हर दिन एक ही रंग की पगड़ी नहीं पहन सकते. पगड़ी पहनने के गौरव की बात करें, न कि इसे विवाद का रूप दें.
इस बीच, कांग्रेस के पंजाब प्रवक्ता अमित बावा ने कहा कि ये गांधी को बदनाम करने के लिए भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) द्वारा किया गया एक नाकामयाब कोशिश है.
उन्होंने पत्रकारों से कहा, “उन्होंने हमेशा ऐसा किया है. वे वीडियो के साथ छेड़छाड़ कर क्लिप बनाते हैं फिर उसे वायरल कर राहुल गांधी को बदनाम करने की कोशिश करते हैं, लेकिन इससे गांधी के प्रति लोगों का समर्थन कम नहीं हुआ है, जो इस यात्रा को पंजाब के लोगों से जबरदस्त समर्थन में दिखाई दे रहा है.
पंजाब में भारत जोड़ो यात्रा
गांधी को पहली बार भगवा रंग की पगड़ी पहने देखा गया था जब वह मंगलवार को अमृतसर के स्वर्ण मंदिर गए थे. उन्होंने ऐतिहासिक फतेहगढ़ साहिब गुरुद्वारे की यात्रा के अगले दिन पंजाब में यात्रा शुरू की, जहां उन्हें लाल रंग की पगड़ी पहने देखा गया था.
गुरुवार को यात्रा के 118वें दिन, गांधी ने खन्ना से सुबह 7 बजे मार्च शुरू किया और दोपहर के करीब लुधियाना के समराला चौक पहुंचे. पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी भी कुछ देर गांधी के साथ देखे गए.
चन्नी के अलावा, कांग्रेस सांसद सुखजिंदर सिंह रंधावा, रवनीत बिट्टू, अमर सिंह, मोहम्मद सादिक और अन्य राज्य कांग्रेस नेताओं को गांधी के साथ चलते देखा गया.
स्वर्ण मंदिर की यात्रा को लेकर भाजपा ने गांधी पर पहले भी निशाना साधा था. सत्तारूढ़ पार्टी के सदस्यों ने गांधी को सिखों के साथ उनके परिवार के संबंधों की याद दिलाई. हालांकि, कांग्रेस नेताओं ने पलटवार करते हुए कहा कि पार्टी सिखों का सम्मान करती है और गांधी सिख गुरुओं के नक्शेकदम पर चल रहे हैं.
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