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Saturday, 4 May, 2024
होमराजनीतिफिर भगत सिंह — BJP की मुख्य प्रतिद्वंद्वी बनने के लिए AAP कैसे कर रही है केजरीवाल की कैद का इस्तेमाल

फिर भगत सिंह — BJP की मुख्य प्रतिद्वंद्वी बनने के लिए AAP कैसे कर रही है केजरीवाल की कैद का इस्तेमाल

पंजाब के मुख्यमंत्री मान ने दिन भर के प्रतीकात्मक उपवास का नेतृत्व किया और भगत सिंह के गांव में भाषण दिया और उनके और केजरीवाल के बीच समानताएं बताईं. पंजाब के भाजपा और कांग्रेस नेताओं ने इस तुलना की आलोचना की.

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चंडीगढ़: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल लगभग तीन सप्ताह से जेल में हैं, पंजाब में आम आदमी पार्टी (आप) संसदीय चुनावों से पहले राजनीतिक लाभ लेने के लिए उनकी कैद का इस्तेमाल कर रही है.

केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद पार्टी ने अब समाप्त हो चुकी शराब नीति के कथित घोटाले मामले में केजरीवाल की गिरफ्तारी का इस्तेमाल करते हुए खुद को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के असली चुनौतीकर्ता के रूप में पेश करने के लिए एक अभियान शुरू किया — मोदी का सबसे बड़ा डर केजरीवाल.

पंजाब में कांग्रेस आप की प्रमुख प्रतिद्वंद्वी होने के साथ, भाजपा के राष्ट्रीय चुनौतीकर्ता के रूप में कांग्रेस का कद लोकसभा चुनावों में नुकसानदेह है — ऐसा फैक्टर जिसका मुकाबला करने के लिए आप केजरीवाल को भाजपा के मुख्य चुनौतीकर्ता के रूप में पेश करना चाहती है.

पार्टी विक्टिम कार्ड भी खेल रही है, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने “केजरीवाल को आशीर्वाद देने” के लिए रविवार को एक दिवसीय प्रतीकात्मक उपवास का नेतृत्व किया.

क्रांतिकारी स्वतंत्रता सेनानी भगत सिंह के पैतृक गांव, खटकर कलां, नवांशहर में एक सार्वजनिक सभा में बोलते हुए मान ने भगत सिंह और केजरीवाल के बीच समानता बताई. समारोह में पीछे लगे बैनर में सलाखों के पीछे केजरीवाल की एक बड़ी तस्वीर थी, जिस पर लिखा था “केजरीवाल नूं आशीर्वाद” लिखा हुआ था.

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मान ने केजरीवाल की तुलना भगत सिंह से करते हुए कहा कि भगत सिंह आधुनिक समय के क्रांतिकारी थे, जिन्होंने भारत की राजनीति में आमूलचूल परिवर्तन लाया था.

मान ने कहा, “अगर आप ध्यान दें, अरविंद केजरीवाल द्वारा चुनावों में गारंटी देना शुरू करने के बाद, अब भाजपा ने भी इसकी नकल कर ली है और घोषनापत्र से मोदी की गारंटी पर स्थानांतरित हो गई है.”

पंजाब के मुख्यमंत्री ने कहा कि समय आ गया है कि भगत सिंह के अनुयायी और आप के समर्थक सामने आएं और सत्ता के खिलाफ अपना आक्रोश दिखाएं.

सीएम मान ने कहा, “भगत सिंह के समय में उन्हें एक विदेशी शक्ति, ब्रिटिश शासन के खिलाफ खड़ा होना था और उन्हें जो कुछ भी करना था वो एक रहस्य था, जनता की नज़र से छिपा हुआ था ताकि वे गिरफ्तार न हो जाएं, लेकिन अब, अगर आपको नाराज़गी दिखानी है, तो आपको बस मतदान केंद्र पर जाना होगा और अपना वोट डालना है.”

इसके अलावा, उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी कटाक्ष करते हुए कहा, “अगर मोदी अपनी डिग्री नहीं दिखा सकते हैं, तो कम से कम वो केतली तो दिखा सकते हैं, जिसमें उन्होंने बचपन में चाय बनाई थी और लोगों को परोसी थी.”

विशेष रूप से केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल ने भी पिछले हफ्ते AAP दिल्ली कार्यालय से एक बयान जारी किया था, जिसमें भगत सिंह और डॉ. भीमराव आंबेडकर की तस्वीरों के बीच दीवार पर सलाखों के पीछे केजरीवाल की तस्वीर लगी हुई थी.

रविवार को मान की टिप्पणी भाजपा को पसंद नहीं आई — राज्य भाजपा प्रमुख सुनील जाखड़ ने इसकी कड़ी आलोचना की.

समाचार एजेंसी पीटीआई से बात करते हुए जाखड़ ने कहा, “आप उस व्यक्ति की तुलना कैसे कर सकते हैं जो भ्रष्टाचार के आरोप में जेल में बंद है, वो भी शराब घोटाले में, महान शहीद भगत सिंह से, जिन्होंने इस देश की आज़ादी की लड़ाई के लिए अपनी जान दे दी.”

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने पिछले हफ्ते केजरीवाल की तस्वीर के दोनों ओर भगत सिंह और आंबेडकर की तस्वीरें लगाए जाने पर उनकी पार्टी को मिली प्रतिक्रिया से कोई सबक सीखने से इनकार कर दिया. जाखड़ ने टिप्पणी की, “क्या आपकी इतनी आलोचना नहीं हुई कि आपको वही बात दोबारा दोहरानी पड़ी.”

भगत सिंह के परिवार ने भी सुनीता केजरीवाल द्वारा केजरीवाल की तुलना स्वतंत्रता सेनानी से करने पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी. समाचार एजेंसी एएनआई को दिए एक बयान में भगत सिंह के पोते यदविंदर सिंह संधू ने कहा था कि उन्हें तुलना पर “भयानक” महसूस हुआ.

उन्होंने एएनआई से कहा, “देश भर में पार्टियां जिस तरह की राजनीति कर रही हैं, वो उस तरह की राजनीति नहीं है जैसी भगत सिंह ने की थी. उन्होंने कभी भी व्यक्ति को राष्ट्र से ऊपर नहीं रखा, जो आज हो रहा है.”

रविवार को कांग्रेस नेता सुखपाल सिंह खैरा ने भी कहा कि “सैकड़ों करोड़ के शराब घोटाले में शामिल दागी और भ्रष्ट नेताओं” की तुलना भगत सिंह से किया जाना शर्म की बात है.

खैरा ने एक्स पर पोस्ट किया, “प्रिय भगवंत मान, लोकतंत्र खतरे में नहीं है, दागी और भ्रष्ट अरविंद केजरीवाल का भविष्य निश्चित रूप से खतरे में है. मुझे यकीन है कि शहीद भगत सिंह जी की आत्मा रो रही होगी कि कैसे आज के भगवंत मान और अरविंद केजरीवाल जैसे नकली क्रांतिकारी सैकड़ों करोड़ के शराब घोटाले में शामिल दागी और भ्रष्ट नेताओं को बचाने के लिए उनके नाम का दुरुपयोग कर रहे हैं.”

(इस खबर को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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