नई दिल्ली: हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने रविवार को भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण को चेतावनी जारी करते हुए कहा कि उन्हें मानहानि का मुकदमे का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए.
हुड्डा का यह बयान सिंह द्वारा किए गए उन दावों के बाद आया है जिसमें उन्होंने कहा था कि पहलवानों द्वारा उनके खिलाफ यौन उत्पीड़न का आरोप हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और उनके बेटे और राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा के इशारे पर लगाया गया था.
रविवार को पत्रकारों से बात करते हुए, हरियाणा के पूर्व सीएम ने कहा कि वह मानहानि का मुकदमा दायर करने पर अपने वकीलों से सलाह ले रहे हैं. भूपेंद्र हुड्डा ने कहा, ‘हम अपनी बेटियों का सम्मान करना जानते हैं. इस मामले में बृजभूषण शरण सिंह ने हमारा नाम किस सबूत पर लिया? इस मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए.’
देश के शीर्ष कुश्ती निकाय के अध्यक्ष पर यौन उत्पीड़न और वित्तीय कुप्रबंधन के आरोपों के बीच, डब्ल्यूएफआई प्रमुख को केंद्रीय खेल मंत्रालय द्वारा पद छोड़ने और कामकाज से दूर रहने के लिए कहा गया था. सात सदस्यीय निगरानी समिति द्वारा आरोपों की चल रही जांच लंबित है.
स्टार मुक्केबाज और ओलंपियन एमसी मैरी कॉम के नेतृत्व में जांच पैनल को चार सप्ताह के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है.
विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया के नेतृत्व में पहलवान दिल्ली के जंतर मंतर पर धरने पर बैठे थे. वह डब्ल्यूएफआई प्रमुख को बर्खास्त करने और महासंघ में पूरी तरह बदलाव की मांग कर रहे थे.
केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर द्वारा भाजपा सांसद के खिलाफ आरोपों की जांच के लिए निगरानी समिति गठित करने की घोषणा की गई जिसके बाद खिलाड़ियों ने अपना विरोध प्रदर्शन वापस लिया.
इस बीच, कांग्रेस ने शनिवार को पहलवानों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए विरोध प्रदर्शन किया.
पहलवानों के लिए न्याय और भाजपा सांसद के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए अंबाला के एक कांग्रेस नेता अतुल महाजन ने कहा कि सरकार को पहलवानों द्वारा लगाए गए आरोपों की निष्पक्ष जांच का आदेश देना चाहिए.
महाजन ने कहा, ‘जो लोग इस तरह के कामों में शामिल होकर अपने पद का दुरुपयोग करते हैं, उन्हें हटा दिया जाना चाहिए. भाजपा तब तक अपने आप को बचाने की कोशिश कर रही थी जब तक कि पहलवान विरोध नहीं करने लग गए.’
बलात्कार के दोषी धर्मगुरु, बाबा राम रहीम सिंह को दी गई 40 दिनों की एक नई पैरोल पर राज्य के पूर्व सीएम ने कहा, ‘हर कैदी को पैरोल पाने का अधिकार है. वह कानून के तहत पैरोल का हकदार हैं. राम रहीम को अवश्य ही पैरोल मिलनी चाहिए.’
2024 के विधानसभा चुनावों में पार्टी की संभावनाओं पर, हरियाणा के पूर्व सीएम हुड्डा ने कहा, ‘राज्य में कांग्रेस कार्यकर्ता इतने मजबूत हैं कि उन्हें किसी के नेतृत्व की आवश्यकता नहीं है. भाजपा चाहे कुछ भी कहे या करे, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है. कांग्रेस हरियाणा के साथ-साथ केंद्र में भी अगली सरकार बनाएगी. भारत जोड़ो यात्रा को जनता की प्रतिक्रिया से पता चलता है कि हमारी संभावनाएं दिन पर दिन बेहतर होती जा रही हैं.’
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