नई दिल्ली: भारत जोड़ो यात्रा के बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को पद के चुनाव के लिए अधिसूचना जारी होने के बीच मीडिया से बात करते हुए कहा कि उन्हें इस वर्ष की शुरुआत में राजस्थान के उदयपुर में हुए चितंन शिविर में लिये गये ‘एक व्यक्ति, एक पद’ समेत सभी फैसलों का अनुसरण किये जाने की उम्मीद है.
कांग्रेस ने पार्टी अध्यक्ष चुनाव के लिए अधिसूचना जारी की।
नामांकन 24 सितंबर से 30 सितंबर तक दाखिल किए जाएंगे। यदि आवश्यक हो, तो 17 अक्टूबर को मतदान होगा और उसके परिणाम 19 अक्टूबर को घोषित किया जाएगा। pic.twitter.com/XXTmr58pMa
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 22, 2022
गांधी ने ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के, दिन के पहले और दूसरे चरण के बीच आयोजित संवाददाता सम्मेलन के दौरान सवालों के जवाब में कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष का पद सिर्फ एक संगठनात्मक पद नहीं है, बल्कि यह एक वैचारिक पद और एक विश्वास प्रणाली है.
जब उनसे पूछा गया कि क्या वह उदयपुर चिंतन शिविर में ‘एक व्यक्ति, एक पद’ के फैसले के साथ खड़े रहेंगे तो गांधी ने कहा, ‘हमने उदयपुर में जो फैसला किया था, हम उम्मीद करते हैं कि वह प्रतिबद्धता बरकरार रहेगी.’
वायनाड लोकसभा सीट से सांसद गांधी ने कहा कि जो कोई भी कांग्रेस अध्यक्ष बनता है, उन्हें याद रखना चाहिए कि वह विचारों के एक समूह, विश्वास की एक व्यवस्था और भारत के एक दृष्टिकोण का प्रतिनिधित्व करते हैं.
उन्होंने पार्टी के अध्यक्ष पद के लिए चुनाव में खड़े होने वाले उम्मीदवारों को सलाह दी, ‘आप ऐतिहासिक पद लेने जा रहे हैं. एक ऐसा पद, जो भारत के एक विशेष दृष्टिकोण को परिभाषित करता है और परिभाषित करता भी रहा है.’
उन्होंने आगे कहा, ‘इसलिए मेरी सलाह है कि जो कोई भी कांग्रेस का अध्यक्ष बने, उसे यह याद रखना चाहिए कि वह एक विचारधारा, एक विश्वास प्रणाली और भारत की दृष्टि का प्रतिनिधित्व करेगा’.
इसलिए मेरी सलाह है कि जो कोई भी कांग्रेस का अध्यक्ष बने, उसे यह याद रखना चाहिए कि वह एक विचारधारा, एक विश्वास प्रणाली और भारत की दृष्टि का प्रतिनिधित्व करेगा: कांग्रेस अध्यक्ष को दी जाने वाली सलाह वाले सवाल पर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी pic.twitter.com/XVMz28yDqk
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पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के कार्यालयों और अन्य परिसरों पर देशव्यापी छापेमारी पर गांधी ने कहा, ‘हर तरह की सांप्रदायिकता का मुकाबला किया जाना चाहिए, चाहे वह कहीं से भी हो.’
उन्होंने कहा, ‘सांप्रदायिकता के प्रति ‘कतई बर्दाश्त न करने’ (जीरो टॉलरेंस) की नीति होनी चाहिए और इसका मुकाबला किया जाना चाहिए.’
इस बीच राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत केरल पहुंचे.
अधिसूचना जारी होने से एक दिन पहले बुधवार को, गहलोत और पार्टी के वरिष्ठ नेता शशि थरूर के चुनावी समर में उतरने का स्पष्ट संकेत देने के बाद यह संभावना प्रबल हो गई है कि 22 साल बाद, देश की सबसे पुरानी पार्टी का प्रमुख चुनाव के जरिये चुना जाएगा.
गहलोत ने कहा था कि वह पार्टी का फैसला मानेंगे, लेकिन उससे पहले राहुल गांधी को अध्यक्ष बनने के लिए मनाने का एक आखिरी प्रयास करेंगे.
दूसरी तरफ, पहले से ही चुनाव लड़ने का संकेत दे रहे लोकसभा सदस्य थरूर ने बुधवार को कांग्रेस के मुख्यालय में पहुंचकर पार्टी के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के प्रमुख मधुसूदन मिस्त्री से मुलाकात की और नामांकन की प्रक्रिया के बारे में जानकारी हासिल की.
कुछ अन्य नेताओं के भी चुनावी मैदान में उतरने की संभावना को खारिज नहीं किया जा सकता.
कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए अधिसूचना आज जारी कर दी गई है. घोषित कार्यक्रम के अनुसार, अब नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया 24 से 30 सितंबर तक चलेगी. नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि आठ अक्टूबर है. एक से अधिक उम्मीदवार होने पर 17 अक्टूबर को मतदान होगा और नतीजे 19 अक्टूबर को घोषित किये जाएंगे.
कांग्रेस के अध्यक्ष पद के लिए संभावित उम्मीदवारों की लिस्ट लम्बी होते जा रही है. शशि थरूर और अशोक गहलोत के बाद अब मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ और पार्टी के दिग्गज नेता मनीष तिवारी का नाम भी सामने आ रहा है. वही सूत्रों का कहना है कि कमलनाथ भी कांग्रेस के अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ सकते हैं.
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