चंडीगढ़: संगरूर के एक गांव में ज़हरीली शराब कांड में मरने वालों की संख्या गुरुवार को आठ हो जाने के बाद पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान विपक्ष के निशाने पर आ गए हैं.
उनके आलोचकों का आरोप है कि वे इस त्रासदी से निपटने के बजाय “टप्पे गाने” में व्यस्त हैं.
शुरुआत में संगरूर जिले के गुजरान गांव में बुधवार सुबह तीन मौतों की सूचना मिली थी, जब दिहाड़ी मजदूरों के एक समूह ने, जिन्होंने एक रात पहले स्थानीय स्तर पर बनी शराब का सेवन किया था, उनकी नींद में मौत हो गई थी. पुलिस के मुताबिक, बीमार पड़े अन्य लोगों को अस्पताल ले जाया गया. बुधवार शाम तक मरने वालों की संख्या बढ़कर पांच हो गई और अगले दिन तीन और मौतें हुईं.
पुलिस ने कहा कि तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है और भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 302 (हत्या) और एक्साइज़ एक्ट के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया है. उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन ने मामले की जांच के लिए पांच सदस्यीय समिति भी गठित की है.
विपक्ष ने गुरुवार को इस मुद्दे पर चुप रहने और इसके बजाय “अपने दोस्तों के साथ टप्पे गाने” के लिए मुख्यमंत्री की आलोचना की.
कथित तौर पर मान का एक वीडियो पोस्ट करते हुए, जब वे बॉलीवुड गायक सुखविंदर सिंह के साथ कार में यात्रा कर रहे थे और एक पंजाबी गाना गा रहे थे, भारतीय जनता पार्टी की राज्य इकाई के प्रमुख सुनील जाखड़ ने मान की तुलना कुख्यात रोमन सम्राट नीरो से की, जिसने रोम जलते समय कार्रवाई नहीं की थी.
उन्होंने एक्स पर लिखा, “जब रोम जल रहा था, नीरो बांसुरी बजा रहा था! नीरो के नक्शेकदम पर चलते हुए, भगवंत मान जी टप्पा गा रहे हैं, जबकि उनके अपने निर्वाचन क्षेत्र संगरूर में लोग अवैध शराब से मर रहे हैं.”
कॉमेडियन से राजनेता बने मान का पंजाबी लोक गीत “टप्पे” गाते हुए वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है.
जब रोम जल रहा था तो नीरो बांसुरी बजा रहा था!
While Rome was burning Nero was playing flute !
Following in the foot steps of Nero, Bhagwant Mann ji is singing tappas while people in own constituency Sangrur are dying of illicit liquor.ਜਦੋਂ ਰੋਮ ਸੜ ਰਿਹਾ ਸੀ ਤਾਂ ਨੀਰੋ ਬੰਸਰੀ ਵਜਾ ਰਿਹਾ ਸੀ!
ਨੀਰੋ ਦੇ ਨਕਸ਼ੇ-ਕਦਮਾਂ 'ਤੇ ਚੱਲ ਕੇ ਭਗਵੰਤ… pic.twitter.com/uAVvzz9Ybf— Sunil Jakhar(Modi Ka Parivar) (@sunilkjakhar) March 21, 2024
विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने इस त्रासदी पर चुप्पी के लिए मान की आलोचना की और मांग की कि मामले में एक्साइज़ मंत्री पर भी हत्या का मामला दर्ज किया जाए और उन्हें इस्तीफा देने के लिए कहा जाए.
बाजवा ने एक्स पर लिखा, “दिड़बा विधानसभा क्षेत्र में अवैध शराब पीने से आठ लोगों की मौत हो गई है, जिसका प्रतिनिधित्व पंजाब के आबकारी मंत्री हरपाल चीमा खुद कर रहे हैं. दिड़बा पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के गृह जिले संगरूर के तहत आता है. हालांकि, पंजाब की आप सरकार जिम्मेदारी तय करने में बुरी तरह विफल रही है…इसने इस मुद्दे पर चुप्पी साध रखी है. चीमा और मान द्वारा एक भी शब्द नहीं बोला गया है, जो निर्लज्जता की पराकाष्ठा है. इस बीच, पंजाब के मुख्यमंत्री पर यह जिम्मेदारी है कि वे आबकारी मंत्री को जिम्मेदार ठहराएं और उनका इस्तीफा मांगें.”
जुलाई 2020 से मान द्वारा एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का वीडियो पोस्ट करते हुए बाजवा ने सीएम को याद दिलाया कि उस साल अगस्त में, जब गुरदासपुर और तरनतारन में ज़हरीली शराब पीने से 100 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी, मान ने मांग की कि ज़हर बांटने में शामिल सभी लोगों को संबंधित मंत्री सहित लोगों पर हत्या का मामला दर्ज किया जाना चाहिए.
उस समय मान ने कैप्टन अमरिन्दर सिंह के नेतृत्व वाली तत्कालीन कांग्रेस सरकार से मृतकों के परिवारों को पर्याप्त मुआवजा देने के लिए कहा था क्योंकि जो लोग मरे थे वे अपने परिवार के एकमात्र कमाने वाले थे. मान ने इस मामले पर अमरिंदर की चुप्पी पर भी सवाल उठाया था.
बाजवा ने एक्स पर लिखा, “भगवंत मानजी, यह आप सरकार को बता रहे हैं कि अगस्त 2020 में ऐसे मामलों में क्या करना है. कृपया अपनी सलाह का पालन करें और इन मौतों के लिए आबकारी मंत्री हरपाल चीमा पर मामला दर्ज करें.”
शिरोमणि अकाली दल (SAD) नेता बिक्रम सिंह मजीठिया ने भी मान की चुप्पी पर टिप्पणी की है.
मजीठिया ने लिखा, “भगवंत मानजी, आप मुख्यमंत्री हैं और आपके ही जिले संगरूर में ज़हरीली शराब पीने से आठ लोगों की मौत हो गई है. आपको गीत गाना शोभा नहीं देता. कृपया मुख्यमंत्री के रूप में अपनी जिम्मेदारी निभाएं और रंगारंग कार्यक्रमों में आनंद लेने के बजाय जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें.”
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