नई दिल्ली: पंजाब के गायक और कांग्रेस युवा नेता सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद एक तरफ जहां फैंस काफी दुखी हैं तो वहीं पंजाब सरकार पर इसके लिए आरोप लगाए जा रहे हैं. दरअसल सिद्धू की मौत से एक दिन पहले की पंजाब सरकार ने कई वीवीआईपी लोगों की स्कियोरिटी हटाई थी जिसमें सिद्धू मूसेवाला भी शामिल थे.
अब उनकी मौत को लेकर राजनीति भी शुरू हो गई है. इस पर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि इस पर राजनीति नहीं होने चाहिए. उन्होंने कहा, ‘मेरा मानना है कि जो भी घटना हुई है उसपर राजनीति नहीं होनी चाहिए। सिद्धू मूसेवाला की हत्या हुई, वो बेहद अफसोस की बात है। उसके लिए पंजाब CM कह चुके हैं कि पूरी कोशिश जारी है और विश्वास दिलाते हैं कि दोषियों को पकड़कर कड़ी से कड़ी सजा दिलवाएंगे.’
‘इसके पहले पटियाला हिंसा और मोहाली बॉम्ब ब्लास्ट की घटना हुई थी जिसमें 24 या 48 घंटों में उसे हल कर लिया गया था। अभी नई सरकार है तो वो पूरा प्रयास कर रही है। विपक्षी पार्टी और सबको मिलकर पंजाब को आगे बढ़ाना है, राजनीति नहीं करनी चाहिए.’
भगवंत मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार ने गुरुवार को पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय को बताया कि वह 7 जून से सभी 424 लोगों को सुरक्षा कवच बहाल करेगी, जिसे अमृतसर घलुघरा कार्यक्रम के लिए अस्थायी रूप से वापस ले लिया गया था.
बता दें कि मानसा जिले में बीती 29 मई को अज्ञात हमलावरों ने सिद्धू मूसेवाला (28) की गोली मारकर हत्या कर दी थी. राज्य सरकार द्वारा मूसेवाला की सुरक्षा कम किए जाने के एक दिन बाद यह घटना हुई थी. मूसेवाला के साथ जीप में यात्रा कर रहे उनके चचेरे भाई और एक दोस्त हमले में घायल हो गए थे.
विशेष रूप से, मूसेवाला के शरीर पर 19 गोलियां लगी थीं और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के अनुसार गोली लगने के 15 मिनट के भीतर उनकी मृत्यु हो गई, जिसमें यह भी कहा गया कि उनकी मृत्यु का कारण ‘हैमरेज शॉक’ था.
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