नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के माता-पिता पर कांग्रेस नेताओं की टिप्पणी के बाद अब वित्त मंत्री अरुण जेटली ने पलटवार किया है. जेटली ने फेसबुक पर ब्लॉग लिखकर आरोप लगाया कि कांग्रेस वंशवादी पार्टी है. उन्होंने कहा कि इस पार्टी ने कई बड़े नेताओं के योगदान को कम करके दिखाया.
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि वे लाखों राजनीतिक कार्यकर्ता जो साधारण परिवार से आते हैं वे कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व की परीक्षा में फेल हो जाएंगे. यहां योग्यता का कोई मतलब नहीं है. कांग्रेस में एक ग्रेट सरनेम को ही पॉलिटिकल ब्रैंड के रूप में तवज्जो दिया जाता है.
जेटली ने लिखा है कि मैंने अपने कुछ दोस्तों से तीन सवाल पूछे.
-गांधीजी के पिता का नाम क्या है?
-सरदार पटेल के पिता का नाम क्या है?
-सरदार पटेल की पत्नी का क्या नाम है?
भाजपा के शीर्ष नेता ने आगे लिखा, ‘मेरे किसी भी जानकार दोस्त के पास इन सवालों का सीधा जवाब नहीं था. कांग्रेस की राजनीति की यही त्रासदी है. गांधीजी ने भारत के स्वतंत्रता आंदोलन का नेतृत्व किया था. सरदार पटेल का योगदान भी कम नहीं है. गांधीजी के पिताजी का नाम करमचंद उत्तमचंद गांधी, सरदार पटेल के पिता का नाम झावेरभाई पटेल और उनकी पत्नी का नाम दिवाली बा था.’
उन्होंने आगे लिखा कि इसका कारण है कि दशकों से कॉलोनियों, स्थानों, शहरों, पुलों, एयरपोर्ट्स, रेलवे स्टेशनों, स्कूलों, कॉलेजों, विश्वविद्यालयों, स्टेडियमों का नाम केवल एक परिवार के लोगों के नाम पर रखा गया.
वित्त मंत्री ने ब्लॉग में आगे लिखा है कि 2019 का भारत 1971 के भारत से अलग है. अगर कांग्रेस पार्टी यह चाहती है कि 2019 की लड़ाई कम चर्चित माता-पिता के बेटे मोदी और अपनी माता-पिता की वजह से ही चर्चा में रहने वाले से हो तो भारतीय जनता पार्टी खुशी से यह चुनौती स्वीकार करेगी.