नई दिल्ली: कैबिनेट विस्तार के तुरंत बाद मोदी सरकार ने मंत्रिमंडल की शक्तिशाली समितियों का पुनर्गठन किया है. जिसके तहत केंद्रीय मंत्रियों स्मृति ईरानी, भूपेंद्र यादव और सर्वानंद सोनोवाल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली राजनीतिक मामलों की महत्वपूर्ण मंत्रिमंडल समिति का सदस्य बनाया गया है.
बता दें कि पर्यावरण और श्रम मंत्री भूपेंद्र यादव को राजनीतिक मामलों की सभी महत्वपूर्ण कैबिनेट समिति में शामिल किया गया है. बता दें कि भूपेंद्र यादव को दो अहम कैबिनेट कमेटी में जगह दी गई है. इसमें कैबिनेट कमेटी ऑन पॉलिटिकल अफेयरर्स और इम्प्लायमेंट एंड स्किल डेवल्पमेंट शामिल है.
जबकि उनके साथ पोर्ट मंत्री सर्बानंद सोनोवाल, स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया और ग्रामीण विकास मंत्री गिरिराज सिंह भी शामिल है.
मंत्रिमंडल सचिवालय की सोमवार रात जारी अधिसूचना के अनुसार रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता वाली संसदीय मामलों की मंत्रिमंडल समिति में केंद्रीय मंत्रियों वीरेंद्र कुमार, किरेन रीजीजू और अनुराग सिंह ठाकुर को शामिल किया गया है.
Environment and Labour Minister Bhupender Yadav has been included in the all-important Cabinet Committee on Political Affairs (CCPA), along with Ports Minister Sarbananda Sonowal, Health Minister Mansukh Mandaviya and Rural Development Minister Giriraj Singh. pic.twitter.com/3M4XjSsFj7
— ANI (@ANI) July 13, 2021
हालांकि, सुरक्षा मामलों पर निर्णय लेने वाली देश की सर्वोच्च संस्था – सुरक्षा संबंधी मंत्रिमंडल समिति- और नियुक्ति संबंधी मंत्रिमंडल समिति की संरचना में कोई बदलाव नहीं किया गया है. नियुक्ति संबंधी मंत्रिमंडल समिति संयुक्त सचिव और उससे ऊपर के पद पर सरकारी नियुक्तियों के संबंध में फैसला करती है.
सुरक्षा संबंधी मंत्रिमंडल समिति के सदस्यों में प्रधानमंत्री, रक्षा मंत्री, गृह मंत्री अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और विदेश मंत्री सुब्रह्मण्यम जयशंकर हैं. नियुक्ति संबंधी मंत्रिमंडल समिति में प्रधानमंत्री और गृह मंत्री शामिल हैं.
केंद्रीय मंत्रियों नारायण राणे, ज्योतिरादित्य एम सिंधिया और अश्विनी वैष्णव को प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाली निवेश एवं विकास संबंधी मंत्रिमंडल समिति में नए सदस्यों के रूप में शामिल किया गया है.
प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाली रोजगार और कौशल विकास संबंधी मंत्रिमंडल समिति में केंद्रीय मंत्रियों अश्विनी वैष्णव, भूपेंद्र यादव, रामचंद्र प्रसाद सिंह और जी. किशन रेड्डी को नये सदस्यों के रूप में शामिल किया गया है.
बता दें कि इससे पहले आठ जुलाई को ही मोदी कैबिनेट में बड़े पैमाने पर फेरबदल किया गया था जिसमें भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के करीब माने जाने वाले तीन नेताओं धर्मेंद्र प्रधान, मनसुख मंडाविया और भूपेंद्र यादव को शिक्षा, स्वास्थ्य और श्रम विभागों की जिम्मेदारी सौंपे जाने का उद्देश्य सरकार के सामाजिक विकास के एजेंडे को आगे बढ़ाना एवं नीतिगत लाभ को जमीनी स्तर पर लोगों तक पहुंचाना है.
प्रधान और मंडाविया नरेंद्र मोदी सरकार में पहले से ही शामिल थे, लेकिन यादव बुधवार को इस सरकार का हिस्सा बने. हालांकि ये तीनों पार्टी नेतृत्व के विश्वसनीय माने जाते हैं.