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Sunday, 5 May, 2024
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‘विपक्षी एकता सबसे ऊपर’, सावरकर पर राहुल के बयान से नाराज उद्धव की पार्टी विरोध में लेगी हिस्सा

उद्धव ठाकरे गुट के संजय राउत यह बयान ऐसे समय में आया है जब ठाकरे गुट वीर सावरकर पर राहुल गांधी के बयान से नाराज हो गया था और विपक्ष की बैठक में शामिल नहीं हुआ था.

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नई दिल्ली : शिवसेना उद्धव गुट के नेता संजय राउत ने बुधवार को कहा कि उनकी पार्टी महाराष्ट्र के साथ राष्ट्रीय स्तर पर विपक्षी एकता को सबसे ऊपर रखेगी और संसद में विरोध-प्रदर्शन मेंं हिस्सा लेगी.

यह बयान ऐसे समय में आया है जब ठाकरे गुट वीर सावरकर पर राहुल गांधी के बयान से नाराज हो गया था और विपक्ष की बैठक में शामिल नहीं हुआ था.

राउत ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि, ‘हमने दो दिन पहले अपनी चिंता जता दी थी. हम खड़गे के आवास पर नहीं गए. लेकिन विपक्ष की एकता महाराष्ट्र के साथ-साथ देश में भी है और रहेगी. हमने जो चिंता जताई थी उसका नतीजा मिल गया है. हम निश्चित रूप से आज विपक्ष की बैठक में शामिल होंगे और साथ ही विरोध प्रदर्शन में भी हिस्सा लेंगे. हम विपक्ष की एकता को सबसे ज्यादा प्राथमिकता देंगे. हम राष्ट्रीय स्तर पर सभी विपक्षी दलों के साथ रहेंगे.’

राउत ने अडाणी मुद्दे और भ्रष्टाचार को लेकर सरकार पर हमला बोलते हुए पूछा कि क्या केंद्रीय जांच एजेंसियों का इस्तेमाल विपक्ष के खिलाफ ही किया जाएगा और अडाणी के खिलाफ नहीं.

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उन्होंने कहा, ‘आप (सरकार) राहुल गांधी द्वारा उठाए गए मुद्दों और विपक्ष की अडाणी मामले में जेपीसी की मांग के बारे में क्यों नहीं बात करते? अडाणी से आपके क्या संबंध हैं? क्या ईडी और सीबीआई केवल हमारे (विपक्ष) लिए हैं, अडाणी के लिए नहीं? क्या आप पीएमसीएआरईएस फंड का ऑडिट कराएंगे?’

राज्यसभा सांसद ने लोकसभा से राहुल गांधी की सदस्यता रद्द किए जाने पर गांधी का पक्ष लिया और कहा कि उनकी पार्टी संसद में विपक्ष के विरोध-प्रदर्शन में हिस्सा लेगी.

उन्होंने कहा, ‘सरकार घोटाले पर विपक्ष के सवालों का जवाब देने के लिए तैयार नहीं है. क्या हम सवाल नहीं पूछ सकते? एक शख्स जिसने सवाल पूछा उसकी सदस्यता रद्द कर दी गई और उसका घर खाली करा लिया गया. हम राहुल गांधी की सदस्यता रद्द किए जाने के खिलाफ विपक्ष के विरोध-प्रदर्शन में हिस्सा लेंगे.’

इस बीच केंद्रीय मंत्री अश्वनी वैष्णव ने बुधवार को राहुल गांधी पर यह कहते हुए हमला बोला कि वह ‘अहंकार’ की वजह से अपनी लोकसभा की सदस्यता गंवाए हैं. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस नेता एक खास परिवार में जन्म लेने के कारण इस देश पर शासन करना अपना ‘जन्मसिद्ध अधिकार’ मानते हैं.

वैष्णव ने कहा, ‘राहुल गांधी अपने अहंकार के कारण डिस्क्वालीफाइड हुए हैं. वह सोचते हैं कि देश पर शासन करना उनका जन्मसिद्ध अधिकार है और यही उनके दिमाग में सारी गलफहमियां पैदा कर रहा है.’

इससे पहले आज, एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री ने राहुल पर आरोप लगाया कि गांधी हक जताने वाली राजनीति करते हैं उन्होंने पूछा कि क्या वह कानून से ऊपर हैं.

वैष्णव ने कहा, ‘जब कोर्ट ने यह फैसला ओबीसी का अपमान करने के लिए दिया है तब राहुल गांधी आज कहते हैं कि अदालत गलत है. राहुल गांधी सोचते हैं कि इस देश पर शासन करना उनका जन्मसिद्ध अधिकार है. वह हक जताने वाली राजनीति करते हैं. व सोचते हैं एक खास परिवार में जन्म लेने से उनका देश पर शासन करना जन्मसिद्ध अधिकार हो जाता है. वह खुद को संविधान, कोर्ट और संसद से ऊपर समझते हैं.’

उन्होंने कहा, ‘वह खुद को देश की संस्थाओं से ऊपर समझते हैं. राहुल गांधी सोचते हैं कि कोई कोर्ट उनके खिलाफ फैसला नहीं दे सकती… वह सोचते हैं कि संविधान में निहित अयोग्य ठहराने का प्रावधान उन पर लागू नहीं होना चाहिए, क्योंकि वह एक विशेषाधिकार की सोच के साथ राजनीति में हैं.’


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