नई दिल्ली: आज जब हरियाणा और उत्तर प्रदेश की राज्य सरकारों ने दिल्ली से सटे बॉर्डर को खोलने का एलान कर दिया है तब दिल्ली सरकार ने आगामी एक हफ्ते के लिए अपने सारे बॉर्डर सील कर दिए हैं. हवाला दिया है कि दिल्ली की स्वास्थ्य सेवाएं वर्ल्ड क्लास हैं और अगर बॉर्डर खुले रहे तो हमारे सारे बेड भर जाएंगे.इसलिए दिल्ली के अस्पतालों में दिल्ली के लोगों का ही इलाज होना चाहिए. सोमवार को मीडिया को संबोधित करते हुए अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली वासियों से दिल्ली के बॉर्डर खोले जाने को लेकर सुझाव भी मांगे हैं. लोगों को यह सुझाव शुक्रवार को शाम पांच बजे तक देने हैं.
साथ ही केजरीवाल ने एलान किया कि आज से एक हफ्ते के लिए फिलहाल हम ‘बॉर्डर सील’ कर रहे हैं.
अरविंद केजरीवाल ने राज्य की जनता से सलाह मांगते हुए कहा, ‘दिल्ली सरकार को एक महत्वपूर्ण विषय पर आपकी राय चाहिए. क्या दिल्ली के बॉर्डर खोल दिए जाए? और क्या दिल्ली के अस्पतालों को देश से आने वाले सभी लोगों के लिए खोला जाए?’
केजरीवाल ने यह भी कहा, ‘हमारे पास नौ हजार बेड की सुविधा है लेकिन अगर हमने बॉर्डर खोल दिए और हमारी वर्ल्ड क्लास स्वास्थ्य सुविधाओं को देखते हुए सभी दिल्ली में ही इलाज कराएंगे तो सारे बेड भर जाएंगे. इसलिए हमें ये कदम उठाना पड़ रहा है.’
बता दें कि इससे पहले हरियाणा और उत्तर प्रदेश प्रशासन ने दिल्ली से लगती हुई सीमाएं यह आरोप लगाते हुए बंद कर दी थीं कि दिल्ली से उनके राज्यों में कोरोना फैल रहा है. हरियाणा ने तो अपने राज्यों से लगते हुए शहरों में गहरे-गहरे गड्ढे भी खुदवा दिए थे.
केजरीवाल ने कहा, ‘आपके सुझाव शुक्रवार तक व्हाट्सअप, ईमेल या वॉइस मेल के जरिये हमें भेज सकते है.’ उन्होंने इसके लिए व्हाट्सअप नंबर: 8800007722, ईमेल: Delhicm.suggestions@gmail.com और
वॉइसमेल नंबर: 1031 भी जारी किया है.
केंद्र सरकार की गाइडलाइन पर चली केजरीवाल सरकार
हालांकि, आज मीडिया से बातचीत करते हुए केजरीवाल ने अनलॉक-1 की गाइडलाइन का जिक्र करते हुए बार बार केंद्र सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन का भी जिक्र किया. साथ ही यह भी कहा कि जरूरी सेवाओं व पास धारकों के लिए बॉर्डर खुले रहेंगे. वहीं उन्होंने दिल्ली वासियों से कहा कि दिल्ली के बॉर्डर बंद करने का फैसला स्वास्थ्य सेवाओं को ध्यान में रखते हुए लिया है.
उन्होंने कहा, ‘हालांकि दिल्ली दिल वालों की है लेकिन जिस तरह से राज्य में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं उसे देखते हुए हमें लगता है कि दिल्ली के अस्पताल सिर्फ दिल्ली वासियों के लिए होने चाहिए.’
केजरीवाल ने इस दौरान मुस्कुराते हुए कहा दिल्ली तो सिर्फ दिल्ली वालों की नहीं है यहां केरल के भी लोग हैं और महाराष्ट्र के भी दिल्ली ने सभी को अपना माना है. चूंकि दिल्ली में पूरे देश के लोग इलाज के लिए आते हैं तो ऐसे में दिल्ली वालों को इलाज की दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है. इसलिए हमें लगता है कि दिल्ली के अस्पतालों में सिर्फ दिल्ली वालों का इलाज होना चाहिए.
हालांकि केंद्र सरकार की गाइड लाइन का हवाला देते हुए केजरीवाल ने राष्ट्रीय राजधानी में बाजारों में सभी दुकानों को खोलने की अनुमति देने की बात कही है. उन्होंने कहा कि अभी तक हम ऑड- इवन अपनाते हुए दिल्ली के बाजार खोल रहे थे लेकिन अब हम केंद्र सरकार की गाइडलाइन को फॉलो करेंगे. लॉकडाउन के नए चरण में सलून/बार्बर शॉप खोले जाएंगे, लेकिन स्पा को अभी खोला नहीं जाएगा.