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Tuesday, 2 September, 2025
होमराजनीति‘सभी महिलाओं का अपमान’: बिहार रैली में मोदी का राहुल और राजद पर निशाना

‘सभी महिलाओं का अपमान’: बिहार रैली में मोदी का राहुल और राजद पर निशाना

कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने पहले कहा था कि यह बयान ‘भाजपा के अपने एजेंट’ ने मुद्दा खड़ा करने और वोटर अधिकार यात्रा से ध्यान भटकाने के लिए दिया.

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नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुप्पी तोड़ते हुए बिहार में राष्ट्रीय जनता दल (राजद)-कांग्रेस के साझा मंच से उनकी दिवंगत मां पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी के लिए विपक्ष को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने इसे पूरे देश की महिलाओं का अपमान बताया.

पिछले हफ्ते वोटर अधिकार यात्रा के दौरान आयोजित एक कार्यक्रम में मोहम्मद रिज़वी नामक व्यक्ति ने प्रधानमंत्री और उनकी मां के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया. उस समय मंच पर राजद और कांग्रेस के नेता मौजूद थे. घटना का कथित वीडियो सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हो गया.

इसके बाद बिहार पुलिस ने 29 अगस्त को दरभंगा निवासी रिज़वी को गिरफ्तार कर लिया. विपक्ष ने रिज़वी से किसी भी तरह का संबंध होने से इनकार किया है.

प्रधानमंत्री मोदी ने मंगलवार को कहा, “कुछ दिन पहले बिहार में जो हुआ…मैंने तो कभी सोचा भी नहीं था. न बिहार का कोई व्यक्ति और न ही देश का कोई नागरिक इसकी कल्पना कर सकता था.” उन्होंने कहा कि यह उनके लिए बेहद पीड़ादायक पल था और सवाल उठाया कि उनकी मां की क्या गलती थी, जिन्हें इस तरह अपमानजनक भाषा में घसीटा गया.

वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बिहार राज्य जीविका निधि साख सहकारी संघ लिमिटेड की शुरुआत करते हुए मोदी ने विपक्ष पर निशाना साधा.

उन्होंने कहा, “बिहार में राजद-कांग्रेस के मंच से मेरी मां को गाली दी गई…यह गालियां सिर्फ मेरी मां का अपमान नहीं हैं, बल्कि यह देश की माताओं, बहनों और बेटियों का अपमान है.”

इससे पहले, कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा था कि यह टिप्पणी “भाजपा के ही एजेंट” ने की, ताकि मुद्दा बनाया जा सके और यात्रा से ध्यान भटकाया जा सके.

खेड़ा ने कहा, “इनकी वोट चोरी पकड़ी गई है, ये लोग बौखलाए हुए हैं. पता लगाइए कि वह गिरफ्तार व्यक्ति कौन है, किसका आदमी है…जनता सब देख रही है, पूरा देश भाजपा की गुंडागर्दी देख रहा है.”

मंगलवार की कॉन्फ्रेंस कॉल में प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्हें पता है कि बिहार के लोगों को उनकी मां के खिलाफ कही गई गालियों को सुनकर बहुत बुरा लगा.

उन्होंने कहा, “हमारी सरकार के लिए मां की गरिमा, मां का सम्मान और मां का स्वाभिमान सर्वोच्च प्राथमिकता है. मां हमारी दुनिया है, मां हमारा गौरव है.” मोदी ने आगे कहा कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि बिहार जैसे समृद्ध परंपराओं वाले राज्य में ऐसा कुछ हो सकता है.

प्रधानमंत्री ने कहा, “मैं जानता हूं कि इस घटना को देखकर और सुनकर बिहार की हर मां को कितना बुरा लगा. मुझे जितना दर्द है, उतना ही दर्द बिहार की जनता को भी है.”

मोदी ने यह भी कहा कि यह वीडियो कॉन्फ्रेंस लाखों माताओं और बहनों से संवाद और आशीर्वाद लेने का अवसर था, इसलिए एक बेटे के नाते उन्होंने अपना दुख साझा करना ज़रूरी समझा, ताकि उसका बोझ कुछ हल्का हो सके.

जीविका निधि पर केंद्रित इस कार्यक्रम में शामिल बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी प्रधानमंत्री मोदी की दिवंगत मां पर की गई टिप्पणी की निंदा की.


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‘मां ने दी थी जाने की इज़ाज़त’

मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उनकी मां का राजनीति से कोई संबंध नहीं था और वे 100 साल पूरे करने के बाद दुनिया से चली गईं. पीएम ने बताया कि उन्होंने अपनी मां से अलग होने का फैसला इसलिए किया ताकि वे देश की अन्य महिलाओं की सेवा कर सकें और इस फैसले में उनकी मां की बड़ी भूमिका थी.

प्रधानमंत्री ने समझाया कि भले ही वे राजनीति में देर से आए, लेकिन लंबे समय से किसी न किसी रूप में देश की सेवा करते रहे हैं. उनकी मां ने उन्हें अपनी जिम्मेदारी से मुक्त कर दिया था.

उन्होंने कहा, “हर मां चाहती है कि उसका बेटा उसके लिए कुछ करे, लेकिन मेरी मां ने मुझे आशीर्वाद दिया कि जाओ, करोड़ों माताओं-बहनों और देश की सेवा करो…और मुझे जाने की इज़ाज़त दी.”

भोजपुरी में बोलते हुए मोदी ने कहा कि वे उन लोगों को माफ भी कर सकते हैं जिन्होंने उनकी मां को गाली दी, लेकिन भारत कभी भी मां के अपमान को सहन नहीं करता.

शुक्रवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई, जब प्रधानमंत्री की मां के खिलाफ अभद्र भाषा के इस्तेमाल को लेकर विरोध-प्रदर्शन हुआ.

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने झड़प पर प्रतिक्रिया देते हुए एक्स पर हिंदी में लिखा: “सत्य और अहिंसा की ही विजय होगी…असत्य और हिंसा इनके सामने टिक नहीं सकती. मारो-पीटो, तोड़ो-फोड़ो जितना चाहो, लेकिन हम सत्य और संविधान की रक्षा करते रहेंगे. सत्यमेव जयते.”

पीएम मोदी ने बिहार की जनता को याद दिलाते हुए कहा कि राजद शासनकाल में अपराध और अपराधी खुलेआम चलते थे.

उन्होंने कहा, “…हत्या, रंगदारी और बलात्कार आम बात थी. राजद सरकार सिर्फ हत्यारों और बलात्कारियों को ही संरक्षण देती थी और सबसे ज्यादा मार किसे झेलनी पड़ी? बिहार की महिलाओं को.”

मोदी ने आगे कहा कि राजद जैसे दल कभी नहीं चाहते कि महिलाएं आगे बढ़ें, इसलिए वे महिला आरक्षण का भी कड़ा विरोध करते हैं.

कांग्रेस नेता राहुल गांधी को युवराज कहते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “एक गरीब मां की तपस्या, उसके बेटे का दर्द, ये बातें उन राजकुमारों को कभी समझ नहीं आ सकतीं जो शाही परिवारों में पैदा हुए हैं. ये विशेषाधिकार प्राप्त लोग चांदी की चम्मच लेकर पैदा होते हैं. इन्हें देश और बिहार भी अपनी पारिवारिक जागीर नज़र आता है.”

उन्होंने आगे कहा, “लेकिन देश की जनता ने एक गरीब मां के परिश्रमी बेटे को आशीर्वाद दिया और उसे ‘प्रधान सेवक’ बनाया. यह बात इन विशेषाधिकार प्राप्त लोगों से हज़म नहीं हो रही. पिछड़ी या अति पिछड़ी जाति से कोई उठकर आगे बढ़े, यह कांग्रेस कभी बर्दाश्त नहीं कर पाई.”

प्रधानमंत्री की मां पर हुई अभद्र टिप्पणी के बाद बिहार में बड़ा राजनीतिक विवाद छिड़ गया. घटना पर भाजपा के वरिष्ठ नेताओं, जिनमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी शामिल हैं, ने विपक्ष पर जमकर निशाना साधा.

(इस रिपोर्ट को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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