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Saturday, 21 December, 2024
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भविष्य के PM उम्मीदवार के रूप में योगी आदित्यनाथ के बारे में बात करना ‘स्वाभाविक’ है : अमित शाह

शाह ने राज्य में यूपी सरकार और पार्टी संगठन के बीच अलगाव के आरोपों का भी खंडन किया और कहा कि यह 'मतभेद नहीं है, बल्कि एक भ्रम है'.

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केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि लोगों द्वारा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भविष्य के प्रधान मंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में देखना ‘स्वाभाविक’ है. ऐसा उन्होंने योगी के मुख्यमंत्री रहते हुए किये गए विकास कार्यों का हवाला देते हुए कहा.

द इंडियन एक्सप्रेस को दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) यूपी चुनाव ‘प्रचंड बहुमत के साथ’ जीतेगी . उन्होंने यूपी के सीएम की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने एक ‘अनुकरणीय’ जीवन जिया है और कानून व्यवस्था पर बहुत अच्छा काम किया है.

लोगों द्वारा योगी को भविष्य का पीएम उम्मीदवार बताये जाने के बारे में पूछे जाने पर शाह ने कहा, ‘स्वाभाविक रूप से. इतने सालों के बाद उनके अधीन इतना काम हुआ है. यूपी को 30 मेडिकल कॉलेज मिले हैं…. राज्य में दो एम्स हैं जबकि जापानी इंसेफेलाइटिस के लिए एक शोध केंद्र भी बनाया गया है. भाजपा सरकार ने 10 नए विश्वविद्यालय बनाए, 77 नए कॉलेज खोले. हमारी सरकार ने पूरे उत्तर प्रदेश में 1.40 लाख कॉलेजों का पुनर्निर्माण और पुनर्विकास भी किया है.”

दिप्रिंट की मंगलवार की रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ भी यूपी में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि योगी आदित्यनाथ को दूसरा कार्यकाल मिले.

यदि 10 मार्च को चुनाव परिणाम आने पर भाजपा विजयी होती है, तो आदित्यनाथ भारत के सबसे बड़े राज्य के एकमात्र मुख्यमंत्री बन जाएंगे, जिन्हें पूरे पांच साल के कार्यकाल के बाद नए सिरे से जनादेश मिलेगा.

शाह ने इंटरव्यू में कहा कि मोदी और पिछले पांच वर्षों में योगी सरकार द्वारा किए गए कार्यों के कारण भाजपा की शक्तियों में सुधार हुआ है, जिससे भाजपा को ‘कई और लाभ’ मिले हैं. पिछले अक्टूबर में उनके बयान के बारे में पूछने पर, जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर लोग चाहते हैं कि मोदी 2024 में पीएम के रूप में वापस आएं, तो उन्हें 2022 में योगी की जीत सुनिश्चित करनी चाहिए, शाह ने कहा, ‘मैंने ऐसा नहीं कहा.

मैंने जो कहा था कि दिल्ली का रास्ता लखनऊ से होकर जाता है. चूंकि उत्तर प्रदेश में लोकसभा में 80 सीटें हैं, इसलिए 2024 में सत्ता में लौटने के लिए उत्तर प्रदेश में भाजपा का सत्ता में होना बहुत जरूरी है. अगर कोई केंद्र में पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाना चाहता है, तो वह उत्तर प्रदेश के जनादेश के बिना नहीं हो सकता.’


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योगी ने अनुकरणीय जीवन जीया: शाह

उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति में सुधार के लिए योगी आदित्यनाथ सरकार की प्रशंसा करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, ‘योगी आदित्यनाथ ने एक अनुकरणीय जीवन व्यतीत किया है और उन्होंने कानून व्यवस्था पर बहुत अच्छा काम किया है. उत्तर प्रदेश में इसमें इतना सुधार हुआ है और यह चुनावी मुद्दा बन गया है.

एक प्रभावशाली सुधार हुआ है’: डकैती, बलात्कार आदि के मामलों में 30-70 प्रतिशत की गिरावटहुई है. राज्य में इतनी अच्छी सड़कें कभी नहीं थीं – गाजियाबाद से गंगा, गोरखपुर से आगरा, राज्य का हर क्षेत्र एक एक्सप्रेसवे से जुड़ा है. 22 साल बाद प्रदेश को 12 घंटे से अधिक समय से बिजली मिलनी शुरू हो गई है.

शाह ने राज्य में यूपी सरकार और पार्टी संगठन के बीच अलगाव के आरोपों का भी खंडन किया और कहा कि यह ‘मतभेद नहीं है, बल्कि एक भ्रम है’. उन्होंने कहा कि सरकार का उद्देश्य राजनीति के अपराधीकरण और नौकरशाही के राजनीतिकरण को रोकना है.

किसानों के आंदोलन पर शाह ने कहा कि निर्णय देर से हुआ क्योंकि ‘किसान संगठन के साथ कुछ मुद्दे थे’. उन्होंने कहा, ‘अगर 40 लोग एक साथ निर्णय लेने के लिए आते हैं, तो प्रक्रिया में समय लगता है. अगर एक छोटी टीम होती, तो यह आसान होता’, शाह ने जवाब दिया.

(इस खबर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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