नई दिल्ली : महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा 2019 के चुनावों के तारीखों के अगले ही दिन रविवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह महाराष्ट्र पहुंचे. कार्यक्रम में उन्होंने कहा, ‘जब मेरा मुंबई दौरा तय हुआ तो उस समय न मुझे मालूम था और न ही पार्टी को कि यह कार्यक्रम महाराष्ट्र चुनाव की घोषणा के बाद होने वाला सबसे पहला कार्यक्रम होगा. यह खुशी का विषय है कि महाराष्ट्र चुनाव का श्रीगणेश अनुच्छेद 370 को हटाने के परिचय के कार्यक्रम से हो रहा है.
शाह ने इस दौरान कहा कि पिछले 2-3 दिन से कांग्रेस और एनसीपी वाले कहते हैं कि ये नहीं हुआ तो जीत जाएंगे, वो नहीं हुआ तो जीत जाएंगे. ‘मैं कहना चाहता हूं कि कुछ भी हो जाए महाराष्ट्र में एनडीए की सरकार तीन चौथाई बहुमत के साथ बनाना तय है.’
शाह ने कार्यक्रम में कहा कि महाराष्ट्र चुनाव में दो तरह की पार्टियां चुनाव मैदान में हैं. एक ओर भारत मां को अपना सर्वस्व मानने वाली पार्टी भाजपा है तो दूसरी ओर अपने परिवारों को अपना सर्वस्व मानने वाली कांग्रेस और एनसीपी है. महाराष्ट्र की जनता को तय करना है कि उन्हें राष्ट्रवादी पार्टी के साथ जाना है या परिवारवादी के.
मुंबई में आयोजित कार्यकम में शाह ने कहा कि जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने से पूरा देश खुश है. अनुच्छेद 370 के कारण आतंकवाद चरम पर पहुंचा गया था और अब तक इसकी वजह से करीब 40,000 लोग मारे गए हैं, और कांग्रेस पूछती है कि 370 को क्यों हटाया गया. मोदी जी ने 370 और 35A को हटाया है, अब अपना ये मुकुटमणि कश्मीर आतंकवाद से मुक्त होकर विकास के रास्ते पर चल पड़ेगा, मैं ये विश्वास महाराष्ट्र की जनता को दिलाता हूं.
पाकिस्तान से जो हिन्दू भाई आए वो वहां रह गए मगर 370 के कारण उन्हें नागरिकता नहीं मिली, बाकी देश में जो शरणार्थी आए उनमें से 2 इंद्र कुमार गुजराल और मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री बनें और लालकृष्ण आडवाणी जी उप प्रधानमंत्री बनें: श्री @AmitShah #BJPForUnitedIndia pic.twitter.com/8IurdnsmUf
— BJP (@BJP4India) September 22, 2019
370 हटने के बाद जनता शांति से अपना जीवन यापन कर रही है, 99 फीसदी लैंडलाइन खुल गए हैं, सब जगह से कर्फ्यू हट गया है, व्यापार चालू हो गए हैं. 5 अगस्त 2019 से लेकर आज तक कश्मीर में एक भी व्यक्ति की मौत नहीं हुई है. सभी विपक्षी कान खोलकर सुन लें कि कश्मीर में कोई अशांति नहीं है.
शाह ने कहा कि राहुल बाबा तो आज आए हैं राजनीति में. हमारी 3-3 पीड़ियां कश्मीर के लिए अपना बलिदान देने से कभी पीछे नहीं हटीं. कांग्रेस को इसमें राजनीति दिखाई देती है और हमें इसमें देशभक्ति. जनसंघ और भाजपा ने हमेशा अनुच्छेद 370 और धारा 35ए के खिलाफ आवाज उठाई है. हम अनुच्छेद 370 और 35A के खिलाफ समर्पित योद्धा हैं. संस्कृति की रक्षा के लिए अनुच्छेद 370 की जरूरत नहीं है. न गुजरात को इसकी जरूरत पड़ी, न महाराष्ट्र, न केरल को. जम्मू कश्मीर में भ्रष्टाचार खत्म न हो इसलिए वहां के तीन परिवारों ने 370 को संभालकर रखा था. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के साहस और हौंसले के कारण इस बार संसद के पहले ही सत्र में अनुच्छेद 370 को उखाड़ कर फेंक दिया गया.
गृहमंत्री ने कहा, ‘मैं गर्व से कह सकता हूं कि कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और अब वहां अनुच्छेद 370 नहीं है. मोदी जी के आने के बाद परिवारवादी पार्टियों की नींव हिलने लगी है. अब कश्मीर में भी परिवारवादी पार्टियों का सफाया होने वाला है.’