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Monday, 4 November, 2024
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राज्यसभा में जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन विधेयक पास -‘कुछ दिनों में हंसता खेलता कश्मीर देखेंगे’: शाह

राज्यसभा में जम्मू कश्मीर पुनर्गठन विधेयक पास हो गया है. सदन मे बिल के पक्ष में 125 वोट पड़े और विपक्ष में 61 वोट पड़े. मंगलवार को लोकसभा में इस बिल पर चर्चा होगी.

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नई दिल्ली: राज्यसभा में सोमवार को जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन विधेयक पास हो गया है. सदन मे बिल के पक्ष में 125 वोट पड़े और विपक्ष में 61 वोट पड़े. इस बिल में जम्मू-कश्मीर से लद्दाख को अलग करने और दोनों को केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा देने का प्रावधान है. मंगलवार को लोकसभा में इस बिल पर चर्चा होगी.

गृहमंत्री अमित शाह ने सोमवार शाम को जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन संकल्प का जवाब देते हुए कहा कि धारा 370 ने घाटी, लद्दाख और जम्मू कश्मीर का बहुत नुकसान किया है. विपक्ष चर्चा के दौरान कह रहा है अगर धारा 370 हटेगी तो कमायत आ जाएगी. ऐसा कुछ नहीं होने वाला है. इस धारा 370 के कारण ही जम्मू कश्मीर में लोकतंत्र नही रहा. इसी के कारण भ्रष्टाचार खूब फला-फूला और लोगों ने अपने राजनीतिक वोट बैंक के लिए इसका इस्तेमाल किया.

गृहमंत्री शाह ने सदन में कहा, ‘विपक्ष इसके केंद्र शासित प्रदेश बनाने का विरोध कर रहा है, लेकिन जैसे ही स्थिति सामान्य होगी वैसे ही पूर्ण राज्य बनाने की कोशिश करेंगे.’

‘जम्मू-कश्मीर भारत का मुकुटमणी है. कश्मीर भारत का स्वर्ग है और रहेगा.’

‘मैं युवाओं से अपील करता हूं कि पांच सााल का समय दीजिए कश्मीर में परिवर्तन आएगा. मैं जम्मू और कश्मीर की जनता को विश्वास दिलाना चाहता हूं कि कुछ दिनों में हम हंसता खेलता कश्मीर देखेंगे,आतंकवाद को खत्म करेंगे.’

गृह मंत्री शाह ने कहा, ‘धारा 370 जम्मू कश्मीर के विकास के बाधक रही है. यह महिला, दलित और आदिवासी विरोधी भी है. इसके अलावा आतंकवाद की जड़ भी है.’

‘हम धर्म की राजनीति नहीं करते है.’

‘धारा 370 का नुकसान सभी धर्मों के लोगों को हुआ है. आज राज्य की जनता की लोकतंत्र चाहती है. विपक्ष वोट बैंक की राजनीति को किनारे रख सोचेगा तो पता चलेगा कि इसका कितना नुकसान जम्मू कश्मीर को हुआ है.’

गृह मंत्री शाह ने कहा कि केंद्र सरकारों ने करोड़ों रुपए जम्मू-कश्मीर के विकास के लिए भेजे लेकिन विकास कहीं नजर आया. यह धारा 370 का ही नतीजा था कि वहा के भ्रष्टाचार के लिए जांच एजेंसी भी वहां नहीं जा सकती थी.

‘अब यह जो हल्ला हो रहा है कि वह इस पर हो रहा है ​क्योंकि अब जम्मू कश्मीर के भष्टाचार पर जांच शुरु हो गई है.’

लद्दाख और घाटी कश्मीर धरती का स्वर्ग है

गृहमंत्री ने शाह ने कहा, ‘राज्य में जो बेरोजगारी और गरीबी बढ़ी है उसका एकमात्र कारण धारा 370 है. लद्दाख और घाटी इस धरती का स्वर्ग है.’

‘इतना सबकुछ होने के बाद भी पर्यटन नहीं बढा क्योंकि यहां कोई अच्छा होटल जमीन धारा 370 के कारण जमीन नही ले सकता है.’

‘कई-कई कं​पनी अपने कार्यालय जम्मू कश्मीर में खोलना चाहती है, लेकिन 370 के कारण कोई कंपनी कोई जा नहीं सकती है. आज इतने धार्मिक स्थान इस राज्य में है इसके बााद भी पर्यटन का विकास नहीं हो रहा है. इसका कारण केवल धारा 370 है.’

सियासी लोग को मिला धारा 370 फायदा

गृहमंत्री शाह ने विपक्ष को जवाब देते हुए कहा कि जो लोग धारा 370 के पक्ष ले रहे है वह बताए कि कैसे वहां कोई उद्योग लगा सकता है. आज ​राज्य में ​ठीक चिकित्सा व्यवस्था नहीं है. 370 की वकालत करने वाले यह बताए कि कोई दूसरे राज्य का डॉक्टर कैसे वहां जाकर रहेगा. उसकी सुरक्षा की जिम्मेदारी कौन लेगा.

गृहमंत्री ने कहा कि देशभर के सभी 6 से 14 वर्षों के बच्चों को शिक्षा के अधिकार के कानून का लाभ मिल रहा है. आज जम्मू कश्मीर में ‘शिक्षा का अधिकार कानून’ का लाभ नहीं मिल रहा है. अगर हम इस प्रस्ताव को पास करते हैं तो जल्द ही राज्य के हर बच्चे को शिक्षा का लाभ मिल सकेगा.

एक बार जम्मू कश्मीर को खुला कर दो, पूरे देश के एक हो जाएगा

गृहमंत्री ने कहा कि एक बार जम्मू कश्मीर को धारा 370 के बंधन से खोला कर देखो पूरा देश एक हो जाएगा. जम्मू कश्मीर के लोगों को आरक्षण का लाभ नहीं मिल रहा है. कब तक लोगों के साथ अन्याय होता रहेगा.

उन्होंने कहा कि कुछ पार्टियों ने एनजीओं को टीम बना रखा है. जो बिल को चुनौती देंगे, लेकिन यह बिल पूरी तरह से पुख्ता है. इसे कुछ नहीं होने वाला है.

आतंकवाद के पनपने का कारण 370

अमित शाह ने सदन में यह भी कहा, ‘आज जम्मू कश्मीर में आतंकवाद के बढ़ने, पनपने और चरम सीमा पर पहुंंचने के कारण धारा 370 है.’ यह 70 वर्षों की नीति का ही नतीजा है कि अब तक राज्य में 41 हजार 894 लोग मारे गए है.

‘हम एक नया प्रयोग कर है कि सबकों साथ लेकर चलना हमारा लक्ष्य है. हमारी सरकार चाहती है कि जम्मू-कश्मीर के लोग 21 वीं सदी मे आगे बढ़े.’

हम घाटी के लोगों को गले लगाना चाहते है

गृहमंत्री ने कहा कि आज जो लोग इस बिल का विरोध कर रहे हैं उनके बेटे और बेटी विदेशों मे पढ़ाई कर रहे हैं, लेकिन यह लोग घाटी के युवाओं को पीछे रखने के लिए 370 नहीं हटने दे रहे हैं.

शाह ने कहा कि हम घाटी के युवाओं को गले लगाना चाहते हैं. रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य देना चाहते है. कश्मीर में भी हर तरह का विकास करना चाहते हैं.

गृहमंत्री शाह ने देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरु कटाक्ष करते हुए कहा कि उन्होंने कहा था कि 370 घिसते घिसते घिस जाएगी, लेकिन 70 साल तक नहीं घिसी है.

पंडित नेहरु ने जम्मू कश्मीर को डील किया तो आज तक राज्य में 370 लगी है. जम्मू कश्मीर को कभी सरदार पटेल ने डील नहीं किया.

370 आतंकवाद की जनक, इसके जाने का समय आ गया

गृहमंत्री ने कहा कि धारा 370 आतंकवाद की जनक है. इसके जाने का समय आ गया है. कुछ सदस्यों ने कहा कि यह भारत के जम्मू कश्मीर को जोड़ती है लेकिन यह गलत है.यह धारा केवल तीन सियासतदानों के परिवारों की रक्षा करती है.

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