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Monday, 7 October, 2024
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आखिर भाजपा के हुए गुजरात कांग्रेस के नेता अल्पेश ठाकोर और धवलसिंह जाला

5 जुलाई को गुजरात में दो सीटों के लिए राज्यसभा उपचुनावों में भाजपा के लिए क्रॉस वोटिंग के बाद ठाकोर और जाला ने कांग्रेस विधायकों के रूप में इस्तीफा दे दिया था.

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नई दिल्ली : कांग्रेस जहां अभी कर्नाटक और गोवा में पार्टी छोड़ने वाले विधायकों के कारण संकट से गुजर रही है वहीं गुजरात से उसे एक और झटका लगा है. अब गुजरात में पार्टी के ओबीसी चेहरा और विधायक अल्पेश ठाकोर ने धवलसिंह जाला के साथ औपचारिक तौर पर भाजपा जॉइन कर ली है. दोनों नेताओं ने गुरुवार को गुजरात बीजेपी अध्यक्ष जीतू बघानी की मौजूदगी में भाजपा में शामिल हुए. बघानी ने दोनों नेताओं को मिठाई खिलाकर पार्टी में स्वागत किया है. ठाकोर ने अप्रैल में कांग्रेस पर धोखा ने देने का आरोप लगाते हुए पार्टी से इस्तीफा दे दिया था.

गौरतलब है कि ठाकोर और जाला पर राज्यसभा उपचुनाव में कथित रूप से कांग्रेस उम्मीदवारों के खिलाफ मतदान का आरोप है जिसके बाद उसी दिन उन्होंने 5 जुलाई को विधायकी से इस्तीफ़ा दे दिया था.

वहीं इससे पहले 15 जुलाई को गुजरात क्षत्रिय ठाकोर सेना (GKTS) के नेता अमित ठाकोर ने कहा था कि ओबीसी नेता अल्पेश ठाकोर और उनके करीबी धवलसिंह जाला जल्द ही भाजपा में शामिल होंगे.

उन्होंने संवाददाता सम्मेलन में कहा था, ‘अल्पेश ठाकोर और धवलसिंह जाला (पूर्व कांग्रेस नेता) जल्द ही भाजपा में शामिल होंगे. हम पार्टी की विचारधारा में यकीन करते हैं.’ 5 जुलाई को गुजरात में दो सीटों के लिए राज्यसभा उपचुनावों में भाजपा के लिए क्रॉस वोटिंग के बाद ठाकोर और जाला ने कांग्रेस विधायकों के रूप में इस्तीफा दे दिया था.

उत्तरी गुजरात के राधनपुर निर्वाचन क्षेत्र के विधायक ठाकोर ने कहा था कि उन्होंने पार्टी द्वारा ‘अपमानित’ और ‘धोखा’ किए जाने के बाद इस्तीफा देने का निर्णय लिया है.

ठाकोर ने कहा था, ‘मैं राहुल गांधी के भरोसे से कांग्रेस में शामिल हुआ था. लेकिन, उन्होंने हमारे लिए कुछ नहीं किया. हमें बार-बार अपमानित किया गया. इसलिए, मैंने कांग्रेस विधायक के पद से इस्तीफा दे दिया है.’

गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव में ठाकोर को बिहार का प्रभारी बनाया गया था, लेकिन गुजरात में बिहार के लोगों के खिलाफ क्षेत्रवादी टिप्पणी के बाद लोकसभा चुनाव में नुकसान को देखते हुए पार्टी ने अल्पेश ठाकोर को बिहार कांग्रेस के प्रभारी पद से हटा दिया था जिसके बाद से वे नाराज बताए जा रहे थे.

 

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