लखनऊ: यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव जल्द ही साइकल यात्रा करते दिखेंगे. इस दौरान वह उन विकास कार्यों को देखने जाएंगे, जो उन्होंने मुख्यमंत्री रहते शुरू कराए थे. दिप्रिंट से बातचीत में अखिलेश ने सीएम योगी पर तमाम आरोप लगाते हुए कहा कि लगभग 200 बीजेपी विधायक योगी से नाराज़ हैं. वे विधानसभा में धरने पर भी बैठे, जिसके बाद जनता का ध्यान भटकाने के लिए मुख्यमंत्री के इशारे पर सीएए प्रोटेस्ट के दौरान हिंसा फैला दी गई. अखिलेश के साथ बातचीत के प्रमुख अंश-:
‘सीएए अल्पसंख्यकों के खिलाफ है’
अखिलेश ने नागरिकता संशोधन बिल को अल्पसंख्यकों के खिलाफ बताते हुए कहा कि बीजेपी संविधान द्वारा दिए गए बराबरी के दर्जे के खिलाफ साजिश कर रही है. बीजेपी समाज को तोड़कर राजनीति करने में यकीन करती है. बांटना इनका काम है, जो भी फैसले इन्होंने लिए हैं वो देश की बड़ी आबादी के खिलाफ लिए हैं. अब जो ये तमाम नई चीजें लेकर आ रहे हैं (सीएए, एनआरसी,एनपीआर) ये गरीबों के खिलाफ है, अल्पसंख्यकों के खिलाफ है, खासतौर पर मुस्लिमों के खिलाफ है.
‘लाखों लोग कहां से लाएंगे डाॅक्यूमेंट’
अखिलेश के मुताबिक, केवल यूपी ही नहीं सीएए के खिलाफ तो पूरे देशभर में प्रदर्शन हुए. चाहे नाॅर्थ-ईस्ट हो या पश्चिम या दक्षिण के राज्य हों, हर जगह इसका विरोध हुआ है. पंजाब, हरियाणा, बंगाल, कर्नाटक, गुजरात, केरल तक में प्रदर्शन हुए. देश के असली मुद्दों को छुपाने के लिए ये ध्यान भटकाने वाले मुद्दे लेकर आ रहे हैं, रही बात एनआरसी और एनपीआर की तो गांव में पैदा होने वाले हजारों लोगों पर डाॅक्यूमेंट्स नहीं है, वो बेचारे क्या बोलेंगे. कहां से लाएंगे डाॅक्यूमेंट. क्या वो भारतीय नहीं हैं. बार-बार सबूत क्यों मांग रही है सरकार.
‘सीएम ने अपनी नाकामी छुपाने के लिए करवाई हिंसा’
अखिलेश की मानें तो सीएए के खिलाफ सपा का जो विरोध प्रदर्शन लखनऊ में हुआ, वो बेहद शांतिपूर्ण था. जो माहौल बिगड़ा है वो मुख्यमंत्री के इशारे पर बिगाड़ा गया है. लगभग 200 बीजेपी विधायक इनके खिलाफ धरने पर बैठ गए थे. अपनी ही सरकार के खिलाफ विधानसभा में धरने पर बैठे, मामले से ध्यान भटकाने के लिए मुख्यमंत्री के इशारे पर हिंसा भड़काई गई. अखिलेश का कहना है कि किसी चुने हुए मुख्यमंत्री के मुंह से ‘बदला लिया जाएगा’ जैसे शब्द सुने हैं कहीं, कभी नहीं सुने होंगे. अखिलेश बोले योगी एक बार ‘ठोंक दो’ शब्द का भी इस्तेमाल कर चुके हैं. क्या ये मुख्यमंत्री की भाषा होनी चाहिए.
‘बिना दोष साबित हुए भेजे जा रहे नोटिस
यूपी में उपद्रव फैलाने वालों के यहां वसूली के नोटिस सरकार की ओर से भेजे जा रहे हैं. इस पर अखिलेश बोले, ‘आपको याद होगा बुलंदशहर हिंसा के दौरान एक इंस्पेक्टर की जान चली गई थी. उस हिंसा में सरकारी प्राॅपर्टी को भी नुकसान पहुंचाया गया था. क्या उसमें सरकार की ओर से कोई वसूली की गई थी? जिनका दोष साबित नहीं हुआ उन्हें किस आधार पर नोटिस दिया जा रहा है. वो इतने पैसे कहां से लाएंगे.’
‘असल मुद्दों से भटका रही बीजेपी
अखिलेश ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी वाले खुद नहीं जानते सीएए के बारे में. असम में क्या हुआ सबने देखा. वहां अब बीजेपी वाले क्या कह रहे हैं. ये कुल मिलाकर असल मुद्दों से ध्यान भटकाने का तरीका है. ये सरकार नौकरी नहीं दे पा रही है बस मुद्दे भटका रही है.
यह भी पढ़ें : अपनी कुर्सी बचाने के लिए समुदाय विशेष पर अन्याय करवा रहे योगी, नहीं भरूंगा एनआरसी फॉर्म: अखिलेश
‘प्रियंका की सक्रियता पर नो कमेंट ‘
प्रियंका गांधी जिस तरह से यूपी में लगातार एक्टिव हैं. उनका कहना है कि सपा-बसपा विपक्ष के तौर पर यूपी में कहीं दिख नहीं रहे. इसके जवाब में अखिलेश बोले वह किसी पर कोई निजी टिप्पणी नहीं करेंगे. उनके मुताबिक, ‘हम समाजवादी लोग भी काफी सक्रीय हैं और आने वाले वक्त में हम और अधिक सक्रीय दिखेंगे. फिलहाल संगठन की मजबूती पर भी काम चल रहा है. बाकि, हमारी पार्टी के तमाम नेता हिंसा के दौरान मारे गए युवकों के परिवार वालों से मिल रहे हैं और उनकी पूरी मदद कर रहे हैं. हर स्तर पर हमारे नेता पीड़ित परिवारों के लगातार संपर्क में हैं. मैं भी पिछले दिनों बलात्कार पीड़िता के परिवार से मिलने उन्नाव गया था. हर तरह के पीड़ितों के साथ सपा खड़ी है.’
‘जल्द जाऊंगा साइकल यात्रा पर’
आने वाले साल में सपा की रणनीति के बारे में अखिलेश ने कहा कि वह जल्द ही साइकल यात्रा करेंगे. अखिलेश ने बताया , ‘नए साल में हम साइकल चलाते जरूर दिखेंगे. साइकल यात्रा को लेकर भी हमारी तैयारी है. मुख्यमंत्री रहने के दौरान जो बिल्डिंग्स मैंने बनवाई उनको भी साइकल से देखने जाउंगा. अपना विकास साइकल से देखने जाउंगा. ये सरकार हमारे कामों को अपना बताती है. मैं देखना चाहता हूं जो काम मैंने मुख्यमंत्री रहते शुरू कराए वो कहां तक पहुंचे.’