लखनऊ: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शुक्रवार को सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी पर हमला बोलते हुए दावा किया कि ‘इस सरकार में सबसे ज्यादा तकलीफ में किसान है और खेती संकट में है.
अखिलेश ने कहा, ‘इसलिये किसान भाजपा का सफाया चाहता है, किसानों ने ठाना है कि दिल्ली के आखिरी छोर तक भाजपा का सफाया करना है. जनता ने भी मन बना लिया है कि भाजपा को हटाना है.’
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने शुक्रवार को सपा मुख्यालय में कांग्रेस के पूर्व सांसद हरेंद्र मलिक और उनके पूर्व विधायक पुत्र पंकज मलिक, जिल्ले हैदर, पूर्व विधायक राम सागर अकेला और समाज एकता दल के जयपाल सिंह कश्यप आदि नेताओं और उनके समर्थकों को सपा की सदस्यता दिलाने के बाद पत्रकारों से कहा कि सरकार ने फसलों को बचाने का काम नहीं किया, धान खरीद नहीं की इसलिए किसान धान में आग लगा रहा है.
उन्होंने कहा कि यह किसानों का देश है और किसान की जान जा रही है क्योंकि वो लाइन में लगे हैं. उन्होंने आए दिन बढ़ रहे पेट्रोल और डीजल के दामों पर भी सरकार पर प्रहार किया और सवाल उठाया कि यह कौन सा हिसाब है कि हर रोज 35 पैसे तेल के दाम बढ़ा दिए जा रहे हैं.
उन्होंने दावा किया कि अगर भाजपा अपने सभी उम्मीदवारों को भी बदल दे तो जनता भाजपा को बदल देगी. उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा डेढ़ सौ विधायकों का टिकट काटेगी और सौ नाराज हैं.
उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर मुनाफा कहां जा रहा है? महंगा डीजल, पेट्रोल किसान खरीद रहा है, देश की अर्थव्यवस्था किसान संभालते हैं, फिर उनके साथ इतना अन्याय क्यों है.
पूर्व मुख्यमंत्री ने पूछा कि सरकार बताए कि धान खरीद के लिए कितने केंद्र बनाए हैं. उन्होंने कहा कि पांच साल पूरे होने जा रहे हैं, कम से कम यह तो बता दें कि किसानों की आय दोगुनी हो गई या नहीं. सरकार बताए तो साढ़े चार साल में किसानों के लिए क्या किया.
उन्होंने कहा कि जो कंपनी भगवान राम का मंदिर बना रही है उसी से हम एक्सप्रेसवे बनवा रहे थे, भाजपा ने उनसे काम छीन लिया. उन्होंने कहा कि भाजपा को आदत है पुड़िया रखने की, सरकार बनते ही विधानसभा में पुड़िया मिली लेकिन उस पुड़िया में सिर्फ चूना निकला.
सपा प्रमुख ने कहा कि हम जीतने वाली महिलाओं को टिकट देंगे. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा अपने सांसदों की नहीं सुनती तो वह और किसी की क्या सुनेगी.
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