नई दिल्लीः यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को लखनऊ एयरपोर्ट पर प्रयागराज के इलाहाबाद विश्वविद्यालय जाने से रोकने पर बड़ा सियासी बवाल शुरू हो गया है. उनका आरोप है कि उन्हें लखनऊ एयरपोर्ट पर रोक लिया गया और उनके साथ हाथापाई की गई. इस घटना को लेकर सपा के कार्यकर्ता भड़क उठे और प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में प्रदर्शन किया है.
अखिलेश यादव को लखनऊ एयरपोर्ट पर रोकने पर विधान परिषद में जमकर हंगामा हुआ. सपा के सदस्य वेल में आकर नारेबाजी करते हुए योगी सरकार पर तानाशाही का आरोप लगाया है.
बिना किसी लिखित आदेश के मुझे एयरपोर्ट पर रोका गया। पूछने पर भी स्थिति साफ करने में अधिकारी विफल रहे। छात्र संघ कार्यक्रम में जाने से रोकना का एक मात्र मकसद युवाओं के बीच समाजवादी विचारों और आवाज को दबाना है। pic.twitter.com/151IwzPl1t
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) February 12, 2019
अखिलेश ने ट्वीट कर कहा, ‘बिना किसी लिखित आदेश के मुझे एयरपोर्ट पर रोका गया. पूछने पर भी स्थिति साफ करने में अधिकारी विफल रहे. छात्रसंघ कार्यक्रम में जाने से रोकने का एकमात्र मकसद युवाओं के बीच समाजवादी विचारों और आवाज को दबाना है.’
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष व उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव को आज इलाहाबाद नहीं जाने देने कि लिये उन्हें लखनऊ एयरपोर्ट पर ही रोक लेने की घटना अति-निन्दनीय व बीजेपी सरकार की तानाशाही व लोकतंत्र की हत्या की प्रतीक।
— Mayawati (@Mayawati) February 12, 2019
मायावती ने अपने ट्वीट मे कहा है कि समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष व उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव को आज इलाहाबाद नहीं जाने देने कि लिये उन्हें लखनऊ एयरपोर्ट पर ही रोक लेने की घटना अति-निन्दनीय व बीजेपी सरकार की तानाशाही व लोकतंत्र की हत्या की प्रतीक है.
Ramgopal Yadav on Akhilesh Yadav alleges that he was stopped at Lucknow Airport: I directly blame the CM. Akhilesh had the permission. It was at the directions of the CM that he was stopped. They didn’t even let him reach Allahabad. pic.twitter.com/SbGPxfyht1
— ANI UP (@ANINewsUP) February 12, 2019
अखिलेश यादव के लखनऊ एयरपोर्ट पर रोके जाने के आरोप सपा नेता रामगोपाल यादव ने कहा, ‘मेरा सीधा सीधा आरोप है कि सीएम के पास इजाजत थी. यह मुख्यमंत्री का निर्देश था, जिससे उन्हें रोका गया. उन्होंने उन्हें इलाहाबाद पहुंचने नहीं दिया.
अखिलेश यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा, ‘मैंने पिछले साल दिसंबर में अपने कार्यक्रम के बारे में विश्वविद्यालय को सूचित कर दिया था. 2 फरवरी को जिला प्रशासन को एक पत्र भेज दिया गया था क्योंकि मैं कुंभ के दौरान किसी प्रकार की असुविधा नहीं चाहता था. लेकिन, मुझे उन समस्याओं के बारे में जानकारी नहीं दी गई, जिनका अब सरकार हवाला दे रही है.’
उन्होंने आगे कहा कि आपको पता है भाजपा इलाहाबाद विश्विद्यालय के छात्रसंघ चुनाव को अपना चुनाव मान रही थी. पूरी सरकार इस चुनाव को जीतने में लगी थी, लेकिन नहीं जीत पाई. मुख्यमंत्री जी भी इस दौरान इलाहाबाद आये थे और वे भी इस चुनाव को जीतने के लिए निर्देश दिये रहे होंगे. गोरखपुर छात्रसंघ चुनाव में भी इन लोगों ने खुद हंगामा कराया. इलाहाबाद छात्रसंघ चुनाव हमारे संगठन के नेता ने जीता, लेकिन उसके छात्रावास के कमरे में आग लगा दी गई थी.
उन्होंने सरकार पर उनके घर की निगरानी करने, प्रयागराज में समारोह स्थल के पास धमाके करने और छात्रसंघ अध्यक्ष के कार्यालय को जलाने की साजिश रचने का आरोप लगाया. अखिलेश ने कहा, ‘जब कानून व्यवस्था में बाधा पैदा करने की आशंका विफल रही तो उन्होंने मुझे प्रयागराज जाने वाले विमान में चढ़ने से रोक दिया.’
मुख्यमंत्री के सपा को ‘बदमाशों की पार्टी’ के आरोप को दरकिनार करते हुए यादव ने कहा कि ‘मुख्यमंत्री को यह बताना चाहिए कि मेरे ऊपर कभी किसी भी अपराध में कोई मामला क्या दर्ज हुआ है या निर्वाचन आयोग की किताब में मेरा कोई बुरा ट्रैक रिकॉर्ड रहा है?’ अखिलेश ने कहा कि बतौर मुख्यमंत्री आदित्यनाथ देश के पहले व्यक्ति होंगे, जिसने अपने खिलाफ कई आपराधिक मामलों में खुद को बरी किया होगा.
इस बीच, समाजवादी पार्टी के विधायकों ने विधानसभा में इस घटना को लेकर जमकर हंगामा किया. बाद में उन्होंने राजभवन की ओर मार्च भी निकाला.
समाजवादी पार्टी को अपनी अराजक गतिविधियों से बाज आना चाहिए प्रयागराज में कुंभ चल रहा है। 10 दिन पहले खुद श्री @yadavakhilesh जी कुंभ गए थे वहां पर दर्शन करके और संगम में स्नान करके आए हैं।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) February 12, 2019
वहीं मामले में यूपी के मुख्यमंत्री योगी अादित्यनाथ ने कई ट्वीट किये हैं और अखिलेश यादव को कुंभ के दौरान अराजक गतिविधि न करने की हिदायत दी है.
इलाहाबाद विश्वविद्यालय ने प्रशासन से इस मामले में अनुरोध किया था श्री अखिलेश यादव अगर इलाहाबाद विश्वविद्यालय परिसर में आते हैं तो तमाम छात्र संगठनों के बीच वैमनस्य था वो बढ़ेगा तथा वहां पर हिंसक झड़प हो सकती है और कानून व्यवस्था के लिए खतरा पैदा हो सकता है।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) February 12, 2019
व्यापक आगजनी और तोड़फोड़ भी हो सकता है, विश्वविद्यालय प्रशासन ने प्रशासन से अनुरोध किया था साथ ही वहां कुंभ का बहुत बड़ा आयोजन है जहां लगभग रोज 25 -30 लाख लोग जा रहे है, वहां खतरा हो सकता है। अब तक कुम्भ का सफल आयोजन हो रहा है। विश्वविद्यालय प्रशासन के अनुरोध पर उनको रोका गया है। pic.twitter.com/Ivbk3t5UqN
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) February 12, 2019
बाकि ट्वीट्स में उन्होंने कहा है कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने अखिलेश को विवि न जाने का अनुरोध किया था. उनके जाने से छात्रों में वैमनस्य बढ़ सकता है और हिंसक झड़पें हो सकती हैं. एक अन्य ट्वीट्स में कहा है कि कुंभ में 25 से 30 लाख लोग जा रहे हैं वहां उनके जाने से खतरा हो सकता है. विश्वविद्यालय प्रशासन के अनुरोध पर उन्हें रोका गया है.