लखनऊ: उत्तर प्रदेश में आगामी 3 नवंबर को 7 सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ इन दिनों हर सीट पर चुनाव प्रचार करने में जुटे हैं, लेकिन विपक्ष के बड़े नेताओं ने प्रचार से दूरी बना रखी है. अखिलेश, मायावती और प्रियंका गांधी ने इन सीटों पर अभी तक कोई रैली या चुनावी दौरा नहीं किया और न ही करने का कोई प्लान है.
कांग्रेस, सपा व बसपा से जुड़े सूत्रों ने इस बात की पुष्टी भी की है कि फिलहाल उनके दल के प्रमुख नेताओं का जनसभा या प्रचार को लेकर कोई कार्यक्रम तय नहीं हुआ है. वहीं योगी आदित्यनाथ सभी सातों सीटों पर चुनाव प्रचार कर रहे हैं. ऐसे में बीजेपी ने तीनों दलों पर निशाना साधते हुए इसे हथियार डालना बताया है.
बीजेपी यूपी के प्रवक्ता दिलीप श्रीवास्तव का कहना है कि सपा, बसपा व कांग्रेस के प्रमुख नेताओं को नतीजों का अहसास पहले से हो गया है इसीलिए उन्होंने हथियार डाल दिए हैं. दिलीप के मुताबिक, ‘योगी जी जनता के बीच जाने में विश्वास करते हैं. वह हर दिन अग्निपरीक्षा देते हैं इसीलिए एक्टिव हैं जबकि अखिलेश, प्रियंका और मायावती जनता का सामना करने से बचते हैं इसलिए कोई जनसभा नहीॆ कर रहे.
डिजिटल माध्यम से रिपोर्ट ले रहे अखिलेश
समाजवादी पार्टी से जुड़े सूत्रों की मानें तो अखिलेश यादव डिजिटल माध्यम से उपचुनाव की हर सीट के कार्यकर्ताओं से संवाद कर रहे हैं लेकिन जनसभा या चुनावी दौरे का उनका कोई कार्यक्रम अभी तय नही है. पार्टी ने सभी सीटों पर अपनी लोकल यूनिट पर ही चुनाव लड़ाने की जिम्मेदारी सौंपी है.
हालांकि, समाजवादी पार्टी ने हर सीट के काॅर्डिनेशन के लिए कुछ वरिष्ठ नेताओं को भेजा है. समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता अनुराग भदौरिया ने दिप्रिंट से कहा, ‘अखिलेश यादव की जनसभा से जुड़ा कोई शेड्यूल उनके पास नहीं है लेकिन वे पता करके जल्द ही बताएंगे.’
उन्नाव मामले में एक्टिव रहीं प्रियंका ने चुनाव प्रचार से बनाई दूरी
कांग्रेस की यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी का नाम स्टार प्रचारकों की लिस्ट में नहीं आता है लेकिन उन्होंने भी उपचुनाव से दूरी बना रखी है. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने उन्नाव में हुए कुलदीप सेंगर कांड को खूब जोर-शोर से उठाया था लेकिन अब सेंगर की सीट पर उपचुनाव है तो प्रियंका चुनाव प्रचार से दूर हैं. यहां पर आरती वाजपेयी के तौर पर ब्राह्मण उम्मीदवार कांग्रेस ने दिया है. कांग्रेस में प्रियंका के कार्यक्रम को लेकर भी किसी को कोई जानकारी नहीं है. यूपी कांग्रेस के प्रभारी प्रशासन सिद्धार्थ प्रिय का कहना है कि आमतौर पर उपचुनाव में आलाकमान प्रचार नहीं करता बाकि स्टेट यूनिट जोर शोर से कैंपेनिॆग मेॆ लगी है. यूपी के तमाम वरिष्ठ नेताओं की जनसभाएं प्रस्तावित हैं.
वहीं बहुजन समाज पार्टी भी सातों सीटों पर उपचुनाव लड़ रही है. मायावती चुनाव प्रचार में शिरकत करती नहीं दिख रहीं. ऐसे में प्रचार की जिम्मेदारी पार्टी के राज्यसभा सांसद सतीश मिश्रा के पास है. बसपा से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, मायावती बिहार चुनाव के प्रचार में व्यस्त हैं जहां उनकी पार्टी उपेंद्र कुशवाहा के साथ गठबंधन में व्यस्त है.
बता दें कि यूपी में बांगरमऊ, देवरिया समेत जिन सात सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं, उनमें एक समाजवादी पार्टी के पास थी जबकि बाकी 6 सीटों पर बीजेपी के उम्मीदवार जीते थे. ऐसे में विपक्ष के लिए ये चुनाव अहम है लेकिन बड़े नेताओं ने प्रचार से दूरी बना रखी है. 3 नवंबर को उपचुनाव के लिए मतदान होगा और 10 नवंबर को नतीजे आएंगे.