नई दिल्ली: सीनियर कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री एके एंटनी चुनावी राजनीति से सन्यास ले रहे हैं. ‘वह संसद और दिल्ली, चुनावी राजनीति को अलविदा कहना चाहते हैं.’ उन्होंने राजनीति में करीब 52 साल बिताए. वह अब दूसरा राज्यसभा का टर्म नहीं चाहते हैं, जो कि अप्रैल में खत्म होने जा रहा है. भारतीय राजनीति में किसी नेता का शालीनता से संन्यास लेना बेहद दुर्लभ है.
चुनावी राजनीति में 52 वर्षीय शानदार करिअर जिसमें केंद्रीय मंत्री और केरल के मुख्यमंत्री के रूप में तीन-तीन कार्यकाल शामिल हैं. कांग्रेस के सीनियर नेता एके एंटनी राजनीति को अलविदा कहने जा रहे हैं.
केरल में राज्यसभा की तीन सीटों के लिए 31 मार्च को चुनाव होने हैं.
तिरुवनंतपुरम में पत्रकारों से बात करते हुए, 81 वर्षीय एंटनी ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को राज्यसभा में पार्टी का प्रतिनिधित्व करने के लिए दिए गए अवसरों के लिए धन्यवाद दिया.
पूर्व कांग्रेस नेता एके एंटनी ने पत्र के जरिए सोनिया गांधी को इसकी जानकारी दी है. उन्होंने पार्टी में कई सारे अवसर देने के लिए उनका धन्यवाद दिया है.
गौरतलब है कि एंटनी का कार्यकाल 2 अप्रैल को खत्म हो रहा है. केरल से राज्यसभा की 31 मार्च को तीन सीटें खाली हो रही हैं.
एके एंटनी तीन बार केरल के मुख्यमंत्री रह चुके हैं. वह रिकार्ड 2006 से 2014 तक सबसे अधिक समय तक रक्षामंत्री रहे. कार्यकाल खत्म होने के बाद वह फिर से केरल वापस लौटना चाहते हैं.
एंटनी 2005 से उच्च सदन यानि राज्यसभा में हैं, इसके पहले 1985 से 1995 तक उच्च सदन में रहे हैं. एंटनी के अगले कार्यकाल के लिए साफ मना करने पर राज्य कांग्रेस इस पोस्ट को भरने के लिए दूसरे सदस्य की तलाश में है.
गौरतलब है कि पंजाब में 5 सीट, केरल में तीन, असम में दो, हिमाचल, नागालैंड और त्रिपुरा में राज्यसभा की एक-एक सीटें खाली हो रही है.
‘सोनिया जी को कुछ महीने पहले सूचित किया था’
एंटनी ने कहा कि वह कुछ समय से राजनीति छोड़ने के बारे में सोच रहे थे और कुछ महीने पहले सोनिया गांधी को भी इसकी जानकारी दी थी.
उन्होंने केरल में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘कुछ समय के लिए संसदीय राजनीति के बारे में सोचने के बाद, मैंने सोनिया जी को कुछ महीने पहले राज्यसभा का दूसरा कार्यकाल नहीं लेने के अपने फैसले के बारे में सूचित किया था. पिछले महीने केरल की अपनी यात्रा के दौरान, मैंने पीसीसी अध्यक्ष और अन्य सहयोगियों को इसके बारे में बताया था.’
(दिप्रिंट की इशाद्रिता लाहिरी और ऑन मनोरमा के इनपुट्स के साथ)