नई दिल्ली: अजीत पवार ने एनसीपी में बगावत कर दी है. अजीत पवार ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली. अजीत पवार पार्टी के 18 विधायक के साथ राजभवन पहुंचे थे. खबर आ रही है कि छगन भुजबल सहित 9 विधायकों को मंत्री बनाया गया है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अजीत पवार के साथ 30 विधायकों का समर्थन प्राप्त है.
प्राप्त जानकारी के मुताबिक शिंदे सरकार में एनसीपी नेता हसन मुशरिफ, धर्माराव, अदिति तटकरे, संजय बनसोडे, अनिल पाटिल ने मंत्री पद के रूप में शपथ ली. इस दौरान सीएम एकनाथ शिंदे मौजूद रहे.
प्राप्त जानकारी के मुताबिक एनसीपी के 53 में 30 विधायकों का समर्थन अजीत पवार के साथ है.
इससे पहले, अजित पवार ने पार्टी नेताओं संग अपने घर पर बैठक. बैठक के बाद अजीत पवार राज्यपाल से मिलने पहुंचे. इधर, प्रदेश में भाजपा कोर ग्रुप की बैठक भी हुई. सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा था कि अजित पवार नेता प्रतिपक्ष पद से इस्तीफा दे सकते हैं.
बैठक में पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल और शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले भी मौजूद थीं. इसके कुछ देर बाद ही अजीत पवार राजभवन के लिए निकल गए.
बता दें कि साल 2019 में भी अजीत पवार ने बगावत कर राजभवन में शपथ ली थी. उस वक्त देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री बने थे. हालांकि, यह सरकार चल नहीं पाई थी और 24 घंटे के भीतर गिर गई थी.
अजीत पवार के सरकार में शामिल होने के बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा अब हमारे पास 1 मुख्यमंत्री के साथ दो उपमुख्यमंत्री हो गए हैं.
उन्होंने कहा, “अब महाराष्ट्र में डबल इंजन की जगह ट्रिपल इंजन की सरकार है. महाराष्ट्र को अजीत पवार के अनुभव का लाभ मिलेगा.”
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