पटनाः बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और वरिष्ठ जनता दल (यूनाइटेड) नेता आरसीपी सिंह के बीच दरार बढ़ती ही जा रही है. इसका ताजा उदाहरण यह है कि नीतीश कुमार ने पटना स्थित उनके बंगले को राज्य के मुख्य सचिव संजय कुमार को एलॉट कर दिया है.
बता दें कि एक हफ्ते पहले ही जेडीयू ने राज्यसभा के लिए आरसीपी सिंह के बजाय खीरो महतो को नॉमिनेट किया. आरसीपी सिंह केंद्र में बीजेपी सरकार में मंत्री हैं और नीतीश कुमार के काफी विश्वसनीय माने जाते रहे हैं. 7 जुलाई को वे राज्य सभा से रिटायर हो जाएंगे. इसके बाद सिर्फ 6 महीने तक ही वे मंत्री पद पर बने रह सकते हैं. सिंह उस बंगले में पिछले 12 साल से रह रहे थे.
वह अपनी पार्टी का उच्च सदन में साल 2010 से प्रतिनिधित्व कर रहे थे. राजनीति में आने से पहले वे आईएएस अधिकारी थे. जब 2005 में नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बने तो उन्हें नीतीश कुमारे प्रमुख सचिव के तौर पर नियुक्त किया गया.
2010 में उनके पार्टी ज्वाइन करने के बाद नीतीश कुमार ने आरसीपी सिंह को पार्टी का महासचिव नियुक्त कर दिया. उन्होंने दिसंबर 2020 से जुलाई 2021 तक पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में भी काम किया.
मोदी कैबिनेट में केंद्रीय मंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद उन्हें इस पद से हटा दिया गया और उनकी जगह राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह ने ले ली.
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