नई दिल्ली: कांग्रेस नेता और पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी एक बार फिर पूर्व से पश्चिम तक यात्रा पर निकालेंगे. कांग्रेस पार्टी ने बुधवार को ‘न्याय यात्रा’ की घोषणा की जो 14 जनवरी को इम्फाल मणिपुर में शुरू होगी और 20 मार्च को मुंबई, महाराष्ट्र में समाप्त होने की उम्मीद है.
इस यात्रा में राहुल गांधी के युवाओं, महिलाओं और हाशिये पर मौजूद लोगों से बातचीत करने की उम्मीद है. कांग्रेस पार्टी ने कहा कि न्याय यात्रा 6,200 किलोमीटर की दूरी तय करेगी. यह मणिपुर, नागालैंड, असम, मेघालय, पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात और अंत में महाराष्ट्र राज्यों से होकर गुजरेगा.
यात्रा 14 राज्यों और 85 जिलों को कवर करेगी.
कांग्रेस महासचिव (संगठन) के.सी. वेणुगोपाल ने बुधवार को इस यात्रा की जानकारी दी.
उन्होंने बताया, “कांग्रेस कार्य समिति में यह राय बनी कि पार्टी नेता राहुल गांधी को पूर्व से पश्चिम तक यात्रा करनी चाहिए. अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) ने मणिपुर से मुंबई तक 14 जनवरी से 20 मार्च तक ‘भारत न्याय यात्रा’ आयोजित करने का निर्णय किया है.”
वेणुगोपाल ने कहा, “राहुल गांधी ने कन्याकुमारी से कश्मीर तक 4,500 किलोमीटर की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ की थी. यह भारतीय राजनीति के इतिहास में ऐतिहासिक यात्रा थी. वह ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के अपने अनुभव से इस यात्रा की शुरुआत करेंगे. इस यात्रा में देश की महिलाओं, युवाओं और वंचित समुदाय के लोगों से बातचीत की जाएगी.”
वेणुगोपाल ने कहा कि यात्रा में 6,200 किलोमीटर की दूरी तय की जाएगी और महाराष्ट्र पहुंचने से पहले यह मणिपुर, नागालैंड, असम, मेघालय, पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान और गुजरात से होकर गुजरेगी.
उन्होंने कहा, “यह यात्रा 14 राज्यों और 85 जिलों से गुजरेगी. ‘भारत न्याय यात्रा’ ज्यादातर बस से होगी लेकिन कहीं-कहीं पदयात्रा भी होगी.”
इससे पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बुधवार की सुबह अचानक हरियाणा के झज्जर जिले में एक अखाड़े का दौरा किया और बजरंग पुनिया समेत पहलवानों के एक समूह से मुलाकात की.
गांधी की पहलवानों से मुलाकात भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) को लेकर जारी विवाद की पृष्ठभूमि में हुई है.
कांग्रेस की हरियाणा इकाई के एक वरिष्ठ कांग्रेस नेता के अनुसार, गांधी तड़के छारा गांव में ‘वीरेंद्र अखाड़ा’ पहुंचे और बाद में उन्होंने पुनिया सहित अन्य पहलवानों से बातचीत की.
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