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Saturday, 21 December, 2024
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हरियाणा गठबंधन में बढ़ी दरार, JJP ने राजस्थान में बीजेपी के खिलाफ उतारे 25 उम्मीदवार

जेजेपी ने अगले साल अक्टूबर में होने वाले हरियाणा चुनावों के लिए पार्टी नेता और हरियाणा के उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला को अपने सीएम उम्मीदवार के रूप में पेश करते हुए 'मिशन दुष्यंत 2024' भी लॉन्च किया है.

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गुरुग्राम: हरियाणा में सहयोगी जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के बीच रिश्ते और भी अनिश्चित हो गए हैं, क्योंकि जेजेपी ने राजस्थान में 25 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं, जहां बीजेपी भी मैदान में है.

इतना ही नहीं, जेजेपी ने अगले साल अक्टूबर में होने वाले हरियाणा चुनावों के लिए पार्टी नेता और हरियाणा के उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला को अपने सीएम उम्मीदवार के रूप में पेश करते हुए ‘मिशन दुष्यंत 2024’ भी लॉन्च किया है.

इस महीने होने वाले राजस्थान चुनाव भाजपा के लिए महत्वपूर्ण हैं, जो 2018 में हार के बाद कांग्रेस से सत्ता वापस लेने की कोशिश में सभी 200 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ रही है.

जेजेपी ने पिछले महीने के अंत में राजस्थान चुनाव के लिए अपने पहले छह उम्मीदवारों की घोषणा की थी. जिसके बाद अंतिम सूचियां नामांकन दाखिल करने के आखिरी दिन सोमवार शाम को जारी की गईं, जिससे कुल संख्या 25 हो गई है.

दिप्रिंट से बात करते हुए जेजेपी के हरियाणा अध्यक्ष निशान सिंह ने कहा कि पार्टी ने राजस्थान में अपने प्रवेश की घोषणा पहले ही कर दी थी क्योंकि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजय सिंह चौटाला उस राज्य से दो बार विधायक रहे हैं. एक बार 1990 में दांता रामगढ़ और 1993 में नोहर से और पार्टी के संरक्षक चौधरी देवीलाल ने 1989 में सीकर संसदीय सीट से जीत हासिल की थी.

उन्होंने कहा, “हम राजस्थान में भाजपा के साथ गठबंधन की उम्मीद कर रहे थे, लेकिन दुर्भाग्य से ऐसा नहीं हुआ. किसी भी स्थिति में, हम कांग्रेस को सत्ता से बाहर करने के लिए राजस्थान में भी चुनाव लड़ रहे हैं और यही कारण है कि भाजपा भी चुनाव लड़ रही है.”

यह ऐसे समय में आया है जब भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने हरियाणा में जेजेपी के साथ गठबंधन खत्म करने का आह्वान किया है. शनिवार को, पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह ने जींद में भाजपा कार्यकर्ताओं की एक बैठक में बोलते हुए चेतावनी दी थी कि अगर पार्टी ने तुरंत जेजेपी से नाता नहीं तोड़ा, तो उन्हें 2024 में 90 सदस्यीय हरियाणा विधानसभा में 20 सीटें भी नहीं मिल पाएंगी.”

उन्होंने कहा, ”अगर पार्टी चाहती है कि 2024 में मनोहर लाल खट्टर तीसरी बार हरियाणा के सीएम बनें, तो पार्टी को जेजेपी से रिश्ता तोड़ना होगा.”

पिछले महीने, जींद में ‘मेरी आवाज़ सुनो’ रैली को संबोधित करते हुए, सिंह ने घोषणा की थी कि अगर पार्टी ने जेजेपी से नाता नहीं तोड़ा तो वह भाजपा में नहीं रहेंगे.

रविवार को मीडियाकर्मियों से बात करते हुए, दुष्यंत चौटाला ने सिंह की टिप्पणियों को खारिज कर दिया और कहा कि भाजपा-जेजेपी गठबंधन हरियाणा में एक स्थिर सरकार प्रदान करके अच्छा काम कर रहा है.

दिप्रिंट टिप्पणी के लिए सिंह से फोन पर संपर्क नहीं कर सका. लेकिन हरियाणा बीजेपी प्रमुख नायब सिंह सैनी ने कहा, ”बीरेंद्र सिंह हमारी पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं. हालांकि, जहां तक जेजेपी के साथ पार्टी के गठबंधन का सवाल है, केंद्रीय नेतृत्व फैसला अकेले भी ले सकता है.”

सैनी ने कहा कि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने राजस्थान में जेजेपी के चुनावी अभियान और रैलियों में जेजेपी नेताओं के बयानों का संज्ञान लिया है.

सैनी ने कहा, “इस संबंध में कोई भी निर्णय पार्टी के सर्वोत्तम हितों को ध्यान में रखते हुए उनके स्तर पर लिया जाएगा.”


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‘मिशन दुष्यन्त 2024’

रविवार को हरियाणा के शाहाबाद में जेजेपी की ‘नव संकल्प रैली’ को संबोधित करते हुए, अजय सिंह चौटाला ने कार्यकर्ताओं से ‘मिशन दुष्यंत 2024’ के लिए कमर कसने का आह्वान किया, और बताया कि विधानसभा चुनाव में एक साल से भी कम समय बचा है.

उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि उनके बेटे, दुष्यंत चौटाला, 2019 में पिछले हरियाणा विधानसभा चुनाव के समय लोगों से किए गए सभी “वादों को पूरा कर पाए”. उन्होंने कहा, “अफसोस सिर्फ इस बात का है कि हम वृद्धावस्था पेंशन को 5100 रुपये तक नहीं बढ़ा सके. लेकिन अब, जब हमारी पार्टी 2024 के चुनावों के बाद सत्ता में आएगी, तो हम बुजुर्गों को सामाजिक सुरक्षा पेंशन के रूप में 10,000 रुपये प्रदान करेंगे.”

उन्होंने कहा कि हरियाणा में भाजपा-जजपा सरकार ने वृद्धावस्था पेंशन को धीरे-धीरे 2,000 रुपये से बढ़ाकर 3,000 रुपये कर दिया है.

जेजेपी के एक नेता ने सोमवार को दिप्रिंट को बताया कि पार्टी ‘मिशन दुष्यंत 2024’ के तहत दुष्यंत चौटाला को हरियाणा के सीएम के रूप में देखना चाहती है.

निशान सिंह ने जोर देकर कहा कि इससे किसी को कोई समस्या नहीं होनी चाहिए, क्योंकि हर राजनीतिक दल जीतने और सरकार बनाने के लिए चुनाव लड़ता है.

उन्होंने कहा, “चुनाव में, राजनीतिक दल अपने कार्यकर्ताओं को उच्च लक्ष्य निर्धारित करके उत्साहित करते हैं ताकि वे चुनाव में और बेहतर कर सकें. पार्टी ने पहले ही घोषणा कर दी है कि वह 2024 के आम चुनावों में (हरियाणा में) सभी 10 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी, और राज्य भर में निर्वाचन क्षेत्र-वार जन संकल्प रैलियां शुरू कर दी हैं.”

उन्होंने आगे कहा, “रविवार की शाहाबाद रैली कुरूक्षेत्र संसदीय सीट के लिए चौथी रैली थी. इससे पहले, पार्टी सोनीपत संसदीय सीट के लिए जुलाना में, भिवानी निर्वाचन क्षेत्र के लिए दादरी में और फ़रीदाबाद संसदीय सीट के लिए मोहना में रैलियां कर चुकी है.”

(संपादन: अलमिना खातून)
(इस ख़बर को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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