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Thursday, 19 December, 2024
होमदेश‘केजरीवाल सरकार लैंड जिहाद में शामिल’—विहिप ने कहा दिल्ली के द्वारका में हज हाउस नहीं बनने देगी

‘केजरीवाल सरकार लैंड जिहाद में शामिल’—विहिप ने कहा दिल्ली के द्वारका में हज हाउस नहीं बनने देगी

जवाब में आप ने कहा कि भाजपा के पास हिंदू-मुस्लिम सद्भाव बिगाड़ने के अलावा कोई काम नहीं, और दावा किया कि हज हाउस की जमीन भाजपा के नेतृत्व वाले डीडीए के अंतर्गत आती है.

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नई दिल्ली: विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने बुधवार को अरविंद केजरीवाल सरकार पर ‘लैंड जिहाद’ में शामिल होने का आरोप लगाते हुए कहा कि दिल्ली के द्वारका में मुस्लिम श्रद्धालुओं के लिए सरकारी जमीन पर हज हाउस के निर्माण की अनुमति नहीं दी जाएगी.

विहिप के केंद्रीय संयुक्त महासचिव सुरेंद्र जैन ने एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार पर ‘मुस्लिम तुष्टिकरण’ में लिप्त होने का आरोप भी लगाया.

जैन ने आरोप लगाया, ‘केजरीवाल थोड़े-बहुत मुस्लिम वोटों के लिए कुछ भी कर सकते हैं. आज सार्वजनिक स्थानों पर अवैध रूप से कब्जा किया जा रहा है और मस्जिदों और मजारों का निर्माण हो रहा है. दिल्ली में केजरीवाल की नाक के नीचे भूमि जिहाद जारी है.

उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार अब भी हज हाउस बनाने के अपने प्रस्ताव पर आगे बढ़ती है, तो लोग ‘सड़कों पर उतरने को मजबूर’ होंगे.

जैन ने कहा, ‘राज्य सरकार को हज हाउस का विचार छोड़ देना चाहिए, घुसपैठियों और जिहादियों की सेवा करनी बंद कर देनी चाहिए और हिंदू समाज का भी ख्याल रखना चाहिए. नहीं तो राष्ट्रीय राजधानी के लोग सड़कों पर आने को मजबूर हो जाएंगे.’

आम आदमी पार्टी ने इन आरोपों की निंदा करते हुए कहा है कि भाजपा के पास हिंदू-मुस्लिम ताने-बाने को बिगाड़ने के अलावा कोई और काम नहीं है.

आप विधायक सोमनाथ भारती ने दिप्रिंट को बताया, ‘सबसे पहली बात तो यह कि ये जमीन भूमि भाजपा के नेतृत्व वाले के डीडीए (दिल्ली विकास प्राधिकरण) के अंतर्गत आती है, और अरविंद केजरीवाल के पास दिल्ली में किसी को भी कोई जमीन देने का कोई अधिकार नहीं है.’

उन्होंने आगे कहा, ‘दूसरी बात, भाजपा के पास सिर्फ हिंदू-मुसलमान करते रहने के अलावा और कोई काम नहीं बचा है. मोदी को दो बार और एक विशाल जनादेश के साथ अवसर मिला है और फिर भी अर्थव्यवस्था या महिला सुरक्षा के बजाये इस तरह की बातों पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है.’

उन्होंने कहा, ‘वे जानते हैं कि यूपी चुनाव हारने जा रहे हैं और इसलिए लोगों के बीच ऐसी भावनाओं को भड़काने की कोशिश कर रहे हैं.’

हज हाउस को पहली बार 2008 में दिल्ली की तत्कालीन मुख्यमंत्री शीला दीक्षित की तरफ से प्रस्तावित किया था. इसका उद्देश्य हज यात्रियों को आव्रजन, आवास और नमाज पढ़ने आदि जैसी सुविधाएं मुहैया कराना है.

इस परियोजना के तहत द्वारका के सेक्टर 22 में लगभग 5,000 वर्ग मीटर भूमि आवंटित की गई थी. 2018 में आम आदमी पार्टी सरकार ने इसके लिए 94 करोड़ रुपये आवंटित किए.

हालांकि, पिछले सप्ताह द्वारका के निवासी विरोध में प्रस्तावित स्थल पर एकत्र हो गए थे.


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‘केजरीवाल औरंगजेब का पर्याय बन रहे हैं’

जैन अपनी प्रेस कांफ्रेंस के दौरान ज्यादातर समय आप सरकार पर हमला करते रहे और उस पर ‘हिंदू विरोधी’ होने और मुस्लिम तुष्टिकरण वाली नीतियां लागू करने का आरोप लगाया.

उन्होंने दावा किया, ‘राजधानी में उनके संरक्षण में सार्वजनिक स्थानों पर सैकड़ों अवैध मजारें बनती जा रही हैं.’

उन्होंने कहा, ‘स्थानीय आरडब्ल्यूए, ग्राम पंचायतों और दिल्ली में जनप्रतिनिधियों के कड़े विरोध और तमाम सुरक्षा चिंताओं के बावजूद ये सरकार सरकारी जमीन पर और सरकारी धन से ही हज हाउस बनाने पर आमादा है. यह तो केवल यही दिखाता है कि मुस्लिम वोट बैंक के लालच में मुख्यमंत्री औरंगजेब का एक पर्याय बनते जा रहे हैं.’

उन्होंने कहा, ‘पालम एयरबेस और एयरपोर्ट टर्मिनल पास में ही हैं. यह पहले से ही एक भीड़भाड़ वाला इलाका है. कल्पना कीजिए कि जब मेवात और अन्य सभी जगहों से बसें आएंगी तो क्या नजारा होगा.

जैन ने आगे कहा कि आप सरकार ने हिंदुओं के लिए बहुत कम काम किया है.

उन्होंने कहा, ‘पिछले कुछ वर्षों में दिल्ली सरकार ने मुसलमानों के तुष्टिकरण, आतंकवादियों की वकालत, हिंदू गौरव वाली जगहों पर हमले और हिंदू करदाताओं की मेहनत से अर्जित कमाई को हिंदुओं के ही खिलाफ खर्च करने में एक अभूतपूर्व रिकॉर्ड बनाया है.’

उनके मुताबिक, ‘ऐसा लगता है कि दिल्ली कट्टरपंथी इस्लामी आतंकवाद के ज्वालामुखी के मुहाने पर बैठी है.’

(इस खबर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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