नई दिल्ली: मुंडका में इमारत में आग हादसे को लेकर राजनीति आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया. दिल्ली की सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी ने भाजपा पर इमारत के मालिकों को संरक्षण देने का आरोप लगाया है. आप ने रविवार को कहा कि इमारत में कथित तौर पर अवैध औद्योगिक गतिविधियां चल रहीं थीं और उसके मालिक को भाजपा के नेता संरक्षण प्रदान कर रहे थे.
बाहरी दिल्ली के मुंडका इलाके में एक व्यावसायिक इमारत में भीषण आग लगने की घटना के दो दिन बाद रविवार को उसके मालिक मनीष लकड़ा को रविवार को गिरफ्तार कर लिया गया है.
आम आदमी पार्टी (आप) के वरिष्ठ नेता दुर्गेश पाठक ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए भाजपा पर यह आरोप लगाया. उन्होंने कुछ तस्वीरें भी दिखाईं, जिसमें लकड़ा उत्तरी दिल्ली नगर निगम के पूर्व महापौर सहित भाजपा के कुछ अन्य नेताओं के साथ नजर आ रहा हैं.
पाठक ने कहा, ‘मनीष लकड़ा भाजपा का आदमी है. इसलिए नगर निगम ने उसे संरक्षण दिया और इमारत में अवैध औद्योगिक गतिविधियां जारी रहीं.’
उन्होंने कहा, ‘इमारत में आग लगने की दुखद घटना में 27 लोगों की मौत के लिए भाजपा और उसके नेता जिम्मेदार हैं. वे सभी मिले हुए हैं.’
आप नेता ने मांग की कि अग्निकांड की विस्तृत जांच की जाए और लकड़ा को संरक्षण देने वाले भाजपा नेताओं समेत घटना के लिए जिम्मेदार अन्य लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए.
पाठक ने कहा कि भाजपा शासित नगर निगम ने इमारत में औद्योगिक गतिविधियों के लिए कारखाने का लाइसेंस दिया था, लेकिन बाद में 2017 में इसे रद्द कर दिया क्योंकि उन्हें शायद एहसास हुआ कि वहां औद्योगिक गतिविधियों की अनुमति देना गलत था.
आप नेता ने कहा कि 2019 में उच्चतम न्यायालय की ओर से नियुक्त की गयी समिति ने इमारत को सील कर दिया था.
पाठक ने कहा, ‘आज भी इमारत आधिकारिक तौर पर कागजों पर सील है. लेकिन सभी नियमों का उल्लंघन करते हुए वहां अवैध औद्योगिक गतिविधियां जारी रहीं. ऐसा इसलिए है क्योंकि लकड़ा को भाजपा नेताओं से संरक्षण प्राप्त था.’
उन्होंने यह भी दावा किया कि दिल्ली में 2015 के विधानसभा चुनावों के दौरान इमारत का इस्तेमाल भाजपा के प्रचार कार्यालय के रूप में किया गया था.
दिन में, बाहरी दिल्ली के पुलिस उपायुक्त समीर शर्मा ने कहा ‘हमें सूचना मिली थी कि मनीष लकड़ा उत्तराखंड के हरिद्वार की ओर जा रहा है. हमने दिल्ली तथा हरियाणा के कई स्थानों पर छापेमारी करने के बाद उसे घेवरा मोड़ पर पकड़ लिया.’
पुलिस ने बताया कि घटनास्थल से अब तक 27 शव बरामद किए हैं और उनमें से 14 की पहचान महिलाओं के रूप में और छह की पहचान पुरुषों के रूप में की है. हादसे के बाद 19 लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं. इस हादसे में 17 लोग घायल भी हुए हैं.