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Thursday, 21 November, 2024
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आदित्य ठाकरे ने कहा- एयरपोर्ट से विधानभवन का रास्ता वर्ली हो के जाता है, केंद्र ने बागी विधायकों को दी Y+ सुरक्षा

शनिवार को गृह मंत्रालय द्वारा आदेश प्राप्त होने के बाद सीआरपीएफ द्वारा उन्हें सुरक्षा प्रदान की गई. शनिवार को एकनाथ शिंदे ने महाराष्ट्र सरकार पर खुद की और 16 बागी विधायकों के घर की सुरक्षा हटाए जाने का आरोप लगाया था.

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नई दिल्लीः केंद्र सरकार ने शिवसेना के 15 बागी विधायकों को सीआरपीएफ की वाई प्लास सुरक्षा प्रदान की है, जो कि इस वक्त असम के गुवाहाटी में ठहरे हुए हैं. सूत्रों ने इस बात की जानकारी दी.

जिन विधायकों को 24 घंटे की सुरक्षा प्रदान की गई है उनमें शामिल हैं- रमेश बोरनारे, मंगेश कुडलकर, संजय शिरसत, लताबाई सोनावाने, प्रकास सुर्वे, सदानंद सरनावकर, योगेश दादा कदम, प्रताप सरनाइक, यामिनी जाधव, प्रदीप जायसवाल, संजय राठौड़, दादाजी भूसे, दिलीप लांडे, बालाजी कल्यानर और संदीपन भूमरे.

शनिवार को गृह मंत्रालय द्वारा आदेश प्राप्त होने के बाद सीआरपीएफ द्वारा उन्हें सुरक्षा प्रदान की गई. शनिवार को एकनाथ शिंदे ने महाराष्ट्र सरकार पर खुद की और 16 बागी विधायकों के घर की सुरक्षा हटाए जाने का आरोप लगाया था और इसे राजनीतिक प्रतिशोध की भावना से किया जाने वाला कार्य बताया था. हालांकि, महाराष्ट्र के गृहमंत्री दिलीप वासले पाटिल ने इस तरह के किसी भी कदम के उठाए जाने से इनकार किया.

शिंदे जो कि बागी विधायकों के साथ इस वक्त गुवाहाटी में मौजूद हैं, उन्होंने 16 बागी विधायकों द्वारा हस्ताक्षरित एक पत्र ट्वीट किया कि जिसमें महाराष्ट्र के गृहमंत्री दिलीप वासले पाटिल और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को संबोधित किया गया था.

इस पत्र में कहा गया था कि अगर उनके घर वालों को कुछ होता है तो सत्ताधारी महा विकास अघाड़ी एलायंस के नेता और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे इसके लिए जिम्मेदार होंगे.

ट्वीट में शिंदे ने कहा कि 16 बागी विधायकों का सिक्युरिटी कवर ठाकरे और वालसे पाटिल के आदेश पर राजनीतिक प्रतिशोध के तहत हटाया गया. उन्होंने अपनी सुरक्षा को बहाल किए जाने की मांग की.

इस बीच शिवसेना नेता और उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे ने कहा कि शिवसेना बागी विधायकों द्वारा दिए गए धोखे को कभी नहीं भूलेगी.

उन्होंने कहा कि बागी विधायकों के ऊपर 9 लाख रुपये रोज़ाना खर्च किए जा रहे हैं और असम के बाढ़ प्रभावित लोगों को मरने के लिए छोड़ दिया गया है.

आदित्य ठाकरे ने कहा कि कुछ विधायकों को गुवाहाटी जबरदस्ती ले जाया गया है. उन्होंने कहा कि 10-15 विधायक उनके संपर्क में हैं और वे इस बात को स्वीकार कर सकते हैं कि उन्हें वहां जबरदस्ती ले जाया गया है.

हालांकि, उन्होंने कथित रूप से धमकी भरे अंदाज में यह भी कहा कि एयरपोर्ट से विधानभवन का रास्ता वर्ली हो के जाता है. यह अच्छा है कि बागियों ने शिवसेना छोड़ दी क्योंकि धोखबाजों के लिए पार्टी में कोई जगह नहीं है.

वहीं शिवसेना ने एक ट्वीट करके कहा कि, ‘कब तक छिपोगे गोहाटी में, आना ही पड़ेगा चौपाटी में.’

हालांकि, अभी बागी विधायकों ने किसी भी पार्टी में मिलने से इनकार कर दिया है और उन्होंने नई पार्टी शिवसेना (बालासाहेब) बनाने का ऐलान किया है. उद्धव ठाकरे ने इस पर आपत्ति जताई है.


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