पटना: राज्य में महागठबंधन का हिस्सा रहे विभिन्न दलों में से मंगलवार को बिहार कैबिनेट में कुल 31 मंत्रियों को शामिल किया गया.
बिहार के राज्यपाल फागू चौहान ने यहां राजभवन में नए मंत्रियों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई. राजद को 16 मंत्री और जनता दल (यूनाइटेड) को 11 मंत्रियों को पद मिले हैं.
#BiharCabinetExpansion | Portfolios allocated – CM Nitish Kumar keeps Home Dept, Deputy CM Tejashwi Yadav gets Health Dept, Vijay Kumar Chaudhary gets Finance Dept. RJD leader Tej Pratap Yadav to be the Minister of Environment, Forest and Climate Change pic.twitter.com/UYpvzwzJgl
— ANI (@ANI) August 16, 2022
कांग्रेस के दो विधायकों, जीतन राम मांझी के हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के एक और एकमात्र निर्दलीय विधायक सुमित कुमार सिंह ने भी कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली.
राजद से उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के भाई तेज प्रताप यादव, समीर कुमार महासेठ, चंद्रशेखर, कुमार सर्वजीत, ललित यादव, सुरेंद्र प्रसाद यादव, रामानंद यादव, जितेंद्र कुमार राय, अनीता देवी और सुधाकर सिंह और आलोक मेहता ने शपथ ली है.
जदयू विधायक लेशी सिंह ने मंत्री पद की शपथ ली.
आरजेडी विधायक अनीता देवी और सुधाकर सिंह ने शपथ ली.
जदयू विधायक शीला कुमारी मंडल और राजद विधायक चंद्रशेखर ने बिहार कैबिनेट में मंत्री पद की शपथ ली.
जदयू विधायक मदन साहनी, राजद विधायक ललित कुमार यादव ने भी बिहार कैबिनेट में मंत्री पद की शपथ ली.
कांग्रेस विधायक अफाक आलम और मुरारी लाल गौतम को मंत्री के रूप में कैबिनेट में शामिल किया गया, जबकि हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के संतोष सुमन ने भी शपथ ली.
बिहार कैबिनेट में मुख्यमंत्री सहित 36 मंत्री हो सकते हैं. सूत्रों ने कहा कि भविष्य में कैबिनेट विस्तार के लिए कुछ मंत्री पद खाली रखे जाएंगे.
नीतीश कुमार ने भाजपा से नाता तोड़ इस महीने की शुरुआत में राजद और अन्य दलों के साथ सरकार बनाई थी. मुख्यमंत्री और उनके उप-राजद के तेजस्वी यादव ने 10 अगस्त को शपथ ली.
बिहार महागठबंधन की कुल संख्या 163 है. निर्दलीय विधायक सुमित कुमार सिंह द्वारा नीतीश कुमार को अपना समर्थन देने के बाद इसकी प्रभावी ताकत 164 हो गई है. नई सरकार 24 अगस्त को बिहार विधानसभा में बहुमत साबित कर सकती है.
जद(यू) के अलग होने और राज्य में नई सरकार बनने के कुछ दिनों बाद भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व मंगलवार को यहां पार्टी की बिहार इकाई के नेताओं के साथ बैठक करेगा.
सूत्रों ने कहा कि भाजपा भविष्य की कार्रवाई और 2024 के लोकसभा चुनावों की रणनीति पर विचार-विमर्श कर सकती हैं, संगठनात्मक परिवर्तन करने पर भी चर्चा हो सकती है. बैठक की अध्यक्षता भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा करेंगे और महासचिव (संगठन) बीएल संतोष भी मौजूद रहेंगे.
बिहार में 2020 के विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन ने 125 सीटें जीतीं, जिनमें से भाजपा ने 74 सीटें जीतीं, नीतीश कुमार की जनता दल (यूनाइटेड) ने 43, विकासशील इंसान पार्टी ने 4 और हिंदुस्तान आवाम पार्टी (सेक्युलर) ने 4 सीटें जीतीं थीं. इसने एनडीए को सरकार बनाने के लिए आवश्यक 122-बहुमत के जरूरी संख्या से ठीक ऊपर रखा.
वहीं राजद और उसके सहयोगियों ने 110 सीटों पर जीत हासिल की थी. राजद 75 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी, जबकि कांग्रेस ने केवल 19 सीटों पर जीत हासिल की. वाम दलों ने जिन 29 सीटों पर चुनाव लड़ा था, उनमें से उन्होंने 16 में जीत हासिल की, जिनमें से सीपीआई (एमएल-लिबरेशन) ने 12 सीटें जीतीं. असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम ने राज्य के सीमांचल क्षेत्र में पांच सीटों पर जीत हासिल की थी. उसके चार विधायक राजद में शामिल हो गए हैं.
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