योगी आदित्यनाथ को शर्मसार करने के लिये ट्वीट की गई गोरखपुर महोत्सव की फोटो. पता चला कि महोत्सव के समय वे मुख्यमंत्री न थे.
नई दिल्ली: अखिलेश यादव के मीडिया एडवाइज़र ने बीते सप्ताहांत उत्तर प्रदेश की योगी सरकार को शर्मसार करने की साजिश में एक फोटो ट्वीट की जिसे तब खींचा गया था जब सत्ता में समाजवादी पार्टी थी.
एक नाचती हुई महिला की तस्वीर को सबसे पहले आशीश यादव ने ट्वीट किया जोकि एक पूर्व बीबीसी पत्रकार हैं व इस समय अखिलेश यादव के मीडिया एडवाइज़र है.
अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा “योगी जी का गोरखपुर महोत्सव, सतयुग की सभ्यता और संस्कारो को दर्शाता हुआ”. फिलहाल उन्होंने यह ट्वीट डीलीट कर दिया है.
आशीष का दावा था वह महिला उस गोरखपुर महोत्सव में नाच रहीं थीं जिसमें योगी आदित्यनाथ के चुनाव क्षेत्र के तीन दिवसीय मेले में कलाकारों को बुलाया जाता है. इस मेले को उत्तर प्रदेश सरकार स्पांसर करती है.
पर इवेंट की वेबसाइट के अनुसार गोरखपुर महोत्सव के आकर्षणों में से एक “बच्चों का फेस्टिवल” होता है जिसमें विभिन्न शैक्षिक, खेल और सांस्कृतिक अंतर स्कूली प्रतियोगिताओं का संचालन किया जाता है.
वास्तव में फोटो 2016 के गोरखपुर महोत्सव की है जब राज्य के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव थे. इस फोटो को ‘गोरखपुर
गॉट टैलेंट’ के सेगमेंट में आर्कईव भी किया गया था.
ट्वीट के डीलीट होने से पहले सपा के पूर्व प्रवक्ता। मनोज धूपचंदानी ने भी रीट्वीट किया. इसी फोटो को समाजवादी पार्टी समर्थक व कुछ आम आदमी पार्टी के समर्थक भी रीट्वीट करने से न चूंके.
इन सभी ट्विटर हैंडलों की काफी बड़ी संखया में फॉलोवर्स हैं, और योगी आदित्यनाथ पर फब्तियां कसने के लिये इन्होंने ने रीट्वीट भी किया. जहां कई लोगों ने डांसर पर कमेंट मारे, कई लोगों ने इस इवेंट के गोरखपुर में होने का शारा भी किया, जोकि योगी आदित्यनाथ का चुनाव क्षेत्र है.
वे गोरखपुर के उस सरकारी अस्पताल जिसमें अगस्त 2017 में कई बच्चों की मृत्यु हो गई थी, पर चुटकी लेने से बाज़ न आए.
यह आर्टिकल एस एम होक्सस्लेयर के सहयोग से है.